Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Punjab News: 88 स्कूलों में जरूरत से ज्यादा छात्रों के हुए एडमिशन, स्कूल शिक्षा बोर्ड ने जारी किया नोटिस

    By Jagran NewsEdited By: Nidhi Vinodiya
    Updated: Wed, 25 Oct 2023 04:29 PM (IST)

    पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड (Punjab School Education Board) ने राज्य के 88 स्कूलों की पहचान की है जिन्होंने अपने स्कूलों में प्रति सेक्शन क्षमता से ज्यादा बच्चों को स्कूल में दाखिला दिया है। शिक्षा बोर्ड द्वारा इन स्कूलों को नोटिस भी जारी किया गया है। यहीं नहीं उनसे बोर्ड द्वारा जारी किये गए निर्देशों को न मानने का कारण भी पूछा गया है।

    Hero Image
    88 स्कूलों में जरूरत से ज्यादा छात्रों के हुए एडमिशन, स्कूल शिक्षा बोर्ड ने जारी किया नोटिस

    जागरण संवाददाता, मोहाली। पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड (Punjab School Education Board) ने राज्य के 88 स्कूलों को संज्ञान में लिया है। दरअसल, शिक्षा बोर्ड ने राज्य के 88 स्कूलों की पहचान की है, जिन्होंने अपने स्कूलों में प्रति सेक्शन क्षमता (Sections in School) से ज्यादा बच्चों को स्कूल में दाखिला (More Student Admission in School) दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शिक्षा बोर्ड ने किया नोटिस जारी

    शिक्षा बोर्ड द्वारा इन स्कूलों को नोटिस भी जारी किया गया है। यहीं नहीं उनसे बोर्ड द्वारा जारी किये गए निर्देशों को न मानने का कारण भी पूछा गया है। 

    50-50 छात्रों के दाखिले की है अनुमति

    बता दें कि पंजाब शिक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं क्लास में 50-50 छात्रों की भर्ती करने के आदेश जारी किए हैं। वहीं केवल कला की क्लास के लिए खास तौर पर 60 बच्चों के दाखिले के आदेश जारी किए हैं। पंजाब शिक्षा बोर्ड के प्रवक्ता ने कहा कि स्कूलों में निर्धारित संख्या से ज्यादा से ज्यादा 5 से 10 छात्रों को ही एडमिशन देने की अनुमति दी गई है।

    Also Read: असिस्टेंट प्रोफेसर सुसाइड मामला: ज्ञानी रघबीर सिंह ने जताई नाराजगी, बोले- सरकारी अत्याचार से तंग आकर की आत्महत्या

    बनाने होंगे नए कमरे और नया सेक्शन

    उन्होंने कहा कि स्कूलों में जरूरत से ज्यादा दाखिलों के बाद छात्रों की संख्या जरूरत से ज्यादा हो गई है। शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी आदेश में ये भी कहा गया है कि यदि किसी सेक्शन में छात्रों की संख्या बढ़ जाती है तो संबंधित स्कूल को नया सेक्शन बनाने के लिए एक नया कमरा और एक शिक्षक की भर्ती करनी होगी। ऐसा न करने पर  स्कूलों को शिक्षा बोर्ड को जवाब देना पड़ सकता है। क्योंकि ऐसे में बाकी बच्चों की पढ़ाई प्रभावित भी हो सकती है।

    Also Read: कतर जाने की फिराक में थे अमृतपाल सिंह के पिता, जांच एजेंसियों ने अमृतसर एयरपोर्ट पर रोका; आधे घंटे की पूछताछ

    comedy show banner