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    पंजाब में खोले जाएंगे 200 नए 'आम आदमी क्लीनिक', एंटी-रेबीज वैक्सीन भी अब क्लीनिकों में होगी उपलब्ध

    Updated: Sun, 03 Aug 2025 07:58 PM (IST)

    पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य में 200 और आम आदमी क्लीनिक खोलने की घोषणा की है ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। उन्होंने 881 क्लीनिकों को व्हाट्सऐप चैटबॉट से भी जोड़ा है जिससे मरीजों को दवाओं और जांच रिपोर्टों की जानकारी आसानी से मिल सकेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि अब कुत्ते के काटने पर पीड़ितों को आम आदमी क्लीनिकों में मुफ्त इलाज मिलेगा।

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    पंजाब में खुलेंगे 200 और आम आदमी क्लीनिक

    डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। पंजाबवासियों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एक और ऐतिहासिक पहल करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज घोषणा की कि राज्य में 200 और आम आदमी क्लीनिक खोले जाएंगे, ताकि लोगों को इलाज के लिए दूर-दराज न जाना पड़े।

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    आज यहां टैगोर थिएटर में आयोजित समारोह के दौरान 881 आम आदमी क्लीनिकों को व्हाट्सऐप चैटबॉट से जोड़ने की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी क्लीनिक देश का सबसे सफल स्वास्थ्य मॉडल बन रहा है, जहां मरीजों का संपूर्ण इलाज पूरी तरह मुफ्त किया जा रहा है।

    उन्होंने बताया कि राज्य सरकार जल्द ही 200 और क्लीनिक शुरू करेगी, जिससे इनकी कुल संख्या 1081 हो जाएगी। वर्तमान में 565 क्लीनिक ग्रामीण क्षेत्रों में और 316 शहरी क्षेत्रों में कार्यरत हैं, जहां प्रतिदिन लगभग 70,000 मरीज आ रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि सरकारी स्वास्थ्य प्रणाली में लोगों का विश्वास बढ़ रहा है।

    मुख्यमंत्री ने बताया कि इन क्लीनिकों में आने वाले मरीजों में सबसे अधिक संख्या महिलाओं की है, इसके बाद बुजुर्गों की, क्योंकि उन्हें अपने घर के नजदीक ही बेहतरीन मुफ्त इलाज मिल जाता है।

    आम आदमी क्लीनिकों को व्हाट्सऐप चैटबॉट से जोड़ने को स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब मरीज जब चाहें, अपनी दवाओं और जांच रिपोर्टों की जानकारी मोबाइल पर प्राप्त कर सकेंगे। इससे स्वास्थ्य सेवाओं में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। उन्होंने बताया कि करीब 90 प्रतिशत पंजाबियों के पास स्मार्टफोन हैं, जिससे यह सुविधा उन्हें सीधे पहुंचाई जा सकती है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टर की पर्ची, रिपोर्ट, अगली मिलने की तारीख के समय-समय पर रिमाइंडर के अलावा, शुगर व ब्लड प्रेशर से पीड़ित बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों की देखभाल से जुड़ी जानकारी भी व्हाट्सऐप पर दी जाती रहेगी। इससे मरीजों को पर्चियां संभालने की आवश्यकता नहीं रहेगी, वे जब चाहें मोबाइल पर जानकारी ले सकते हैं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के पास इलाज और बीमारियों से जुड़ा पूरा डाटा भी इकट्ठा हो सकेगा।

    इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि अब कुत्ते के काटने पर पीड़ितों को तुरंत इलाज आम आदमी क्लीनिकों में मिलेगा। उन्होंने कहा कि एंटी-रेबीज वैक्सीन अब यहीं उपलब्ध होंगे। पहले यह इलाज महंगा होता था और स्थानीय स्तर पर उपलब्ध नहीं होता था, लेकिन अब इसका सारा खर्च सरकार उठाएगी।

    ‘मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना’ के तहत हर परिवार को 10 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज का लाभ देने का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब देश का पहला ऐसा राज्य होगा, जो अपने हर परिवार को इतनी बड़ी सीमा तक स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करेगा। उन्होंने अफसोस जताया कि पिछली सरकारों के घोषणापत्रों में स्वास्थ्य का जिक्र तक नहीं होता था और लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता था। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग गंभीर बीमारियों का इलाज तक नहीं कराते थे क्योंकि इलाज इतना महंगा होता था कि वे अपने परिवार को कर्जदार नहीं देखना चाहते थे। उन्होंने कहा कि लोगों को मुफ्त उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवा देना सरकार का कर्तव्य है और वर्तमान सरकार यह कर्तव्य पूरी निष्ठा से निभा रही है।

    मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य को मेडिकल हब बनाने के लिए बड़े प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कपूरथला, होशियारपुर, संगरूर और नवांशहर में चार नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना को मंजूरी दी जा चुकी है।

    मुफ्त घरेलू बिजली को आम लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में 90 प्रतिशत घरों का बिजली बिल शून्य आ रहा है, जिससे लोगों को आर्थिक राहत मिली है। लोगों का सरकारी संस्थाओं में विश्वास बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल ऑफ एमिनेंस में अब कई छात्र निजी स्कूलों से हटकर आ रहे हैं। इस वर्ष सरकारी स्कूलों के 208 छात्रों ने जे ई ए एडवांस और 800 से अधिक छात्रों ने नीट परीक्षा पास की है।

    सड़क सुरक्षा बल (एस एस एफ ) को अमूल्य जीवन बचाने वाली फोर्स बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके गठन से सैकड़ों जानें बचाई गई हैं। जब वे संसद सदस्य थे, उस समय के आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में एक वर्ष में 5,000 से अधिक लोग सड़क हादसों में मारे जाते थे। लेकिन अब एस एस एफ के आने से 48 प्रतिशत की कमी आई है, जो अन्य राज्यों के लिए मिसाल है। यह बल विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मचारियों से बना है, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, और यह 144 आधुनिक वाहनों से सुसज्जित है। यहां तक कि भारत सरकार ने इस पहल की सराहना की है।

    इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एच ओ ) की टीम से राज्य के आम आदमी क्लीनिकों और स्वास्थ्य संस्थानों का दौरा करके अपने बहुमूल्य अनुभव साझा करने की अपील की।

    इस मौके पर स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों का ज़िक्र किया। कार्यक्रम में मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा, स्वास्थ्य सचिव कुमार राहुल समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।