पाकिस्तानी जासूसों से संबंध रखने वाले जांच के दायरे में, ज्योति मल्होत्रा के संपर्क में थे पंजाब के लोग
पहलगाम हमले के बाद पंजाब में जासूसी के आरोप में कई गिरफ्तारियां हुई हैं। जांच में दिल्ली के पाकिस्तानी उच्चायोग के एक अधिकारी दानिश का नाम सामने आया है जो आईएसआई के लिए काम करते थे। संदिग्धों के तार हरियाणा हिमाचल और राजस्थान से भी जुड़े हो सकते हैं। यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा से जुड़े लोगों पर भी नजर रखी जा रही है।

रोहित कुमार, चंडीगढ़। पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद पठानकोट, मालेरकोटला, बठिंडा और गुरदासपुर से पकड़े गए छह जासूसों के सभी संपर्कों की जांच कर रही है। बताया जा रहा जो आरोपित पकड़े गए है उन के फोन कॉल्स से कई लोग जांच के दायरे में आ गए हैं। यह लोग पंजाब के नहीं बल्कि हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, राजस्थान के जिलों से है।
आरोपितों से जो जानकारियां मिल रही है उन्हें दूसरे राज्यों की पुलिस के साथ सांझा किया जा रहा है। पाकिस्तान के लिए की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़े गए इन जासूसों से पूछताछ में कई और अहम जानकारी भी सामने आने आ रही है।
पकडे़ गए सभी आरोपितों में एक कामन कनेक्शन है दानिश
बताया जा रहा है कि दानिश दिल्ली के पाकिस्तानी हाई कमीशन में अफसर रहे है और आईएसआई के लिए काम करते है।इन जानकारियों के केंद्रीय जांच एजेंसियों के साथ सांझा किया जा रहा है।
तकनीकी और मानवीय जांच के आधार पर पुलिस अधिकारियों के मुताबिक हालांकि पूछताछ में अधिकांश लोगों ने खुद को निर्दोष बताया है, लेकिन उन्हें पूरी तरह से जांच के बाद ही क्लीन चिट दी जाएगी।
गिरफ्तार जासूसों में पांच पुरुष और एक महिला शामिल हैं। इन में से कई पुरुष सीमा पार अपनी हनी ट्रेप के झांसे में बातें कर कई अहम जानकारियां देते रहे।
6 मई को गिरफ्तार हुए थे गजाला और यामीन
6 मई को मलेरकोटला पुलिस ने गजाला और यामीन मोहम्मद को पाकिस्तानी अधिकारी दानिश को सैन्य जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया था। गजाला की मुलाकात दानिश से नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में हुई थी, जहां वह उसकी मुखबिर बन गई और उसे सेना की गतिविधियों की जानकारी पैसे के बदले देती थी।
जांच में सामने आया कि दानिश ने यामीन, जो एक पासपोर्ट और वीजा एजेंट है, को गजाला को पैसे ट्रांसफर करने का निर्देश दिया था। गजाला को यामीन से 10,000 और दानिश से सीधे 20,000 मिले, जिन्हें उसने अन्य स्रोतों तक पहुंचाया।
12 मई को पठानकोट पुलिस ने नीरज कुमार नामक 28 वर्षीय सेल्समैन को फर्जी दस्तावेजों के जरिए अवैध रूप से सिम कार्ड जारी करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
बठिंडा से गिरफ्तार हुआ दर्जी
यह मामला तब सामने आया जब शाहपुरकंडी निवासी मोहित कुमार ने शिकायत दर्ज करवाई कि 2020 में उसने नीरज से सिम कार्ड खरीदा था, लेकिन बाद में पता चला कि उसके दस्तावेजों पर एक और सिम कार्ड बिना उसकी अनुमति के जारी किया गया था।
जांच में पता चला कि यह अवैध सिम कार्ड पाकिस्तान में सक्रिय था, जिसे बाद में निष्क्रिय कर दिया गया। बठिंडा में, 12 मई को स्थानीय पुलिस ने बठिंडा छावनी में कार्यरत दर्जी रकीब के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, जो कथित रूप से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में था और उसके पास संवेदनशील सैन्य दस्तावेज पाए गए।
पूछताछ में रकीब ने क्या बताया?
सेना अधिकारियों ने यह मामला पुलिस के सामने लाया और दो मोबाइल फोन भी सौंपे, जिनमें महत्वपूर्ण सबूत होने की संभावना है। पूछताछ में रकीब ने बताया कि जनवरी 2025 में उसे पाकिस्तानी नंबरों से कॉल और वायस मैसेज मिले थे, लेकिन उसने दावा किया कि उसने बातचीत नहीं की।
उसने यह भी कबूल किया कि उसके पास जो सैन्य दस्तावेज हैं, वे सेना के जवानों की ओर से दुकान में छोड़े गए थे। गुरदासपुर में, सुखप्रीत सिंह और करणबीर सिंह को ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) से जुड़ी गोपनीय जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
ज्योति मल्होत्रा के संपर्क में भी थे पंजाब के लोग
हरियाणा के हिसार की यू ट्यूबर ज्योति मल्होत्रा (Youtuber Jyoti Malhotra) के संपर्क में पंजाब के सरहदी क्षेत्रों के कुछ लोगों के होने की बात सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक पंजाब पुलिस के साथ कुछ इनपुट केंद्रीय एजेंसियों की ओर से सांझा किए गए है जिन पर पंजाब पुलिस ने काम करना शुरू कर दिया है।
जो लोग ज्योति मल्होत्रा के संपर्क में थे उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया जाएगा। लड़कियों से दोस्ती व पैसे का लालच के चलते यह लोग ज्योति के लिए काम कर रहे थे।
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