चंडीगढ़ कोठी प्रकरण में गिरफ्तार इंस्पेक्टर राजदीप सिंह का विवादों से पुराना नाता, आज भी उसकी रीढ़ में फंसी है गोली
चंडीगढ़ में कोठी कब्जाने के मामले में गिरफ्तार चंडीगढ़ पुलिस विभाग के पूर्व एसएचओ राजदीप सिंह कि कहानी भी कुछ फिल्मी है। उनका पहले से ही विवादों से नाता रहा है। एक विवाद में राजदीप को गोली लग गई थी जो आज भी उसकी रीढ़ में फंसी हुई है।

चंडीगढ़ [कुलदीप शुक्ला]। शहर के सेक्टर-37 कोठी कब्जाने के मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अपने ही विभाग के इंस्पेक्टर और सेक्टर-39 थाने के पूर्व एसएचओ रहे राजदीप सिंह को भी गिरफ्तार किया है। अब राजदीप को जिला अदालत ने न्यायिक हिरासत भेज दिया है।
चंडीगढ़ पुलिस विभाग में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर भर्ती होने वाले राजदीप का पहले भी विवादों से नाता रहा है। कोठी प्रकरण में राजदीप के खिलाफ साजिश के तहत आरोपितों को कोठी कब्जाने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। विभाग की तरफ से सस्पेंड करने से पहले उसकी ड्यूटी ट्रैफिक पुलिस विभाग में थी। इसी तरह एक प्रकरण में गोली लगने के बाद राजदीप की रीढ़ में आज भी गोली फंसी हुई है।
कोठी में प्रकरण में ये आरोप
वर्ष 2017 में सेक्टर-39 थाने के तत्कालीन प्रभारी रहते राजदीप सिंह पर मामले में कार्रवाई नहीं करने, शिकायतकर्ता से गाली-गलौच कर भगाने, आरोपितों का साथ देने सहित कई अन्य आरोप थे। इसके अलावा चंडीगढ़ पुलिस की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) की पड़ताल में खुलासा हुआ कि राजदीप ने सबसे पहले संजीव महाजन और सुरजीत बाउंसर को कोठी में घुसने में मदद की थी। मार्च 2018 को सेक्टर-38 स्थित छोटे चौक पर राजदीप की बाइक सवार पांच बदमाशों में गोली मारकर हत्या कर दी थी।
अक्टूबर में अनुशासनहीनता पर हुआ था सस्पेंड
अक्टूबर 2020 में सिक्योरिटी विंग में तैनाती के समय इंस्पेक्टर राजदीप सिंह को अनुशासनहीनता के आरोप में एसएसपी कुलदीप चहल ने सस्पेंड कर विभागीय जांच बैठा दी थी। राजदीप सिंह की हरियाणा के बरौदा में 17 अक्टूबर 2020 को उपचुनाव को लेकर ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन वह ड्यूटी पर नहीं गए और बाद में मेडिकल सर्टिफिकेट भेज दिया था।
मोगा एनकाउंटर में राजदीप के रीढ़ में फंसी गोली
चंडीगढ़ पुलिस में भर्ती होने के बाद मोगा स्थित राजदीप के एक रिश्तेदार के घर जमीन का विवाद हुआ था। उस मामले में मोगा पहुंचने पर विवाद के बीच गोलियां चल गई थी। एक गोली राजदीप के रीढ़ में लगी। जबकि, दूसरे पक्ष के एक व्यक्ति का गोली लगने में मौत हो गई थी। राजदीप को लगी गोली का ऑपरेशन संभव न होने की वजह से आज भी उसकी रीढ़ में गोली फंसी हुई है। इसके अलावा चालान बुक गुम होने के मामले में भी राजदीप काफी विवादों में घिरे थे।
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