Punjab News: रंग व स्वाद नहीं, क्यूआर कोड बताएगा शराब असली या नकली
पंजाब में अब रंग व स्वाद से नहीं बल्कि क्यूआर कोड से असली या नकली शराब का पता लगाया जा सकेगा। चालू वित्त वर्ष की आबकारी नीति के तहत ट्रैक एंड ट्रेस प्रणाली में शराब की पेटियों पर बार कोड चस्पा किया गया है।

जागरण संवाददाता, बठिंडा : अब रंग या स्वाद नहीं बल्कि मोबाइल एप बताएगा कि शराब असली है या नकली। इसके लिए आबकारी विभाग ने एक एप लांच किया है। इससे शराब की बोतल पर लगे क्यूआर कोड व होलोग्राम को स्कैन किया जाएगा। तब शराब की गुणवत्ता से लेकर बिक्री के रेट तक का पता लग जाएगा। चालू वित्त वर्ष की आबकारी नीति के तहत ट्रैक एंड ट्रेस प्रणाली में शराब की पेटियों पर बार कोड चस्पा किया गया है।
बोतलों पर भी क्यूआर कोड चस्पा कराया गया है। बार-कोड व क्यूआर कोड की स्कैनिग करके शराब निर्माता की जानकारी, बाटलिंग की तारीख व एमआरपी का विवरण जाना जा सकता है। इससे कोई भी व्यक्ति नकली शराब की पहचान आसानी से कर सकता है। एप के जरिए शराब की बोतल पर अंकित क्यूआर कोड का स्कैन कर जाना जा सकता है कि वह कहां बनी है। उसका दाम कितना है। कहां के लिए भेजी गई है। खास बात है कि यह एप सिर्फ असली शराब को ही स्वीकार करेगा।
नकली शराब की बोतल पर फर्जी क्यूआर कोड लगाकर स्कैन करने पर उसे स्वीकार ही नहीं करेगा। कहीं नकली शराब मिलती है तो उसकी शिकायत भी एप के माध्यम से की जा सकती है। बठिंडा के ईटीओ कुलविंदर वर्मा ने बताया कि क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद शराब की बोतल की सारी जानकारी आ जाएगी। इसके अलावा विभाग की ओर से लोगों को नकली शराब का सेवन न करने को लेकर भी जागरूक किया जा रहा है।
तस्करी की शराब पर लग सकेगी लगाम
आबकारी विभाग के लांच एप से प्रदेश में बिक रही गैर-राज्यों की तस्करी की शराब पर भी लगाम कसेगी। चूंकि माफिया गैर राज्यों की शराब की बोतलों में फर्जी क्यूआर कोड लगा रहे हैं। इस एप के माध्यम से नकली शराब की बोतल पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करेंगे तो वह स्वीकार ही नहीं करेगा। शराब खरीद रहे हैं तो उसके क्यूआर कोड को पहले अपने फोन पर एप के माध्यम से स्कैन कर लीजिए। जागरूक होने के बाद ही लोग एप के माध्यम से शराब की गुणवत्ता का आकलन कर सकेंगे।
ऐसे करें डाउनलोड
स्मार्ट फोन में डाउनलोड करने के लिए प्ले-स्टोर पर जाकर एक्साइज क्यूआर लेबर सिटीजन ऐप नाम डालें। सबसे पंजाब सरकार का सफेद व लाल का लोगो लगा एक एप आएगा। उसे इनस्टाल करने के बाद अपना नाम, मोबाइल नंबर व ई-मेल आइडी डालें। एप चालू हो जाएगा। बाद में शराब बोतल के ढक्कन पर लगी चिट पर बने क्यूआर कोड को एप में बाक्स-बोतल स्कैनर पर जाकर स्कैन कर सकेंगे। इसे गूगल प्ले स्टोर के अलावा आबकारी विभाग की वेबसाइट से भी डाउनलोड किया जा सकेगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।