कनाडा के रक्षा मंत्री सज्जन के पंजाब दौरे में गाड़ी पर नहीं होगी कोई बत्ती
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कनाडा के रक्षा मंत्री सज्जन के पंजाब दौरे का ब्यौरा पंजाब सरकार भेज दिया है। पंजाब सरकार के मुताबिक सज्जन की गाड़ी पर कोई बत्ती नहीं होगी।
चंडीगढ़ [हरिश्चंद्र]। कनाडा के रक्षामंत्री हरजीत सिंह सज्जन को पंजाब सरकार की ओर से गाड़ी, सुरक्षा आदि तो मुहैया कराई जाएगी, लेकिन उनकी गाड़ी पर कोई बत्ती नहीं होगी। उनके साथ चलने वाली एस्कॉर्ट गाडिय़ों पर जरूर नीली बत्ती रहेगी। जिस गाड़ी में हरजीत सिंह सज्जन सफर करेंगे, उसके आगे दाईं ओर भारत और बाईं ओर कनाडा का राष्ट्रीय ध्वज रहेगा। करीब दर्जन भर पुलिस कर्मियों की गारद उनके साथ चलेगी। जिस जिले से वह गुजरेंगे, उस जिले की एक पुलिस जिप्सी उनके सुरक्षा अमले में और जुड़ेगी।
सूत्रों के मुताबिक पंजाब सरकार के पास गृह मंत्रालय से सज्जन की यात्रा संबंधी औपचारिक सूचना आ गई है, जिसमें उनके अमृतसर, जालंधर, होशियारपुर और चंडीगढ़ दौरे का ब्योरा है। पंजाब सरकार ने इस संबंधी संबंधित जिलों के डिप्टी कमिश्नरों, एसएसपी और पुलिस कमिश्नरों को भी सूचित कर दिया है अमृतसर के जिस होटल में वह ठहरेंगे, उसकी सूचना भी केंद्र ने भेज दी गई है।
कैप्टन नहीं करेंगे मुलाकात
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पहले ही सज्जन पर खालिस्तानियों के साथ सहानुभूति रखने का आरोप लगाकर यह घोषणा कर चुके हैं कि वह उनसे मुलाकात नहीं करेंगे। उनकी अगवानी में एक मंत्री की ड्यूटी लगाई जाएगी। दूसरे देश के मंत्री और उसके साथ आए प्रतिनिधिमंडल को केंद्र सरकार का मेहमान माना जाता है और उनके दौरे को 'स्टेट विजिट' का दर्जा दिया जाता है। इस कारण सूबे में आने वाले विदेशी प्रतिनिधि के कार्यक्रम संबंधी गृह मंत्रालय दिशा-निर्देश देता है।
यह है प्रोटोकॉल
प्रोटोकॉल के मुताबिक किसी अन्य देश के राष्ट्रपति, शासनाध्यक्ष, प्रधानमंत्री व मंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर देने के अलावा उसके स्वागत, ठहरने, खान-पान और विदाई तक का बंदोबस्त संबंधित राज्य को करना होता है। इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की प्रोटोकॉल डिवीजन की ओर से दिशा-निर्देश दिए जाते हैं। ताजा मामले में भी सज्जन के पूरे कार्यक्रम की सूचना पंजाब सरकार को दी गई है।
कैप्टन को घेरने में लगे आप व अकाली नेता
अकाली दल और आम आदमी पार्टी में दौरे को लेकर आगे रहने की होड़ लग गई है। दोनों दल सियासी कूटनीति के तहत सज्जन की खालिस्तानियों के साथ हमदर्दी को लेकर कैप्टन अमरिंदर की ओर से उठाए सवाल पर अमरिंदर को ही घेरने में लगे हैं। दोनों दल सज्जन की पृष्ठभूमि को लेकर कुछ भी स्पष्ट रूप से कहने से कतरा रहे हैं।
अब तक दोनों दलों की ओर से जारी बयानों में भी केवल यही कहा गया है कि सज्जन कनाडा के मंत्री हैं, इस नाते अमरिंदर को ऐसा बयान देने से गुरेज करना चाहिए था। आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सज्जन से मुलाकात की संभावना जताई है। होशियारपुर जिले के उनके पैतृक गांव में कुछ आप नेता उनसे मुलाकात कर सकते हैं। वहीं अकाली दल खुद आगे नहीं आ रहा बल्कि सज्जन के हरिमंदिर साहिब पहुंचने पर एसजीपीसी के जरिए वह सज्जन को पूरा मान-सम्मान दिलाएगा।
पिता बोले, हमें तो पता ही नहीं कि सरकार ने ब्लैक लिस्टेड किया है
होशियारपुर [हजारी लाल]। होशियारपुर जिले से माहिलपुर के गांव बंबेली में जन्मे कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन के पिता कुंदन सिंह सज्जन ने कैप्टन के बयानों पर हैरानी जताते हुए कहा है कि कनाडा की एजेसी ने जांच के बाद ही हरजीत सिंह सज्जन को रक्षा मंत्री बनाया होगा। उन्होंने कहा कि अमरिंदर सिंह को फ्रेंडली रहना चाहिए, न जाने कैसे वह इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हमें तो पता ही नहीं कि सरकार ने ब्लैक लिस्टेड किया है।'
ढोल की थाप पर होगा स्वागत
गांव के सरपंच परमजीत सिंह ने कहा कि वह ढोल की थाप पर सज्जन सिंह का स्वागत करेंगे। गांव के लोगों को सज्जन सिंह से कोई शिकायत नहीं है। कनाडा के रक्षा मंत्री सज्जन सिंह पहली बार अपने पैतृक गांव आ रहे हैं। ऐसे में सभी लोग उन्हें सिर आंखों पर बिठाने को बेताब हैं। बीस अप्रैल को सज्जन सिंह के गांव में आने का प्रोग्राम है। उल्लेखनीय है कि हरजीत ङ्क्षसह सज्जन 1970 में भारत से अपने पिता कुंदन सिंह सज्जन के साथ कनाडा में जा बसे थे। उस समय सज्जन सिंह दो साल के थे।
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