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    ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में क्या कर रहा था पन्नू? अमेरिका से पूछेगा भारत; कार्यक्रम में आतंकी की उपस्थिति गंभीर मामला

    Updated: Fri, 24 Jan 2025 11:23 PM (IST)

    ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की मौजूदगी ने भारत की चिंता बढ़ा दी है। पन्नू भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल है और उसे 2020 में भारत सरकार ने आतंकवादी घोषित किया था। विदेश मंत्रालय ने इस मामले को अमेरिका के समक्ष उठाने का फैसला किया है। कहा कि यह हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है।

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    भारत का मॉस्ट वांटेड आतंकी गुरवतपंत सिंह पन्नू। (फाइल फोटो)

    एजेंसी/इंटरनेट, चंडीगढ़। अमेरिका के दूसरी बार राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में विश्वभर के गणमान्य लोगों सहित भारत से भी अच्छी संख्या में बड़े लोगों को आमंत्रित किया गया। शपथ ग्रहण से पहले और बाद में ट्रंप भारतीयों से बड़ी आत्मीयता से मिले।

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    इससे भारत के लोगों व सरकार को प्रसन्नता हुई, लेकिन उसी कार्यक्रम में एक ऐसा चेहरा भी दिखाई दिया जिसने भारत के मुख का स्वाद कसैला कर दिया है। यह व्यक्ति है आक्रामक भारत-विरोधी संगठन ‘सिख्स फार जस्टिस’ (एसएफजे) का वकील गुरपतवंत सिंह पन्नू।

    शपथ ग्रहण में क्या सोचकर बुलाया पन्नू को?

    भारत सरकार यह सोचकर हैरान है कि जब अमेरिका इस बात से पूरी तरह अवगत है कि खालिस्तानी समर्थक पन्नू भारत-विरोधी गतिविधियों में लिप्त है और भारत उसे लेकर अत्यंत संवेदनशील है तो भी उसे ट्रंप से शपथ ग्रहण समारोह में क्या सोचकर बुलाया गया।

    बताया जा रहा है कि जब राष्ट्रपति ट्रंप व उनकी पत्नी मेलानिया मंच पर थे और उनका अभिनंदन करते हुए भारी भीड़ ‘यूएसए..यूएसए..’ के नारे लगा रही थी तो इसी बीच भीड़ में मौजूद पन्नू ने अपना कैमरा ऑन करके अपनी ओर किया और फुसफुसाया ‘खालिस्तान जिंदाबाद।’ यह भी कहा जा रहा है कि उसने ट्रंप के कार्यक्रम में भारत विरोधी नारे भी लगाए।

    'यह मुद्दा हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा'

    रिपोर्टों में कहा गया है कि पन्नू को आधिकारिक रूप से कार्यक्रम का आमंत्रण नहीं दिया गया था, उसने अपने ‘कांटैक्ट’ से एंट्री टिकट प्राप्त की। विदेश मंत्रालय ने शपथ ग्रहण समारोह में पन्नू की मौजूदगी को गंभीरता से लिया है और इस मामले को अमेरिका के समक्ष उठाने का फैसला किया है।

    विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि जब भी अमेरिका में कोई भारत-विरोधी गतिविधि होती है, हम संबंधित सरकार के समक्ष मामला उठाते हैं। उन्होंने कहा कि हम अमेरिका के समक्ष हर वह मुद्दा उठाते रहेंगे जो हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है और राष्ट्र विरोधी एजेंडा रखता है।

    पन्नू को 2020 में भारत द्वारा आतंकवादी घोषित किया गया था और वह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के रडार पर है। पन्नू ने अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा को धमकी दी थी कि वह अमेरिका में खालिस्तानी समर्थकों के रडार पर हैं।

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