जागरण संवाददाता, मोहाली : गर्मी शुरू होते ही शहर में पेयजल की समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है। जीरकपुर, डेराबस्सी, नयागांव, खरड़ के लोगों को पानी की किल्लत का अभी से सामना करना पड़ है। क्योंकि इस क्षेत्रों में ज्यादातर नलकूप खराब पड़े है। मोहाली में कजौली की पांचवीं लाइन से इस बार भी पानी नहीं मिलेगा। ध्यान रहे कि अभी तक शहर को 13 एमजीडी (मेगा गेलन डेली) पानी मिल रहा है। जबकि जरूरत 25 एमजीडी के करीब है।

उधर, नगर परिषद जीरकपुर शहर में पानी की सप्लाई के लिए अभी ट्यूबवेल के भरोसे है, लेकिन इन गर्मियों में अगर ट्यूबवेल की अभी से रिपेयर नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में पेयजल संकट ओर गहरा सकता है। इस समय जीरकपुर में 10 से ज्यादा ट्यूबवेल ऐसी हालत में हैं, जो कभी भी बंद हो सकते हैं। पिछले साल एमसी ने 10 नए ट्यूबवेल लगाने का एजेंडा पास किया था, जिनमें से पांच ही ट्यूबवेल लगे हैं। पांच नए ट्यूबवेल लगाने की और जरूरत है। एमसी को सभी 80 ट्यूबवेल की प्रॉपर चेकिग और उनकी रिपेयर का काम अभी करना चाहिए, क्योंकि गर्मियों में एक ओर लोगों को पानी की कमी रहती है, वहीं अगर मेंटेनेंस के लिए कोई ट्यूबवेल बंद रहा तो उस एरिया में पब्लिक को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। डेराबस्सी में दो नलकूप खराब होने को हैं। वहीं, नयागांव में दो नए नलकूप लगाने की जरूरत है। लालडू व खरड़ में भी दो-दो नए नलकूपों की जरूरत है तभी पानी की कमी पूरी हो सकती है।

कोट्स

शहर में पानी की किल्लत नहीं रहेगी। ट्यूबवेल की रिपेयर और उनकी मेंटेनेंस समय-समय कराई जाती है। कंजौली वॉटर व‌र्क्स से पानी लाने तक शहर में ट्यूबवेल पानी देंगे और जिन जगहों पर ट्यूबवेल खराब हो रहे हैं, वहां नए लगाए जा रहे हैं।

-संदीप तिवारी, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद जीरकपुर।

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