राहुल और केजरी ने पंजाब के युवाओं को किया बदनाम, माफी मांगें : सुखबीर
पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल ने नशे के नाम पर पंजाब के युवाओं काे बदनाम किया है। वे इसके लिए माफी मांगें।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि नशे के मामले में पंजाब के युवाओं को बदनाम किया जा रहा है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी व आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नशे के लिए बदनाम कर पंजाबी युवाओं की छवि खराब की है। वे इसके लिए पंजाब के युवाओं से माफी मांगें।
बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के डोप टेस्ट के परिणामों की रिपोर्ट की चर्चा करते हुए सुखबीर ने कहा कि डोप टेस्ट रिपोर्ट में केवल 1.27 फीसदी पंजाबी युवाओं के ड्रग्स लेने की पुष्टि हुई है। यह राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी देश या राज्य के युवाओं की तुलना में काफी कम है। अब राहुल गांधी व केजरीवाल को गलत बयानबाजी के लिए पंजाब के युवाओं से माफी मांगनी चाहिए।
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डिप्टी सीएम ने कहा कि कांग्रेस व 'आप' का निशाना पंजाब सरकार थी, लेकिन सरकार को बदनाम करने की नीयत को लेकर इन दोनों ही पार्टियों ने पंजाब के युवाओं को नशेड़ी करार देकर उनके भविष्य से खिलवाड़ करने की कोशिश की है। हाल ही में वह विदेश दौरे पर गए थे, तो वहां भी सभी उनसे यही पूछ रहे थे कि क्या पंजाब के 70 फीसदी युवा नशेड़ी हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि इन आरोपों के चलते सरकार ने पुलिस भर्ती में डोप टेस्ट की प्रक्रिया अपनाई। आज परिणाम सबके सामने हैं। डोप टेस्ट को लेकर सरकार ने पहले पीजीआइ से बात की थी, लेकिन पीजीआइ ने डोप टेस्ट लेने से इन्कार कर दिया था।
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राहुल के मन में सिखों व पंजाबियों के खिलाफ जहर
सुखबीर ने कहा कि राहुल गांधी पंजाब व पंजाबी युवाओं के साथ पुरानी दुश्मनी निकाल रहे हैं। उनके मन में अभी तक सिखों व पंजाबियों के खिलाफ जहर भरा हुआ है। इसी का परिणाम था कि राहुल गांधी ने 70 फीसदी युवाओं को नशेड़ी करार दे दिया था। आज दूध का दूध और पानी का पानी हो चुका है। हम इंतजार कर रहे थे कि रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहेंगे, जिससे यह लोग दोबारा पंजाब के युवाओं को बदनाम न कर सकें।
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पंजाब में ड्रग्स आतंकवाद फैलाने की साजिश: डीजीपी
डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने कहा कि पंजाब में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान व आइएसआइ की ओर से 'ड्रग्स आतंकवाद' फैलाने की कवायद की जा रही है। पहले सीमा पार से केवल नशे की खेप आती थी, अब साथ में हथियार भी भेजे जा रहे हैं। 553 किलोमीटर की सीमा पर कहीं से भी आतंकी अपनी गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं। सभी को पता है कि कभी पाइप के सहारे तो कभी कंटीली तारों के ऊपर से पैकेट फेंके जाते हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने पंजाब, हिमाचल, तमिलनाडु, दिल्ली सहित कई राज्यों में छापेमारी करके नशा तस्करों को पकड़ा है। 14,483 केस नशा तस्करों के खिलाफ दर्ज किए गए हैं। 431 नशा तस्करों को सलाखों के पीछे भेजा गया है। 195 तस्करों की 227 करोड़ रुपये से ज्यादा की 400 प्रॉपर्टीज सीज की गई हैं। इससे पहले पंजाब में नशा तस्करों के खिलाफ कभी इतने बड़े पैमाने पर कारवाई नहीं की गई थी।
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रिपोर्ट को कोई चैलेंज नहीं कर सकता: वीसी
डोप टेस्ट लेने वाली बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ. राजबहादुर ने कहा कि डोप टेस्ट प्रक्रिया को दुनिया की कोई भी एजेंसी चैलेंज नहीं कर सकती। इस प्रक्रिया में यूएस के एफडीआइ की ओर से अप्रूव्ड करोड़ों रुपये की किटों का इस्तेमाल किया गया है।
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उन्होंने कहा कि एंप्लीटोमाइन ड्रग्स के 1672, बेंजोडिहांस ड्रग्स के 1372, प्रोक्सीमाइन ड्रग्स के 3, मारीजुआना (भांग) ड्रग्स के 1775, मॉर्फिन ड्रग्स के 1239, मल्टीपल ड्रग्स के 289 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें 44 फीसदी युवाओं ने भर्ती में भाग लेने से पहले दवाइयां ली थीं, वह नशे के आदी नहीं है। इन्हें हटाकर कुल भर्ती में आए युवाओं का प्रतिशत निकालने के बाद 1.27 फीसद युवा पॉजीटिव पाए गए।
उन्होंने यूएनओडीसी की स्टडी का हवाला देते हुए कहा कि ओपिओड का इस्तेमाल एशिया में 0.3 फीसद, भारत में 0.7 फीसदी व पंजाब में 0.33 फीसद हो रहा है। कैनाबिस ड्रग्स के इस्तेमाल के मामले में ग्लोबल स्तर पर 3.5 फीसदी, एशिया में 1.6 फीसदी व राष्ट्रीय स्तर पर 3 फीसदी व पंजाब में .42 फीसदी मामले सामने आए हैं।
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कितने युवाओं का टेस्ट
अप्लाई किया 490037
भर्ती में आए 376355
दूसरे राज्यों से 283
डोप में पॉजिटिव 6178
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डोप टेस्ट पॉजीटिव युवाओं के लिए एक और मौका
डोप टेस्ट में पॉजीटिव पाए गए युवाओं को एक मौका और दिया जाएगा। वे चाहें तो खुद को ड्रग्स फ्री करके दोबारा भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। 1681 युवाओं ने इस योजना का लाभ भी लिया है।
-सुरेश अरोड़ा, डीजीपी।