करोड़ों की धोखाधड़ी के आरोपितों को बचाने वाले इंस्पेक्टर पर शिकंजा, केस चलाने को पुलिस ने प्रशासन से मांगी मंजूरी
चंडीगढ़ पुलिस ने इंस्पेक्टर जसमिंदर सिंह के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए प्रशासन से मंजूरी मांगी है। जसमिंदर पर उत्तर प्रदेश में 6 करोड़ रुपये की धोखाधड़ ...और पढ़ें

उत्तर प्रदेश में छह करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपितों को बचाने की साजिश रची।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। उत्तर प्रदेश में छह करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपितों से मिलीभगत करने और उन्हें बचाने की साजिश में पकड़े गए इंस्पेक्टर जसमिंदर सिंह के खिलाफ केस चलाने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने प्रशासन से मंजूरी मांगी है।
इस साल मार्च में पुलिस ने डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल के इंचार्ज जसमिंदर को धोखाधड़ी के आरोपितों को बचाने के मामले में पकड़ा था। कुछ आरोपित उत्तर प्रदेश में वारदात कर चंडीगढ़ आए थे। यहां इंस्पेक्टर जसमिंदर और अन्य लोगों ने उन्हें किसी झूठे केस में जेल भेज दिया ताकि यूपी पुलिस उन्हें पकड़ न सके।
इस मामले में जसमिंदर के खिलाफ पुलिस ने प्रासिक्यूशन सेंक्शन यानी केस चलाने की मंजूरी मांगी है। मंजूरी मिलने के बाद उनके खिलाफ जिला अदालत में मुकदमा चलेगा। उनसे पहले चंडीगढ़ पुलिस ने 24 मार्च को राकी और गौरव नाम के दो युवकों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस को उनसे अवैध हथियार बरामद हुए थे। पुलिस ने उनसे जब पूछताछ की तो पता चला कि वे बागपत, यूपी में एक प्राइवेट कंपनी से छह करोड़ की धोखाधड़ी कर चंडीगढ़ आए थे। यहां उनकी कुछ लोगों से बात हुई जिन्होंने इंस्पेक्टर जसमिंदर के साथ मिलकर उन्हें बचाने के लिए साजिश रची।
उन्हें आर्म्स एक्ट के झूठे केस में फंसाने की तैयारी थी ताकि वह चंडीगढ़ जेल में सुरक्षित रहें और यूपी पुलिस उन्हें पकड़ न सके। इस साजिश का पता चलते ही पुलिस ने इंस्पेक्टर जसमिंदर को गिरफ्तार कर लिया था।

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