बठिंडा के सिल्वर ओक्स स्कूल में गुड और बैड टच वर्कशॉप का आयोजन, बच्चों को बताया अच्छे और बुरे का अंतर
बठिंडा के सिल्वर ओक्स स्कूल में कक्षा 3 से 5 के छात्रों के लिए गुड टच बैड टच पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। चाइल्ड सेफ्टी एजुकेटर नीतू बंसल ने बच्चों को उचित और अनुचित स्पर्श के बारे में समझाया। स्कूल की प्रिंसिपल नीतू अरोड़ा ने व्यक्तिगत सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया। छात्रों को सुरक्षित माहौल में सवाल पूछने और अपने विचार व्यक्त करने का अवसर मिला।

जागरण संवाददाता, बठिंडा। बठिंडा की सुशांत सिटी 2 स्थित सिल्वर ओक्स स्कूल ने बच्चों की सुरक्षा और जागरूकता की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाते हुए कक्षा 3 से 5 के छात्रों के लिए गुड टच, बैड टच विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया।
इस सत्र का संचालन प्रख्यात चाइल्ड सेफ्टी एजुकेटर और काउंसलर श्रीमती नीतू बंसल ने किया। इस कार्यशाला का उद्देश्य छोटे छात्रों को उनकी निजी सीमाओं और असहज स्थितियों में बोलने के महत्व के बारे में शिक्षित करना था।
उम्र के अनुरूप भाषा, दृश्य सामग्री और इंटरैक्टिव चर्चाओं के माध्यम से बंसल ने बच्चों को उपयुक्त और अनुचित स्पर्श के बीच अंतर समझने का ज्ञान और आत्मविश्वास प्रदान किया।
सिल्वर ओक्स स्कूल की प्रिंसिपल नीतू अरोड़ा ने कहा कि कम उम्र से ही व्यक्तिगत सुरक्षा के बारे में बातचीत शुरू करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस तरह की कार्यशालाएं बच्चों को उनके अधिकारों को समझने और खुद को सुरक्षित रखने में सक्षम बनाती हैं।
हमारा प्रयास है कि बच्चे सजग बनें और किसी भी अनहोनी की स्थिति में तुरंत अपने माता-पिता या शिक्षकों से बात करें। सत्र के अंत में एक प्रश्न-उत्तर सत्र आयोजित किया गया, जहां छात्रों को एक सुरक्षित और सहयोगात्मक माहौल में अपने विचार साझा करने और अपनी शंकाओं को दूर करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
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