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    आम आदमी क्लीनिक पर जनता का विश्वास बढ़ा, 1.11 करोड़ लोगों ने एक बार से ज्यादा बार करवाया इलाज

    Updated: Thu, 21 Nov 2024 04:57 PM (IST)

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि यही असली पूंजी है। जब लोगों में विश्वास पैदा होता हैं तो वह बार-बार आते हैं। लोगों को विश्वास है कि आम आदमी क्लीनिक में उन्हें अच्छा इलाज मिलेगा। इसलिए वह बार-बार यहां पर इलाज करवाने के लिए आ रहे हैं। अच्छी बात यह भी हैं कि इसमें से 55 फीसदी से ज्यादा महिलाएं हैं।’

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    872 आम आदमी क्लीनिक में 60 हजार के करीब मरीज रोजाना करवा रहे हैं इलाज

    डिजिटल टीम, चंडीगढ़। पंजाब सरकार द्वारा खोले गए आम आदमी क्लीनिक में जनता का विश्वास लगातार बढ़ता जा रहा है। 872 आम आदमी क्लीनिक में रोजाना 60 हजार के करीब इलाज करवाने के लिए आ रहे हैं। अभी तक 2.15 करोड़ लोग आम आदमी क्लीनिक में इलाज करवा चुके हैं। आम आदमी क्लीनिक की विश्वसनीयता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता हैं कि 1.11 करोड़ लोग ने एक बार से ज्यादा बार इलाज करवाने के लिए आए।

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    महिलाओं को हो रहा अधिक लाभ 

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि यही असली पूंजी है। जब लोगों में विश्वास पैदा होता हैं तो वह बार-बार आते हैं। लोगों को विश्वास है कि आम आदमी क्लीनिक में उन्हें अच्छा इलाज मिलेगा। इसलिए वह बार-बार यहां पर इलाज करवाने के लिए आ रहे हैं। अच्छी बात यह भी है कि इसमें से 55 फीसदी से ज्यादा महिलाएं हैं।’ बता दें कि आम आदमी क्लीनिक में इलाज करवाने वालों में महिलाओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले अधिक हैं।

    ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहीं स्वास्थ्य सुविधाएं

    आम आदमी क्लीनिक को लेकर पंजाब सरकार ने इस बात का भी पूरा ध्यान रखा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को ज्यादा विकसित किया जाए। इसीलिए 872 आम आदमी क्लीनिक में से 550 के करीब ग्रामीण क्षेत्र में खोले गए हैं। जबकि 322 के करीब शहरी क्षेत्रों में। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार का मानना है कि शहरों में लोगों के पास प्राइवेट से लेकर बड़े सरकारी अस्पतालों की सुविधा है जबकि ग्रामीण क्षेत्र में इसका अभाव रहा है। वैसे भी पंजाब की 65 फीसदी आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है।

    80 प्रकार की मुफ्त दवाएं और 38 के टेस्ट मुफ्त में किए जा रहे

    ग्रामीणों को इलाज के लिए शहरों पर निर्भर रहना पड़ता था जिससे न सिर्फ उनका आर्थिक रूप से भी नुकसान होता था। वहीं, उन्हें शहर आने-जाने में परेशानी का भी सामना करना पड़ता था। यह परेशानी तब और भी बढ़ जाती थी जब घर में कोई बुजुर्ग बीमार हो जाता था। इसीलिए मान सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर ज्यादा फोकस किया और गांवों में सबसे अधिक आम आदमी क्लीनिक खोले जा रहे हैं। जहां पर 80 प्रकार की मुफ्त दवाएं और 38 के टेस्ट मुफ्त में किया जा रहा है। इससे आम आदमी को काफी फायदा हो रहा है।