थप्पड़ का बदला लेने को युवक ने ली थी पत्रकार केजे और उनकी मां की जान
मोहाली के पत्रकार केजे सिंह व उनकी माता के हत्याकांड में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। उसने बताया कि थप्पड़ का बदला लेने के लिए उसने उन्हें मार डाला।
जेएनएन, मोहाली। मोहाली पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार केजे सिंह (65) और उनकी मां गुरचरण कौर (85) की हत्या के मामले को सुलझाने का दावा किया है। हत्याकांड को थप्पड़ मारने से गुस्साए बुलंदशहर के युवक ने अंजाम दिया था। इस मामले में पुलिस ने केजे सिंह की चोरी हरे रंग की फोर्ड आइकन कार पीबी 65ए 0164 को ले जाते समय कातिल को काबू किया है। कातिल को पुलिस कंट्रोल रूम की गाड़ी नंबर 26 पर तैनात कांस्टेबल परमिंदर सिंह और रणजीत सिंह ने वीरवार सुबह 11 बजे एयरपोर्ट रोड पर लगाए नाके पर पकड़ा है।
आरोपी की पहचान 24 साल के गौरव के तौर पर हुई है जो कि इन दिनों किराए के मकान में कजहेड़ी चंडीगढ़ में रह रहा था। आरोपी को वीरवार शाम को ही अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। ध्यान रहे कि केजे सिंह और गुरचरण कौर का 22-23 सितंबर की रात फेज-3बी2 के मकान नंबर 1796 में कत्ल कर दिया गया था। कत्ल के एक महीने तीन दिन के बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ा है।
केजे की कार पर लगाया था फर्जी नंबर
एसएसपी मोहाली कुलदीप सिंह चाहल ने बताया कि आरोपी कार पर फर्जी नंबर पीबी 64ए लगाकर घूम रहा था। पीसीआर में तैनात उक्त कर्मचारियों को शक हुआ और उन्होंने वीरवार को कार को मोहाली में एक नाके पर रोक लिया। जब पीसीआर कर्मचारियों ने दस्तावेज चेक किए तो उसमें कार की सर्विस स्लिप पर केजे सिंह का नाम लिखा था। जिसके बाद मामले की जानकारी आलाधिकारियों को दी गई। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी गौरव को पूछताछ के लिए थाने ले गए। एसएसपी ने बताया कि आरोपी को कुछ घंटे पहले ही पकड़ा गया है, इसलिए पूछताछ जारी है।
रेकी कर दिया था वारदात को अंजाम
आरोपी गौरव ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया है कि वह वारदात वाले दिन केजे सिंह के घर के पास पार्क में बैठा था। जिस पर केजे सिंह ने ऑब्जेक्शन किया। केजे सिंह ने गौरव के मुंह पर थप्पड़ मारा था। इस दौरान आसपास के लोगों ने बीचबचाव भी किया था। पुलिस के मुताबिक इसके बाद आरोपी ने केजे सिंह के घर की रेकी की। जब आरोपी को यकीन हो गया कि केजे व उनकी मां अकेले रहते हैं तो कत्ल की इस वारदात को अंजाम दिया।
आरोपी से हत्या में इस्तेमाल चाकू बरामद
एसएसपी चहल ने कहा कि आरोपी से हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू, मृतक केजे सिंह का मोबाइल, एटीएम कार्ड, एक घड़ी, डीवीडी प्लेयर, एयरटेल कंपनी का सेटअप बॉक्स और एक टेली फैक्स भी बरामद किया गया है। इस दौरान एसपी हरबीर सिंह अटवाल, डीएसपी आलम विजय, सीआइए इंचार्ज त्रिलोचल सिंह आदि ने पूछताछ की।
चार हजार मोबाइल खंगाले, 600 लोगों से की पूछताछ
केजे सिंह कत्लकांड में पुलिस की ओर से चार हजार से ज्यादा मोबाइल नंबरों की छानबीन की गई। 600 लोगों से पूछताछ की गई। वहीं, दो दिन पहले ही पुलिस ने इस मामले में मोहाली में पीजी रह रहे पांच स्टूडेंट्स को संदिग्ध मानकर उनकी सीसीटीवी फुटेज जारी कर दी थी लेकिन 26 अक्टूबर को पंद्रह मिनट में ही केस सॉल्व करने का दावा कर दिया गया। इस मामले में पुलिस कभी केजे के करीबियों तो कभी रिश्तेदारों को संदिग्ध मानकर पूछताछ करती रही। वहीं, मामले में पकड़े गए आरोपी से पुलिस ने किसी को सवाल नहीं करने दिया।
सुलगते सवाल : जिनका चाहिए जवाब
-पुलिस के मुताबिक आरोपी गौरव ने अकेले ही वारदात को अंजाम दिया। लेकिन जिस दिन कत्ल का पता चला था उस सीन को देखकर साफ लग रहा था कि वारदात में दो से ज्यादा लोग शामिल हैं। फिर अचानक वीरवार को पुलिस ने गौरव के अकेले कातिल होने का दावा क्यों किया?
-डंप डाटा में गौरव का मोबाइल नंबर क्यों नहीं आया?
-पुलिस की ओर से सीसीटीवी फुटेज के आधार पर केजे सिंह के घर व पार्क के आसपास घूम रहे पांच संदिग्धों के फोटो जारी किए गए थे तो गौरव का फोटो क्यों नहीं आया?
-पड़ोसियों व आसपास के लोगों ने पुलिस को क्यों नहीं बताया कि एक युवक को केजे सिंह ने थप्पड़ जड़ा था।
-केजे सिंह का सामान कहां से बरामद किया गया, इस बारे में कोई जानकारी पुलिस ने नहीं दी।
-आरोपी का बुलंदशहर और कजहेड़ी का पता भी पुलिस ने नहीं बताया।
-कातिल कैसे घर में घुसा और वारदात के बाद कहां गया था, इस बारे में भी पुलिस ने कुछ नहीं बताया।
-पहले केजे की हत्या हुई या उनकी मां की, कुछ नहीं बताया गया।
कहीं चोरी की गाड़ी तो नहीं चला रहा था आरोपी?
पुलिस सूत्रों का कहना है कि गौरव इस मामले में अकेला आरोपी नहीं है। हो सकता है कि उसने चोरी की कार किसी से खरीदी हो जिसे वो चला रहा हो। गौरव क्या करता है। इस पर भी पुलिस ने यह कहकर टाल दिया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
कोर्ट में पिटती रही है पुलिस की थ्योरी
मोहाली पुलिस की ओर से कई कत्ल के मामलों को हल करने का दावा तो कर लिया गया लेकिन अदालत में पुलिस इन्वेस्टिगेशन की थ्योरियां फेल होती रही हैं। पिछले साल मोहाली पुलिस की ओर से कत्ल के आरोप में पकड़े गए 6 आरोपी बरी हुए हैं। इस थ्योरी पर भी सवाल उठ रहे हैं कि कातिल कहीं कोई और तो नहीं?
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