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    प्रदूषण से निपटने के लिए तैयार हरियाणा सरकार, एंटी-स्मॉग गन से लेकर रोड स्वीपिंग मशीनों तक; क्या हैं सारे इंतजाम?

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 05:38 PM (IST)

    हरियाणा सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए 17 करोड़ रुपये जारी किए हैं। यह राशि गुरुग्राम फरीदाबाद समेत 12 शहरों में एंटी-स्मॉग गन खरीदने और रोड स्वीपिंग मशीनें बढ़ाने के लिए दी गई है। सरकार का लक्ष्य है कि प्रदूषण को कम किया जाए क्योंकि दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है और लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है।

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    प्रदूषण से निपटने के लिए तैयार हरियाणा सरकार (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दीपावली के बाद पैर पसारने वाले वायु प्रदूषण के जिन्न को कमजोर करने के लिए हरियाणा सरकार नई रणनीति बनाई है। 17 करोड़ से अधिक राशि जारी की गई है। इससे गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत, भिवानी, करनाल, धारूहेड़ा (रेवाड़ी) पलवल, बहादुरगढ़, जींद सहित 12 शहरों में खरीदी जाएंगी एंटी स्माग गन तथा बढ़ेंगी रोड स्वीपिंग मशीनों की संख्या, गुरुग्राम तथा फरीदाबाद के लिए तय राशि में साठ प्रतिशत रकम जारी होगी। सीपीसी की मूल्यांकन समिति ने सरकार प्रस्ताव को अनुमति दे दी है।

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    इन जिलों के लिए एंटी स्पाग गन खरीदी जाएंगी। गुुरुग्राम, फरीदाबाद जैसे कई शहरों में पहले से एंटी स्माग गन है लेकिन अब इनकी संख्या शहर की जरूरत के अनुरूप बढ़ाई जानी है। इसी तरह से सड़क साफ करने वाली मशीनों की संख्या भी बढ़ेगी। मशीन ठीक से काम करे इसके लिए जर्जर सड़कों की पहले ही मरम्मत की जा रही है।

    मोक्ष स्थलों पर बायो गैस आधारित मशीन लगाई जाएंगी। इसके अलावा शहर के प्रमुख स्थानो पर इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए चार्जर लगेंगे। जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों का लोग अधिक से अधिक प्रयोग कर सकें। चार्ज करने की परेशानी की वजह लोग इलेक्ट्रिक वाहन होते हुए भी उसका उपयोग अधिक करने से बचते हैं।

    बता दें कि दिल्ली से गुरुग्राम तथा फरीदाबाद, सोनीपत, पलवल तथा रेवाड़ी के धारूहेड़ा में अक्टूबर माह से वायु प्रदूषण बढ़े लगता है। दिसंबर तक कई दिन ते ऐसे होते हैं कि प्रदूषण की मोटी परत से सूरज की चमक भी हीं दिखाई देती है।

    वायु प्रदूषण का गुणवत्ता सूचकांक 500 से भी अधिक पहुंच जाता है। लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है। पिछले साल प्रदूषण का कहर इतना अधिक था कि एक से आठवीं तक के स्कूल एक सप्ताह के लिए माह में दो बार बंद करने पड़े थे।