पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में पहुंचे PM राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित शवन सिंह, ऑपरेशन सिंदूर में दिखाया था अद्भुत साहस
फिरोजपुर के 10 वर्षीय शवन सिंह, जिन्हें प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में पहुंचे। उन्होंने ...और पढ़ें

फिरोजपुर के 10 वर्षीय शवन सिंह, जिन्हें प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है (फोटो: जागरण)
राज्य ब्यूरो चंडीगढ़
उम्र भले ही महज दस साल हो, लेकिन हौसला और संवेदना उससे कहीं बड़े हैं। पंजाब के फिरोजपुर जिले के रहने वाले प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित शवन सिंह सोमवार को पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र को देखने पहुंचे। आपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सैनिकों की निस्वार्थ सेवा कर चर्चा में आए इस नन्हे बालक को देखकर सदन भावुक हो उठा।
शवन सिंह वही बच्चा है जिसने सीमा पर तैनात जवानों के लिए रोजाना पानी, दूध, लस्सी, छाछ और बर्फ पहुंचाकर उनका हौसला बढ़ाया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हाल ही में उसे प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया था। शवन सिंह ने कहा कि उसने कोई बड़ा काम नहीं किया, बस सैनिकों को अपने परिवार का हिस्सा समझकर उनकी सेवा की। “मुझे पुरस्कार पाकर बहुत खुशी हुई, लेकिन सबसे ज्यादा खुशी तब होती थी जब सैनिक मुस्कराकर धन्यवाद कहते थे,” उसने मासूमियत से कहा।
श्रवण सिंह की यह कहानी आज सिर्फ फिरोजपुर या पंजाब तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा बन चुकी है कि सच्ची देशभक्ति उम्र नहीं देखती।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।