Chandigarh Blast: बम धमाके से जुड़े मामले में 2 संदिग्ध गिरफ्तार, रैपर बादशाह के क्लब पर हुआ था अटैक
चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित क्लबों पर हुए बम धमाकों के दो संदिग्ध हमलावरों को पुलिस ने पकड़ा है। दोनों पंजाब के रहने वाले हैं। क्लब संचालकों से पूछताछ के आधार पर पुलिस को कई अहम जानकारियां मिलीं। सेक्टर-51 निवासी अर्जुन को रंगदारी के एक अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया है। उसका भी इस हमले में कनेक्शन सामने आ रहा है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। राजधानी चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित क्लबों पर हुए बम धमाकों के दो संदिग्ध हमलावरों को चंडीगढ़ पुलिस ने काबू किया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। दोनों पंजाब के रहने वाले हैं।
पुलिस ने अभी तक पहचान उजागर नहीं की है। क्लब संचालकों से हुई पूछताछ के आधार पर पुलिस को कई अहम जानकारियां मिलीं जिनके आधार पर वह हमलावरों तक पहुंची।
डी ओरा क्लब संचालक से रंगदारी के एक अन्य मामले में सेक्टर-51 निवासी अर्जुन को गिरफ्तार किया है। वह सेक्टर-26 के कुछ क्लबों में पार्टनर भी रह चुका है। अर्जुन का भी इस हमले में कनेक्शन सामने आ रहा है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
मंगलवार को हुआ था हमला
उल्लेखनीय है कि मंगलवार 26 नवंबर को सुबह 3.12 बजे सेक्टर-27 के सेविले बार एंड लाउंज और डी ओरा क्लब पर देसी बम से हमला किया गया था। सेविले बार एंड लाउंज में बॉलीवुड रैपर बादशाह की भी हिस्सेदारी है।
दोनों हमलों के संदिग्धों को पकड़ने के लिए चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम ब्रांच, ऑपरेशन सेल, जिला अपराध शाखा व सेक्टर-26 पुलिस थाने की टीम लगातार छापेमारी कर रही थीं। सेक्टर-26 से भागने के सभी संभावित रूटों की पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली थी जिससे पता चला कि हमलावर सेक्टर-26 ग्रेन मार्केट के रास्ते से आए थे।
हमले के बाद सेक्टर-32/20 और सेक्टर-49/50 होते पीसीए स्टेडियम चौक के पास से निकले। इसके बाद वे फेज-10/11 से होते हुए आइजर की ओर गए। चंडीगढ़ पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मोहाली से जीरकपुर पहुंची।
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सेक्टर-51 की हाउसिंग बोर्ड सोसायटी निवासी अर्जुन ठाकुर के खिलाफ डी ओरा क्लब के मालिक निखिल चौधरी निवासी शिवा एंक्लेव (नाभा) पटियाला ने कुछ समय पहले प्रोटेक्शन मनी के रूप में हर महीने 50 हजार रुपये की रंगदारी मांगने की शिकायत दी थी।
पुलिस ने इस मामले में सेक्टर-26 थाने में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसका गैंगस्टर कनेक्शन पुलिस को मिला। अर्जुन के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं। इसी से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।
हमले में हो सकती है अर्जुन की भूमिका
बम धमाके में अर्जुन ठाकुर की भी भूमिका हो सकती है क्योंकि निखिल ने पुलिस को शिकायत दी थी कि उसके पार्टनर टेकचंद के साथ अनबन का लाभ अर्जुन ठाकुर उठाना चाहता है। वह निखिल के हिस्से को अपने नाम पर करना चाहता था। उसने धमकी दी कि यदि उसको 50 हजार रुपये प्रतिमाह नहीं दिए तो निखिल को मार देगा या बुरी तरह घायल कर दिया जाएगा।
निखिल ने उसे रंगदारी नहीं दी और उससे मिलना-जुलना बंद कर दिया था। एक दिन क्लब के बाहर दोनों की मुलाकात हुई तो वहां फिर से धमकी दी गई। इसके बाद निखिल ने रुपये नहीं दिए। ऐसा संभव है कि इससे नाराज होकर अर्जुन ठाकुर ने ही क्लब पर हमला करवा दिया।
बाइक पर लगाया मोगा के ई-रिक्शा का नंबर
हमलावर जिस बाइक पर सवार होकर आए थे, उसके नंबर की जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि वह नंबर मोगा की ई-रिक्शा का है। इससे साफ है कि हमलावर पहले से ही जानते थे कि सड़कों पर हर जगह लगे कैमरों में वे रिकॉर्ड हो जाएंगे और पुलिस उन तक आसानी से पहुंच जाएगी इसीलिए पुलिस को गुमराह करने के लिए उन्होंने बाइक पर ई-रिक्शा का नंबर लगाया था।
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