'पंजाब भिखारी नहीं है', विधानसभा में जमकर गरजे CM भगवंत मान; कहा- नफरत करती है बीजेपी
पंजाब विधानसभा (Punjab Assembly) के दो दिवसीय सत्र में सीएम भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा पंजाब से नफरत करती है। उन्होंने कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के उस बयान का भी जवाब दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि आम आदमी पार्टी (Aam Admi Party) के 32 विधायक उनके संपर्क में हैं।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है कि वह पंजाब के प्रति मन में नफरत रखती है, क्योंकि उन्हें लगता है कि पंजाब के लोग उन्हें चुनाव जितवाते नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अभी तक केवल एक ही फैसला वापस लिया है। वह है तीन कृषि कानूनों को रद्द करने वाला फैसला, जिसे पंजाब के किसानों के विरोध के कारण वापस लेना पड़ा। शायद यही नफरत उनके मन में बैठी है। नफरत के कारण ही अमेरिका से डिपोर्ट भारतीयों का विमान भी अमृतसर में उतारा गया।
बीजेपी-कांग्रेस को जमकर कोसा
मुख्यमंत्री भगवंत मान नई मंडीकरण नीति के ड्राफ्ट के खिलाफ आए प्रस्ताव पर बोल रहे थे। हालांकि उन्होंने ज्यादा समय मंडीकरण नीति पर बात करने की बजाय केंद्र के नेताओं और पंजाब की विपक्षी पार्टी कांग्रेस को कोसने पर लगाया।
मान ने कहा कि कभी शिक्षा नीति के बहाने तो कभी खेती के बहाने और कभी बिजली के बहाने केंद्र सरकार राज्यों के अधिकारों पर हड़प रही है। ग्रामीण विकास फंड के रोके हुए आठ हजार करोड़ रुपये का उदाहरण देते हुए मान ने कहा, जब 2022 में हम आए थे तब केंद्र सरकार ने यह फंड रोका हुआ था।
उन्होंने कहा कि हमने पता किया तो हमें तत्कालीन केंद्रीय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि पिछली सरकार ने इसका इस्तेमाल गलत किया है। हमने विधानसभा में संशोधित बिल भी पारित कर दिया। फिर कहा कि आप टैक्स ज्यादा ले रहे हो। हम सिर्फ दो प्रतिशत ही देंगे। उन्होंने कहा कि हम कोई भीख नहीं मांग रहे हैं बल्कि यह हमारा हक है।
बाजवा के आरोपों पर भी दिया जवाब
मान ने बताया कि आरडीएफ को लेकर हमने सुप्रीम कोर्ट में केस किया हुआ है। विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा की ओर से इस केस को लड़ने के लिए कमजोर वकील लगाने के आरोप को उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि एक से एक बड़ा वकील किया गया है। पुरानी सरकार की तरह नहीं कि एजी ने अपने तीन चार चेले भेज दिए।
अमृतसर में अमेरिकी जहाज उतरने पर भी दिया बयान
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा पंजाब को बदनाम करने की कोई कोशिश नहीं छोड़ती। हाल ही में अमेरिका से डिपोर्ट किए गए जहाजों को अमृतसर उतारने और युवाओं को जंजीरों और बेडियों में लाने का जिक्र करते हुए मान ने कहा, ये जहाज बिना कारण अमृतसर केवल इसलिए उतारे हैं ताकि पंजाब की छवि खराब को खराब किया जा सके।
उन्होंने कहा कि जब बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को राजनीतिक शरण देने के लिए जहाज लाया गया तो उसे हिंडन पर उतारा गया। इन जहाजों को भी हिंडन या अहमदाबाद में उतारा जा सकता था।
उन्होंने कहा कि भाजपा हरियाणा और देश का चुनाव जीतकर सोच रही है कि उसे विरोध का कोई फर्क नहीं पड़ता। यह ठीक है कि कभी कभी संघर्ष वोट में तब्दील नहीं होते लेकिन लोगों के विरोध को सरकार को समझना चाहिए।
सीएम आंख में इन्फेक्शन के कारण कुछ समय के लिए ही पहुंचे सदन
मुख्यमंत्री दो दिन के सत्र में अपनी आंख में इन्फेक्शन के कारण मंगलवार को केवल कुछ समय के लिए ही सदन में आए। उन्होंने विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर भी तीखा शाब्दिक हमला बोला। कहा, हर रोज कह देते हैं कि 32 विधायक मेरे संपर्क में हैं।
उन्होंने कहा कि कभी कह देते हैं कि छह महीने में भगवंत मान मुख्यमंत्री पद से हट जाएगा। पहले अपने गिरेबान में झांकें, दिल्ली में तीसरी बार जीरो सीट आई है। फिर भी ये खुशियां मना रहे हैं। अगर इन्होंने पंजाब में काम किया होता तो लोगों को हमें चुनने की जरूरत न पड़ती।
अकाली दल के बारे में उन्होंने कहा कि वह तो अब किसी जगह रह ही नहीं गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके विपरीत, राज्य सरकार ने निजी कंपनी जीवीके पावर से गोइंदवाल पावर प्लांट खरीदकर एक नया इतिहास रचा है।
उन्होंने बताया कि टोल प्लाज़ा बंद होने से पंजाब के आम लोगों की रोज़ाना 63 लाख रुपये की बचत हो रही है। सरकार भूजल बचाने के लिए सिंचाई में नहरी पानी के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, रोज़गार और बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बाजवा पर तंज, अपने विधायकों को एकजुट कर दिखाओ
विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि सत्ताधारी ‘आप’ विधायकों का समर्थन हासिल करने के सपने देखने के बजाय कांग्रेस को अपनी पार्टी को एकजुट रखने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ‘आप’ विधायकों के संपर्क में होने की बात सिर्फ बाजवा की मीडिया में सुर्खियां बटोरने की चाल है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मौजूदा विधानसभा में कांग्रेस के सात विधायक भी एकजुट होकर काम नहीं कर सकते।
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