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    पंजाब में आज मंत्रियों और विधायकों के घर घेरेंगे किसान, शंभू और खनौरी बॉर्डर खाली कराने से हैं नाराज

    Updated: Mon, 31 Mar 2025 02:59 PM (IST)

    Punjab Farmers Protest पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 13 महीने तक चले किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के बाद एक बार फिर किसान संगठनों ने प्रदर्शन करने का फैसला किया है। किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) ने 31 मार्च को पंजाब के मंत्रियों और विधायकों के घरों के बाहर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।

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    मंत्रियों और विधायकों का घर घेरेंगे किसान

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। शंभू व खनौरी बॉर्डर (Shambhu & Khanauri Border) पर 13 माह आंदोलन (Kisan Andolan) चलाने वाले किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के बीच एक बार फिर इकट्ठे प्रदर्शन को लेकर सहमति बन गई है।

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    रविवार दोपहर को केएमएम नेता सरवन सिंह पंधेर ने 31 मार्च को पंजाब के मंत्रियों और विधायकों के घर के बाहर प्रदर्शन करने की घोषणा की थी, जबकि जगजीत सिंह डल्लेवाल के संगठन के कुछ नेताओं ने इस प्रदर्शन का हिस्सा नहीं बनने की बात कही थी।

    19 मार्च को खाली कराया गया था बॉर्डर

    दोपहर बाद दोनों गुटों के नेताओं के बीच ऑनलाइन बैठक हुई जिसमें एसकेएम गैर-राजनीतिक ने 31 मार्च के मोर्चे में केएमएम का साथ देने की घोषणा कर दी। गौरतलब है कि 19 मार्च को पंजाब पुलिस ने किसान नेताओं को हिरासत में लेकर शंभू और खनौरी बॉर्डर खाली कर लिया था।

    इसके बाद दोनों बॉर्डरों पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई थी। सरवन सिंह पंधेर को पुलिस रिहा कर चुकी है, जबकि अनशन कर रहे डल्लेवाल को पटियाला के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

    13 महीने धरने के बाद खाली हुआ था खनौरी बॉर्डर

    पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 13 महीने से मोर्चा लगा धरना दे रहे किसान नेताओं को पंजाब पुलिस ने हटा दिया था। पंजाब पुलिस ने पूरी योजनाबद्ध तरीके से शंभू और खनौरी सीमाओं पर विरोध स्थलों को खाली करा दिया था। पुलिस ने बैरिकेड्स, वाहनों और अस्थायी ढांचों को हटा दिया था।

    इसकी रणनीति पंजाब पुलिस ने पहले से ही तैयार कर ली गई थी। इस कार्रवाई की जिम्मेदारी मोहाली पुलिस को सौंपी गई थी, जो सुबह से ही इस योजना पर काम कर रही थी। पुलिस ने बुधवार को लगभग शाम साढ़े पांच बजे मोहाली में किसानों की धरपकड़ शुरू की।

    सुप्रीम कोर्ट ने की थी डल्लेवाल की तारीफ

    सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि लगभग चार माह से किसानों की विभिन्न मांगों के समर्थन में अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल खत्म करने वाले जगजीत सिंह डल्लेवाल बिना राजनीतिक एजेंडे वाले वास्तविक नेता हैं।

    जस्टिस सूर्य कांत एवं जस्टिस एन. कोटिस्वर सिंह की पीठ को पंजाब के महाधिवक्ता गुरमिंदर सिंह ने बताया कि खनौरी व शंभू बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को तितर-बितर कर दिया गया है और सभी बंद पड़ी सड़कों व राजमार्गों को खोल दिया गया है।

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