योगी सरकार की कायल हुईं पंजाबी गायिका सुक्खी बराड़, कहा-अयोध्या में जितना सम्मान मिला उतना तो पंजाब में नहीं; SGPC से कह दी ये बात
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पंजाब लौटी पंजाबी लोक गायिका सुक्खी बराड़ (Punjabi folk singer Sukhi Brar) उत्तर प्रदेश की सरकार की ओर से उनको दिए गए सम्मान से गदगद हैं। वहीं उन्होंने SGPC से यह भी कहा कि अगर गुरुद्वारा बंगला साहिब व श्री हरिमंदिर साहिब में हिंदु-मुस्लिम सभी आ सकते हैं राम मंदिर में सिखों को जाने में क्या आपत्ति हो सकती है।

गुरप्रेम लहरी,बठिंडा। Punjab News: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ayodhya Ram Mandir) कार्यक्रम से पंजाब लौटी पंजाबी लोक गायिका सुक्खी बराड़ (Punjabi folk singer Sukhi Brar) उत्तर प्रदेश की सरकार की ओर से उनको दिए गए सम्मान से गदगद हैं।
उन्होंने कहा कि उनको जितना सम्मान अयोध्या में मिला उतना तो कभी पंजाब में भी नहीं मिला। इसके साथ ही उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) से भी सवाल किया कि वह इतनी संकीर्ण क्यों है।
'राम मंदिर में सिखों को जाने में क्या आपत्ति?'
गायिका सुक्खी बराड़ ने कहा कि अगर गुरुद्वारा बंगला साहिब व श्री हरिमंदिर साहिब में हिंदु-मुस्लिम सभी आ सकते हैं राम मंदिर में सिखों को जाने में क्या आपत्ति हो सकती है।
उन्होंने कहा कि हम सभी एक हैं, राजनेताओं ने वोटों के लिए हम सभी में राजनीतिक बंटवारा कर दिया है। सुक्खी बराड़ ने कहा कि दुनिया में सबसे बड़ा ग्रंथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब ही है लेकिन एसजीपीसी उनको सिर्फ पैसे व राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रही है।
'पंजाब में नहीं दिया जा रहा महिलाओं को कीर्तन का हक'
गायिका ने कहा कि मुझे कितने साल हो गए देखते हुए अभी तक महिलाओं को कीर्तन करने का हक नहीं दिया जा रहा लेकिन अयोध्या में तो महिलाएं भी भजन गा रही थीं।
उन्होंने सवाल किया कि एसजीपीसी जगह-जगह स्कूल-कॉलेज और अस्पताल क्यों नहीं खोलती। अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि वह जब अयोध्या की तरफ बढ़ रही थीं तो उनको महसूस हो रहा था कि उनको कोई शक्ति अपनी ओर खींच रही है।
सुक्खी बराड़ ने शेयर किया अपना अनुभव
सुक्खी ने बताया कि जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी की गाड़ी के पीछे-पीछे वह अपनी गाड़ी लेकर वहां पर पहुंची तो वहां पर मौजूद लोगों को बताया कि वह पंजाब से आई हैं तो वहां पर मौजूद लोगों ने वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह के नारे लगाने शुरू कर दिए। मैं सोचती हूं कि अगर मैं वहां पर न जाती तो यह जिंदगी की एक बड़ी गलती होनी थी। मुझे वहां ऐसे महसूस हुआ जैसे मैं अपने मायके गई हुई हूं।
योगी सरकार की कायल हुईं लोक गायिका
उन्होंने कहा कि आम तौर पर बड़े कार्यक्रमों में मेहमानों को बुला तो लिया जाता है लेकिन बाद में उनको वहां पर कोई पूछता नहीं। लेकिन वह उत्तर प्रदेश सरकार की मेजबानी देख कर हैरान रह गईं। वह जिस गैलरी में बैठी थीं वहां पर कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी बैठे हुए थे।
जमीन से जुड़े हुए हैं उत्तर प्रदेश के अधिकारी
गायिका ने कहा कि हैरानी की बात तो यह रही कि जब उनके पास आकर बार-बार कुछ खाने-पीने के बारे में पूछने वाले नौजवान से उन्होंने पूछा कि वह क्या करता है तो उसने बताया कि वह आइएएस अधिकारी है और यहां उसकी जिम्मेदारी आपकी सेवा करने की लगी है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में हमने कई आइएएस व आइपीएस अधिकारी देखे हैं, कुछ को तो वह निजी तौर पर भी जानती है, लेकिन वह अंहकार के भरे हुए हैं लेकिन उत्तर प्रदेश के अधिकारी जमीन से जुड़े हुए थे।
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पंजाब में महिलाओं को कीर्तन करने का हक नहीं दिया जा रहा
सुक्खी बराड़ ने कहा कि दुनिया में सबसे बड़ा ग्रंथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब ही है, लेकिन उनको एसजीपीसी सिर्फ राजनीति व पैसे के लिए इस्तेमाल कर रही है। मुझे कितने साल हो गए देखते हुए अभी तक महिलाओं को कीर्तन करने का हक नहीं दिया जा रहा। उन्होंने कहा कि मेरी दादी-पड़दादी रामायण पढ़ती रही हैं।
हम सभी एक हैं, लेकिन राजनेताओं ने वोटें लेने के लिए लोगों में राजनीतिक बंटवारा कर दिया है। मैं अयोध्या में किसी राजनीतिक पार्टी के कारण नहीं गई और न ही मैंने कोई पार्टी ज्वाइन ही की है। मैं तो सिर्फ संस्कारों की सेवा करती हूं। सभी धर्म एक हैं। इनके पीछे शक्ति सिर्फ एक ही है।
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