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    पंजाब पुलिस की बड़ी कामयाबी, खालिस्तानी आतंकी परविंदर सिंह को अबू धाबी से प्रत्यर्पित

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 04:19 PM (IST)

    पंजाब पुलिस ने खालिस्तानी आतंकी परविंदर सिंह उर्फ पिंडी को अबू धाबी से प्रत्यर्पित कराया जो बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ा है। वह हरविंदर सिंह रिंदा का करीबी सहयोगी है और उस पर कई गंभीर अपराधों के आरोप हैं। इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। डीजीपी गौरव यादव ने इस सफलता के लिए केंद्रीय एजेंसियों और यूएई सरकार का आभार व्यक्त किया।

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    अबू धाबी से खालिस्तानी आतंकी परविंदर सिंह उर्फ पिंडी प्रत्यर्पित (प्रतीकात्मक फोटो)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने आतंक और संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल करते हुए खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़े आतंकी परविंदर सिंह उर्फ पिंडी को अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारत प्रत्यर्पित कराया है। इस आपरेशन को पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों, विदेश मंत्रालय और यूएई सरकार के सहयोग से अंजाम दिया।

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    पुलिस अधिकारियों के अनुसार, परविंदर सिंह कुख्यात विदेशी आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और हैप्पी पासिया का करीबी सहयोगी है। पिंडी पर कई संगीन अपराधों में शामिल होने के आरोप हैं, जिनमें पेट्रोल बम से हमले, हिंसक वारदातें और फिरौती वसूली शामिल है। उसका आतंक मुख्य रूप से बटाला–गुरदासपुर क्षेत्र में फैला हुआ था, जिससे आम लोगों में दहशत का माहौल बना रहता था।

    जानकारी के मुताबिक, बटाला पुलिस की मांग पर इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी किया गया था। इसके बाद पंजाब पुलिस की चार सदस्यीय विशेष टीम, जो एक वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में थी, 24 सितंबर 2025 को अबू धाबी रवाना हुई। टीम ने विदेश मंत्रालय और स्थानीय यूएई अधिकारियों के साथ मिलकर सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी कीं और पिंडी को सफलतापूर्वक भारत लाया गया।

    पंजाब पुलिस ने इसे आतंकी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि यह कार्रवाई संगठन की जीरो टालरेंस पालिसी को दर्शाती है। पुलिस के अनुसार, संगठित अपराध और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में राज्य की जांच क्षमता और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की पहुंच लगातार मजबूत हो रही है।

    डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि यह उपलब्धि न केवल पंजाब बल्कि पूरे देश की सुरक्षा को और सुदृढ़ करेगी। उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों, विदेश मंत्रालय और यूएई सरकार का आभार व्यक्त किया, जिनकी मदद से यह प्रत्यर्पण संभव हो पाया।

    गौरतलब है कि पंजाब में लंबे समय से आतंकवाद और गैंगस्टर नेटवर्क से जुड़ी चुनौती बनी हुई हैं। ऐसे में इस प्रकार की कार्रवाई न केवल अपराधियों में डर पैदा करती है, बल्कि आम जनता को यह संदेश भी देती है कि सरकार और सुरक्षा एजेंसियां पूरी मजबूती से उनके हितों और सुरक्षा की रक्षा कर रही हैं।

    इस आपरेशन के बाद अब पंजाब पुलिस उम्मीद कर रही है कि पिंडी के जरिए अन्य विदेशी नेटवर्क से जुड़े आतंकी और अपराधियों की भी जानकारी मिलेगी, जिससे आगे और कड़े कदम उठाए जा सकेंगे।