जागते रहो.. क्योंकि पुलिस सो रही है
शहर में चोरी और लूटपाट की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं।

जागरण संवाददाता, बठिंडा: शहर में चोरी और लूटपाट की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं। राह चलते लोगों को कब कोई लूट ले, कुछ पता नहीं चलता। लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने वाले पुलिस मुलाजिम रात के समय खुद सो जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग अपनी सुरक्षा के प्रति खुद ही जागरूक रहें।
लोगों की सुरक्षा को लेकर जिला पुलिस कितनी गंभीर है? इसकी सच्चाई जानने के लिए 'दैनिक जागरण' की टीम ने शुक्रवार रात शहर के मुख्य चौराहों का दौरा किया। इस दौरान साफ पता चला किशहर में चोरों और लुटेरों को हौसले क्यों बुलंद है। किसी भी चौक पर रात के समय पुलिस मुलाजिम दिखाई नहीं दिए। शहर कीं लगभग चार लाख की आबादी सहित राहगीरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पांच थानों व पांच पुलिस चौकियों के हवाले है। पुलिस दावा भी करती है कि रात के समय शहर में जगह-जगह पुलिस मुस्तैद रहती है, लेकिन पड़ताल में हकीकत कुछ और ही नजर आई। लूटपाट की वारदातें बढ़ने के बावजूद कहीं कोई पुलिस मुलाजिम नजर नहीं आया।
रात के समय में पुलिस कर्मचारियों को शहर के हर नाके पर तैनात किया जाता है। अगर कहीं किसी प्वाइंट पर पुलिस कर्मचारी नहीं है तो उसको चेक करवाया जाएगा। लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की है और उसे पूरी तनदेही से निभाया जा रहा है। अगर कहीं लापरवाही हो रही है तो जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी।
जे इलनचेजियन, एसएसपी बठिंडा स्थान- घोड़ा चौक
समय- रात 11:00 बजे
स्थिति : चौक पूरी तरह सन्नाटे के आगोश में था। कोई पुलिस मुलाजिम नजर नहीं आया, जबकि घोड़ा चौक से निकलने वाली अजीत रोड पर लूटपाट की अकसर वारदातें होती रहती हैं। स्थान- पावर हाउस रोड चौक
समय- रात 11.15 बजे
स्थिति: यहां पर पुलिस पोस्ट बनी हुई है, लेकिन मुलाजिम केवल दिन के समय ही तैनात रहते हैं। रात के आठ बजे के बाद पुलिस पोस्ट खाली हो जाती है, जबकि यह शहर की मुख्य सड़क है। स्थान- लिबर्टी चौक
समय- रात 11:30 बजे
स्थिति : शहर की मुख्य रोड है, जहां से लोग गांव बादल की तरफ जाते हैं। इसके आसपास अधिकारियों के घर भी हैं। इसके बावजूद सड़क पर पुलिस मुलाजिम नहीं था। स्थान- आइटीआइ चौक
समय- रात 11:45 बजे
स्थिति: चौक से लोग डबवाली व मानसा जाते हैं। यहां पर पक्की पुलिस पोस्ट भी है, मगर पुलिस मुलाजिमों का न होना चिता का विषय है।
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