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    'नहीं सुधरे तो पेंशन पर ला देंगे', अफसरों को मंत्री अमन अरोड़ा की चेतावनी; विधायकों ने लगाया था अनदेखी का आरोप

    Updated: Tue, 25 Feb 2025 09:43 AM (IST)

    Punjab Assembly Session पंजाब विधानसभा का दो दिवसीय सत्र चल रहा है। इसके पहले दिन सदन में विधायकों ने अधिकारियों पर अनदेखी करने का आरोप लगा आप सरकार को निशाने पर लिया। इस पर मंत्री अमन अरोड़ा (Aman Arora) ने अधिकारियों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अधिकारी सुधर जाएं नहीं तो पेंशन पर ला देंगे। विधानसभा में कई दिवंगत हस्तियों को श्रद्धांजलि दी गई।

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    अफसरों को मंत्री अमन अरोड़ा ने दी दो टूक चेतावनी (File Photo)

    इन्द्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़। Punjab Assembly Session विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र के पहले दिन विपक्षी विधायकों के साथ-साथ सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के विधायकों ने अधिकारियों पर उनकी अनदेखी का आरोप लगाते हुए सरकार को घेरने का प्रयास किया।

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    विधायकों के इस तेवर पर पार्टी के प्रदेश प्रधान और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कमान संभालते हुए अधिकारियों को दो टूक कह दिया कि वे सुधर जाएं नहीं तो उनको वेतन से पेंशन लेने वाले बनाने में देरी नहीं लगेगी।

    सत्र में शामिल नहीं हुए सीएम मान

    मुख्यमंत्री भगवंत मान का स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण वह विधानसभा सत्र में शामिल नहीं हो पाए। उनका मंगलवार को विधानसभा में उपस्थित रहने की बात कही जा रही है। प्रश्नकाल के दौरान अगर कोई मंत्री जवाब देने में फंसता तो अरोड़ा उनका बचाव करने के लिए उतर जाते।

    दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के बाद शुरू हुए प्रश्नकाल में राजपुरा की विधायक नीना मित्तल ने नए पैट्रोल पंपों को लगाने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि अढ़ाई वर्ष पहले पैट्रोल पंप तक जाने के लिए हाईवे से अप्रोच रोड बनाने की नीति बनाने की बात कही थी, लेकिन सरकार से पालिसी नहीं बन सकी, यह कब बनेगी?

    मंडीकरण नीति के खिलाफ प्रस्ताव लाएंगे कृषि मंत्री

    पंजाब विधानसभा के दूसरे दिन मंगलवार को कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां राष्ट्रीय कृषि मंडीकरण नीति का विरोध में प्रस्ताव सदन में पेश कर सकते हैं। सरकार के कृषि विभाग ने इसका विरोध करते इसे पहले ही रद करके भेज दिया है।

    खुड्डियां ने प्रस्ताव को लेकर विभिन्न किसान संगठनों, कृषि विशेषज्ञों, बुद्धीजीवियों आदि से लंबी चर्चा की है। इस चर्चा के आधार पर केंद्र सरकार को भेजे गए जवाब में भी आठ नुक्तों पर सवाल उठाया गया था जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य के बारे में कोई जानकारी नहीं भी शामिल है।

    डॉ. बलबीर और बाजवा में चले शायरी के बाण

    विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा को शायरी के जरिए घेरने की कोशिश में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह खुद ही घिर गए। ऑक्सीजन प्लांट लगाने को लेकर चल रही बहस के बीच बाजवा पर तंज कसते हुए डॉ. बलबीर ने कहा, हमें मालूम है कांग्रेस की हकीकत, दिल बहलाने के लिए गालिब ख्याल अच्छा है। शेर सुनते ही बाजवा कहां रुकने वाले थे। उन्होंने कहा, बर्बाद गुलिस्तां करने को बस एक ही उल्लू काफी था, हर शाख पर उल्लू बैठा है...।

    आप के विधायकों ने घेरे मंत्री

    आप ने विधानसभा का सत्र शुरू होने पर विपक्ष को घेरने के लिए रणनीति तो बनाई लेकिन पार्टी के विधायकों ने इसके बावजूद अपनी सरकार के मंत्रियों पर सवाल उठाकर उन्हें घेर लिया।

    विधानसभा में दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के बाद जब सदन को साढ़े बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया था तब आप विधायक दल की बैठक हुई।

    इसमें प्रधान अमन अरोड़ा, वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने विधायकों को विपक्ष पर हमलावर रुख अपनाने को कहा। विधायकों से यह पूछा कि विपक्ष किन मुद्दों को उठा सकता है, उनसे निपटने के लिए हमारी रणनीति क्या होगी?

    अफसरों में पत्रों का जवाब देने की प्रवृत्ति नहीं रही: कुलवंत

    मोहाली से आप विधायक कुलवंत सिंह ने सरकार के लिए बड़ी समस्या खड़ी कर दी। मोहाली में चालीस साल पहले खोखा मार्किट बनाने का मामला उठाते हुए कहा कि कई बार मंत्रियों को चिट्ठियां लिख चुका हूं।

    कुलवंत सिंह ने कहा कि गमाडा को अस्तित्व में आए 19 वर्ष हो गए हैं। लगभग 350 मिनी बूथ बनाने में 19 वर्ष लग गए, फिर यह तो छोड़िए कि इसमें और कितने वर्ष लगेंगे।

    उन्होंने विभाग को छह पत्र लिखे हैं, लेकिन उनमें से किसी का भी जवाब नहीं मिला है। शायद अधिकारियों में पत्रों का जवाब देने की प्रवृत्ति लुप्त हो गई है।

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