कौन हैं ओंकार सिंह पाहवा और हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले, जिन्हें मिला पद्मश्री अवार्ड; पंजाब से दो हस्तियों को मिला सम्मान
पद्म पुरस्कार 2025 की घोषणा में पंजाब के दो गणमान्य व्यक्तियों को पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। रागी हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले और लुधियाना के उद्योगपति ओंकार सिंह पाहवा को पुरस्कार मिला है। भाई हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले ने 100 से ज़्यादा एल्बम रिलीज़ किए हैं जिनमें करीब 650 शबद शामिल हैं। पद्मश्री अवार्ड की घोषणा के बाद से परिवार में खुशी की लहर है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पद्म पुरस्कार 2025 की घोषणा की। पंजाब से दो गणमान्य व्यक्तियों को पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। रागी हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले और लुधियाना के उद्योगपति ओंकार सिंह पाहवा को पुरस्कार मिला है।
गुरुबाणी का गायन करने वाले भाई हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले अपने भाई मनिंदर सिंह और जितेंद्र पाल सिंह के साथ शबद गायन करते हैं। बताते हैं कि वह बहुत छोटी उम्र से ही कीर्तन करते आ रहे हैं और उन्होंने खुद ही कीर्तन सीखा है। लगभग तीन दशकों से जत्था दुनिया के सभी हिस्सों में गुरु की संगत को प्रबुद्ध कर रहा है।
कौन हैं ओंकार सिंह पाहवा
भारत में साइकिल निर्माण में अग्रणी के रूप में भूमिका निभा रहे ओंकार सिंह पाहवा को उनकी बेहतर सेवाओं के लिए पद्मश्री दिया गया है। भारत के साइकिल निर्माण में एवन साइकिल की अहम भूमिका है और साइकिल इंडस्ट्री के हब के रूप में जाने जाते लुधियाना में सैकड़ों वंडर्स एवन साइकिल की ओर से समर्थित है।
इसके साथ ही देश में साइकिल की नई रेंज की ग्रोथ के लिए ओंकार सिंह पाहवा ने अहम भूमिका निभाई है। देश में साइकिलिंग परिदृश्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके मार्गदर्शन और दूरदर्शी नेतृत्व में एवन अब भारत में शीर्ष साइकिल ब्रांडों में से एक है।
उनके दूरदर्शी नेतृत्व में समूह ने 65 से अधिक देशों में अपना विस्तार किया। कंपनी को विभिन्न क्षेत्रों में सफल बनाने के उनके प्रयासों के फलस्वरूप उन्हें प्रबंध निदेशक के पद पर पदोन्नत किया गया। उन्होंने वर्ष 2007 में ई-स्कूटर, ई-रिक्शा और 2015 में जिम उपकरण ब्रांड के शुभारंभ के साथ नए व्यवसाय में विविधता लाई। एवन साइकिल आज आईएसओ 9001: 2015 प्रमाणित विनिर्माण इकाई है।
25 लाख से अधिक साइकिलों की उत्पादन क्षमता
जिसमें 1500 से अधिक कर्मचारी और 25 लाख से अधिक साइकिलों की उत्पादन क्षमता है। एवन ब्रांडेड उत्पादों की बिक्री के लिए 2000 से अधिक डीलर कंपनी से जुड़े हुए हैं। उनके नेतृत्व में ब्रांड एवन कई गुना बढ़ गया है। आज एवन साइकिल भारत में शीर्ष साइकिल ब्रांडों में से एक है और अफ्रीकी, मध्य पूर्व और लैटिन अमेरिकी बाजारों में भी एक प्रसिद्ध नाम है।
कॉर्पोरेट जगत में अपने योगदान के अलावा सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से समाज के लिए पाहवा का योगदान उल्लेखनीय है। लुधियाना में कौशल्या देवी पाहवा चैरिटेबल हॉस्पिटल्स के ट्रस्टी है। जो कमजोर वर्ग को रियायती दरों पर स्वास्थ्य सेवा सुविधा प्रदान करता है, आर्थिक रूप से वंचित वर्ग के लिए शिक्षा और अन्य गतिविधियों के लिए धन के उनके योगदान से कई लोगों को मदद मिली है।
उनके द्वारा दिए गए धन से कई लोगों को अपने सपने साकार करने में मदद मिली है, साथ ही शहर में सुविधाओं के विकास में भी मदद मिली है।
एवन साइकिल्स को उद्योग में अग्रणी बना दिया
ओंकार सिंह पाहवा को मई 2022 में पंजाब विश्वविद्यालय, सीएचडी में भारत के माननीय उपराष्ट्रपति द्वारा “पंजाब उद्योग रत्न” पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है। उन्हें सितंबर 2022 में पीएचडी सीसीआई के 117वें वार्षिक सत्र में माननीय द्वारा "वर्ष के प्रतिष्ठित उद्यमी" के रूप में सम्मानित किया गया।
वह वर्ष 2021 तक भारत के “अखिल भारतीय साइकिल निर्माता संघ” के अध्यक्ष थे। ओंकार सिंह पाहवा की उल्लेखनीय यात्रा इस बात का प्रमाण है कि कड़ी मेहनत, ईमानदारी और दूरदर्शिता के माध्यम से क्या हासिल किया जा सकता है। गुणवत्ता और नवाचार के प्रति उनके अटूट समर्पण ने एवन साइकिल्स को उद्योग में अग्रणी बना दिया है।
कई पुरस्कार अर्जित किए हैं पाहवा
एवन साइकिल्स के सीएमडी ओंकार सिंह पाहवा को साइकिलों के निर्माण और विपणन में उनके अग्रणी कार्य के लिए जाना जाता है। उन्होंने साइकिलिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी कंपनी का ब्रांड गुणवत्ता और विश्वसनीयता का पर्याय बन गया है।
उन्होंने लगभग आधी सदी तक अपनी कंपनी की सेवा की है। बाजार की गतिशीलता और उपभोक्ता की जरूरतों की उनकी समझ के कारण ही वे अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हैं और अग्रणी बने रहते हैं। पाहवा एक सच्चे नेता हैं।
वह अपने लोगों को सशक्त बनाने में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कौशल विकास और कर्मचारी कल्याण के महत्व पर जोर दिया। एक अत्यधिक प्रेरित कार्यबल नियमित रूप से पूर्णता के नए मानक स्थापित करने का प्रयास करता है।
उन्होंने कई पुरस्कार अर्जित किये हैं। इनमें भारत के उपराष्ट्रपति द्वारा “पंजाब उद्योग रत्न” और लोकसभा अध्यक्ष द्वारा “वर्ष का विशिष्ट उद्यमी” पुरस्कार शामिल हैं।
पाहवा की यात्रा इस बात का उल्लेखनीय प्रमाण है कि कड़ी मेहनत, निष्ठा और दृढ़ता के माध्यम से क्या हासिल किया जा सकता है। उद्योग जगत में गुणवत्ता और नवाचार के प्रति उनका समर्पण कई लोगों के लिए आदर्श है।
100 से ज्यादा एल्बम रिलीज
भाई हरजिंदर सिंह श्रीनगर वालों ने 1980 में श्रीनगर से कीर्तन की शुरुआत की थी और तीन साल तक वहीं सेवा निभाई। बाद में वह लुधियाना आ गए। भाई साहिब ने 100 से ज़्यादा एल्बम रिलीज़ किए हैं, जिनमें करीब 650 शबद शामिल हैं। बता दें कि विभिन्न क्षेत्रों में दी जा रही सेवाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने पद्म पद्मश्री से सम्मानित किया है।
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