खतरे में चंडीगढ़ की ऐतिहासिक धरोहर! रॉक गार्डन की दीवार तोड़ने पर मचा बवाल; प्रशासन ने रोका काम
चंडीगढ़ के विश्व प्रसिद्ध रॉक गार्डन में दीवार तोड़ने के मामले ने तूल पकड़ ली है। लोगों के विरोध के कारण प्रशासन ने मुख्य दीवार को तोड़ने का काम रोक दिया है। हालांकि रॉक गार्डन के अंदर खुदाई का काम जारी है। प्रशासन ने बीच का रास्ता निकालते हुए कहा है कि फिलहाल रॉक गार्डन के अंदर का काम पहले की तरह जारी रहेगा। फिलहाल चंडीगढ़ प्रशासन बैकफुट पर है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। विश्व धरोहर रॉक गार्डन के फेज-3 के गेट और वहां पर बनी दीवार को गिराए जाने का मामले पर लोगों का विरोध जारी है।
उधर लोगों के प्रदर्शन को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग ने भी मुख्य दीवार को तोड़ने का काम रोक दिया है।
लेकिन रॉक गार्डन के अंदर बुधवार को भी खुदाई के काम जारी है। ठेकेदार की ओर से दो जेसीबी को सड़क चौड़ा करने के लिए चिह्नित जगह की खुदाई लगातार जारी है।
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प्रशासन ने निकाला बीच का रास्ता
प्रशासन के अधिकारियों ने समाज सेवी संस्थाओं और रॉक गार्डन के लिए प्रदर्शन करने वाले लोगों के विरोध को देखते हुए अब बीच का रास्ता निकाला है। जानकारी के अनुसार फिलहाल रॉक गार्डन के अंदर का काम पहले की तरह जारी रहेगा। लेकिन दीवार को तोड़ने को लेकर प्रशासन के अधिकारियों की ओर से निर्देश जारी होने के बाद ही आगे का काम होगा। प्रशासन ने भी पहले दीवार के अंदर के एरिया के काम को खत्म करने का फैसला लिया है।
बनाई जानी हैं दो नई दीवार, लोगों ने सोशल मीडिया पर शुरू की कैंपेन
दो नई दीवार बनाई जानी है पहले उसे तैयार किया जाएगा। बुधवार को भी नए स्ट्रक्चर के लिए खुदाई लगातार जारी रही। बीते रविवार को रॉक गार्डन निर्माता नेकचंद द्वारा तैयार रॉक गार्डन के हिस्से को तोड़ने के खिलाफ शहर के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था।
लोग बैनर और पोस्टर लेकर रॉक गार्डन के सामने पहुंच गए। कई लोगों ने इस अभियान के खिलाफ सोशल मीडिया पर भी कैंपेन शुरू कर दी, जिसमें ऑनलाइन सिग्नैचर कैंपेन भी शामिल था। चार हजार से अधिक लोग इसके विरोध में जुड़ चुके हैं। उधर मामले में सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर करने की जानकारी मिली है, जिसके बाद चंडीगढ़ प्रशासन बैकफुट पर है।
उम्मीद है कि प्रशासन की ओर से सुप्रीम कोर्ट से भी क्लीयरेंस मिलने के बाद रॉक गार्डन के मामले में कोई अंतिम फैसला लिया जाए। वैसे पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद ही हाईकोर्ट के आसपास बढ़ते ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए रॉक गार्डन के कुछ हिस्से को तोड़ने का आदेश दिया गया था। यूटी प्रशासन इस हिस्से को रॉक गार्डन का नहीं मानता, जबकि रॉक गार्डन निर्माता नेकचंद के बेटे अनुज सैनी भी प्रशासन के फैसले का विरोध कर रहे हैं।

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