पंजाब में 80 से ज्यादा ट्रैवल एजेंटों पर गिरी गाज, डंकी रूट के जरिए लोगों को भेजते थे अमेरिका
पंजाब पुलिस ने अवैध रूप से विदेश भेजने वाले ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। 2024 में अब तक करीब 80 ट्रैवल एजेंटों पर मामले दर्ज किए जा चुके हैं। ये एजेंट इंटरनेट मीडिया पर अवैध तरीके से रोजगार संबंधी विज्ञापन दे रहे थे। पंजाब के विभिन्न एनआरआई थानों में भी इमिग्रेशन एक्ट की धारा 24-25 के मामले दर्ज किए गए हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। अमेरिका से डिपोर्ट होकर आए भारतीयों के साथ ही गैरकानूनी रूप से विदेश भेजने वाले ट्रैवल एजेंटों पर कार्रवाई की मांग भी उठने लगी है।
पंजाब पुलिस राज्य में अवैध रूप से चल रहीं ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। इन ट्रैवल एजेंटों पर इंटरनेट मीडिया पर अवैध तरीके से रोजगार संबंधी विज्ञापन देने के मामले भी दर्ज किए जा रहे हैं।
एक साल में 80 ट्रैवल एजेंटों पर हुई कार्रवाई
पंजाब पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक वर्ष 2024 में गैरकानूनी रूप से विदेश भेजने वाले करीब 80 ट्रैवल एजेंटों पर मामले दर्ज किए गए। यह अभियान लगातार जारी है। प्रोटेक्टरेट आफ इमिग्रेंट्स ने ऐसी ट्रैवल एजेंटों की ओर से विदेशी नौकरियों के लिए इंस्टाग्राम और फेसबुक पर दिए जाने वाले विज्ञापनों को भी गंभीरता से लिया है।
यह भी पढ़ें- क्या है डंकी रूट? सिर पर कफन बांधकर चलते हैं लोग; फिर जंगलों को पार कर मेक्सिको होते हुए ऐसे पहुंचते हैं अमेरिका
इनके खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे। राज्य के विभिन्न एनआरआई थानों में भी इमिग्रेशन एक्ट की धारा 24-25 के मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें अमृतसर, मोहाली, लुधियाना और पटियाला जिले शामिल हैं।
सबसे ज्यादा मामले में मोहाली, जांलधर, लुधियाना में दर्ज किए गए। अधिकारियों के मुताबिक अगर पंजाब में कोई भी ट्रैवल एजेंट का काम करता है, तो उसके लिए सरकार से अनुमित लेनी जरूरी है। ऐसा न करने पर उस पर मामला दर्ज किया जाता है। वहीं, पंजाब पुलिस की ओर से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
डंकी रूट से अमेरिका जाने वाले लोगों की दर्द भरी कहानी
बता दें कि अमेरिका से डिपोर्ट होकर भारत पहुंचने वाले 104 लोगों में से चार युवक पटियाला के हैं। इन युवकों की अमेरिका पहुंचने की कहानी दिल झकझोर देने वाली है। विदेश के मोह में ये सबकुछ गंवा बैठे। अमेरिका जाने के लिए किसी ने जमीन बेची तो किसी ने लाखों का लोन लिया। पांच माह पहले सफर पर निकले तो चेहरे पर खुशी लेकिन रास्ते में मुसीबतों का पहाड़ मिला।
दो महीने तक जंगलों में रातें गुजारने पड़ीं। किसी तरह से अमेरिका पहुंचा, लेकिन बार्डर पार करते ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए। अभी गांव में लोगों को अमेरिका पहुंचने की बात भी नहीं बता पाए थे कि डिपोर्ट कर दिया गया। पटियाला के गांव ऐहरू खुर्द निवासी 22 वर्षीय अमृत सिंह तकरीबन पांच महीने पहले ही अमेरिका गया था।
पांच महीने पहले घर से निकला था अमृत सिंह
बड़ी बहन शादी के बाद कनाडा सेटल है। अमृत सिंह भी अमेरिका जाकर सेटल होना चाहता था। इसी चाह में डंकी रूट से वह पांच माह में अमेरिका पहुंचा था। पिता जमींदार हैं। उनके पास तकरीबन सात एकड़ जमीन है।
गांव के सरपंच रघुबीर सिंह ने कहा कि बेटे अमृत सिंह ने अमेरिका जाने की जिद की थी, जिस वजह से पिता ने जमीन बेच उसे अमेरिका भेजा था। एक बार तो जाकर लौट आया था, लेकिन इस बार पांच महीने पहले वह घर से निकला था, लेकिन इस बार अमेरिकी पुलिस ने पकड़ लिया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।