आतंकी पन्नू की धमकी या चुनाव प्रचार का दबाव? CM भगवंत मान का ध्वज फहराने का प्रोग्राम दो बार बदला
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान 26 जनवरी को अब न तो फरीदकोट और न ही मोहाली में ध्वजारोहण करेंगे। वह अब शाही शहर पटियाला में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। एक ही दिन में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम दो बार बदला गया है। सिख फॉर जस्टिस की ओर से फरीदकोट में मुख्यमंत्री के प्रति धमकी भरे पोस्टर लगाए जाने के बाद यह बदलाव किया गया है।

इन्द्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अब न फरीदकोट में और न ही मोहाली में ध्वाजारोहण करेंगे बल्कि अब वह शाही शहर पटियाला में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे।
एक ही दिन में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम दो बार बदल दिया गया है जिसे लेकर आज दिन भर सत्ता के गलियारों में चर्चा होती रही। दरअसल यह चर्चा उस समय शुरू हुई जब सिख फॉर जस्टिस की ओर से फरीदकोट में मुख्यमंमंत्री के प्रति धमकी भरे पोस्टर लगा दिए।
जनरल एडिमिस्ट्रेशन ने मुख्यमंत्री भगवंत मान और स्पीकर कुलतार सिंह संधवां का कार्यक्रम आपस में बदल दिया। यानी मुख्यमंत्री का कार्यक्रम फरीदकोट से बदलकर मोहाली में और स्पीकर कुलतार सिंह संधवां का फरीदकोट में कर दिया गया जो कि स्पीकर का अपना गृह जिला भी है।
मोहाली से बदलकर पटियाला तय किया गया कार्यक्रम
शाम होते होते एक बार फिर से कार्यक्रम में फेरबदल करते हुए मुख्यमंत्री का कार्यक्रम मोहाली से बदलकर पटियाला कर दिया गया और पटियाला में राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाले कैबिनेट मंत्री बरिंदर कुमार गोयल का कार्यक्रम पटियाला से मोहाली बदल दिया।
आदेशों में कहा गया है कि ऐसा प्रशासनिक कारणों को देखते हुए किया गया है। जब इस संबंधी वास्तविकता जानने का प्रयास किया गया तो पंजाब सरकार के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को फरीदकोट से बदलकर पहले मोहाली करना और उसके बाद पटियाला करने के पीछे सिख फॉर जस्टिस के पोस्टरों से कोई संबंध नहीं है।
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सीएम इन दिनों विधानसभा चुनाव में व्यस्त
उन्होंने कहा कि ऐसे पोस्टर राज्य भर में लगाए जाते रहते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इन दिनों दिल्ली में विधानसभा चुनाव मेंं व्यस्त हैं। स्टार प्रचारक के रूप में उनकी मांग सबसे ज्यादा है। इसलिए वह अपना ज्यादा से ज्यादा समय दिल्ली में पार्टी के प्रचार के लिए लगाना चाहते हैं।
चूंकि फरीदकोट से दिल्ली की दूरी ज्यादा है इसलिए पहले मोहाली किया गया और बाद में इसे पटियाला में बदल दिया गया क्योंकि यहां से दिल्ली ज्यादा दूर नहीं है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में इन दिनाें हर रोज तीन से ज्यादा रोड शो कर रहे हैं।
एसएफजे की धमकियों के बारे में उन्होंने कहा कि ऐसा एक भी स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम नहीं रहा है जिससे पहले इस प्रकार की धमकियों के पोस्टर नहीं लगे हैं।
ये लोग कभी फोनपर धमकियां देते हैं या फिर वीडियो के जरिए लेकिन इनका मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में हुए बदलावों से कोई संबंध नहीं है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री, स्पीकर और बीके गोयल के कार्यक्रम के अलावा किसी और मंत्री के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
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केजरीवाल की सुरक्षा से हटाए पंजाब पुलिस के अधिकारी
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान व अरविंद केजरीवाल को जान से मारने की धमकियों की इनपुट लगातार खुफिया विभाग से मिल रही हैं। दिल्ली चुनाव आयोग के निर्देशों के बाद दिल्ली पुलिस से मिली सूचना पर पंजाब पुलिस के जवान वापस बुला लिए गए हैं। डीजीपी पटियाला पुलिस लाइन में 20 पीसीआर बाइक्स को हरी झंडी देने पहुंचे थे।

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