Mohali News: कुत्ते का नहीं था मोमोज फैक्ट्री में मिला मांस का टुकड़ा, जांच में हुआ ये बड़ा खुलासा
मोहाली की मोमोज फैक्ट्री (Momos Factory) में मिले मांस के टुकड़े की जांच में खुलासा हुआ है कि यह कुत्ते का नहीं बल्कि बकरा या बकरी का है। विशेषज्ञों की टीम ने जांच कर इसकी पुष्टि की है। इस मामले में जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर इस फैक्ट्री का वीडियो वायरल हुआ था जिसके बाद यह मामला सामने आया था।

जागरण संवाददाता, मोहाली। मोहाली में पिछले दिनों मोमोज फैक्ट्री (Momos Factory Mohali) में मिले मांस के टुकड़े की जांच में पता चला है कि वह कुत्ते के मांस का टुकड़ा नहीं बल्कि बकरा या बकरी का है। विशेषज्ञों की टीम ने जांच कर यह पुष्टि की है। इस मांस के टुकड़े का वजन लगभग आधा किलो था और यह 10 इंच और 6 इंच लंबा और चौड़ा था, जो कि कुत्ते का नहीं हो सकता है। यह जानकारी मोहाली डीसी कोमल मित्तल ने दी है।
मांस के सैंपल से हुआ खुलासा
उन्होंने कहा कि मोमोज फैक्ट्री में सूचना मिलने के बाद जांच की गई थी। वहां पर स्वच्छता और उचित सफाई जैसे मामले का उल्लंघन हो रहा था। वहां से खाद्य पदार्थ और अन्य सामग्री के नमूने लेने के साथ एक मांस के टुकड़े का सैंपल लिया गया था। इसे सैंपल को जांच के लिए विशेषज्ञों के पास भेजा था। उसे जांच में यह तथ्य सामने आए हैं।
लोगों ने खुद वीडियो बनाकर किया था वायरल
यह मामला शनिवार को तब सामने आया जब गांव वालों ने फैक्ट्री का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद हेल्थ विभाग की टीम ने स्वतः संज्ञान लेते हुए छापेमारी की और मौके पर मौजूद सामान को नष्ट करवा दिया।
वीडियो में साफ दिख रहा था कि गंदी बंद गोभी मोमोज के लिए रखी हुई थी। इसके अलावा बाथरूम में सामान रखा गया था। गंदा तेल प्रयोग हो रहा था। हालांकि, गांववालों ने इस कार्रवाई को महज खानापूर्ति बताया।
इसके बाद सोमवार को टीमों ने दोबारा मटौर गांव पहुंचकर सर्च आपरेशन चलाया। हालांकि बाद में जब लोगों ने खुद फ्रिज खोला तो एक जानवर का सिर बरामद हुआ। अब जिला प्रशासन इस मामले में कार्रवाई की रणनीति बना रही है।
दो साल से चल रही थी, ट्राई सिटी में सप्लाई
लोगों के अनुसार, यह कंपनी पिछले दो साल से मोहाली में चल रही थी, जहां नेपाली मूल के आठ से दस लोग काम कर रहे थे। इसे लेकर काफी समय से शिकायतें आ रही थीं। बताया जा रहा है कि यहां बने नूडल्स और मोमोज चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला में सप्लाई किए जाते थे।
लोगों ने बताया था कि इस फैक्ट्री में रोजाना बड़ी मात्रा में खाद्य सामग्री तैयार की जाती थी और इसके अलावा ठेलों के जरिए भी मोमोज बेचे जाते थे। उन्होंने मांग की थी कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
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