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    इस साल पंजाब में होगा अंतरराष्ट्रीय चेस ग्रैंडमास्टर्स टूर्नामेंट, स्कूलों में शुरू होगा शतरंज का खेल

    By Ankesh KumarEdited By:
    Updated: Mon, 15 Mar 2021 02:55 PM (IST)

    इस साल पहले पंजाब अंतरराष्ट्रीय ग्रैंडमास्टर्स टूर्नामेंट का एलान ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (एआइसीएफ) के अध्यक्ष डॉ. संजय कपूर ने किया। उन्होंने बताया कि ...और पढ़ें

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    ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (एआइसीएफ) के अध्यक्ष डॉ. संजय कपूर।

    चंडीगढ़, जेएनएन। ऑल इंडिया चेस फेडरेशन (एआइसीएफ) के अध्यक्ष डॉ. संजय कपूर ने पहले पंजाब अंतरराष्ट्रीय ग्रैंडमास्टर्स टूर्नामेंट का एलान किया। इसकी शुरुआत इस साल के अंत में जालंधर में होगी। डॉ. संजय कपूर ने शतरंज को बढ़ावा देने के लिए अपनी योजनाओं के बारे में बताया कि जिन राज्यों में जहां शतरंज इतना लोकप्रिय खेल नहीं है। वहां ज्यादा से ज्यादा टूर्नामेंट आयोजित करवाए जाएंगे।

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    उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि प्रशंसकों को देश में शतरंज में शीर्ष खिलाडिय़ों को देखने की जरूरत है और हमारा लक्ष्य इस टूर्नामेंट के जरिये अच्छे खिलाडिय़ों को बाहर लाना है। सीनियर राष्ट्रीय शतरंज चैंपियनशिप 13 से 20 अप्रैल तक कानपुर में आयोजित होगी।

    पंजाब के स्कूलों में जल्द शुरू होगा शतरंज का खेल

    डॉ. संजय कपूर ने बताया कि राज्य में स्कूली कार्यक्रम में शतरंज को लागू करने के लिए पंजाब सरकार के साथ  बातचीत कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि देश में हर बच्चा कम से कम तीन से चार साल तक शतरंज खेले। पूरे देश में सैकड़ों शतरंज शिक्षक स्कूलों में जाएंगे। हम सबसे बड़ा डिजिटल प्लेटफॉर्म भी बनाएंगे ताकि लाखों लोग ऑनलाइन शतरंज सीख सकें और खेल सकें।

    बढ़ाई जाएगी शतरंज कोचों की संख्या

    संजय कूपर ने कहा कि जमीनी स्तर पर शतरंज के विकास के लिए महासंघ अगले महीने से देश में कम से कम तीन जिलों के आयोजकों का चुनाव करेगा और उन्हें प्रशिक्षण देगा। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य जल्द ही देश में 1500 प्रशिक्षित आयोजकों को तैयार करना है ताकि हम पूरे वर्ष में कई टूर्नामेंट आयोजित कर सकें। ट्रेनर कार्यक्रम के तहत मौजूदा समय में 14 ग्रैंडमास्टर्स और 14 अंतरराष्ट्रीय मास्टर्स द्वारा 1500 प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य हजारों शतरंज कोचों के लिए रोजगार पैदा करना है जो बारी-बारी से सिखाएंगे और लाखों खिलाडिय़ों को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे।

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