Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सांझा किसान मोर्चा 18 को रोकेगा रेल

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 16 Feb 2021 08:11 AM (IST)

    सांझा किसान मोर्चा की ओर से 18 फरवरी को रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। रेलवे स्टेशन बरनाला पर चल रहे संघर्ष में किसानों को लामबंद किया गया।

    Hero Image
    सांझा किसान मोर्चा 18 को रोकेगा रेल

    संवाद सहयोगी, बरनाला

    सांझा किसान मोर्चा की ओर से 18 फरवरी को रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। रेलवे स्टेशन बरनाला पर चल रहे संघर्ष में किसानों को लामबंद किया गया। वही शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन करते हुए किसानों द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। हेमराज ठुलीवाल, नरेंद्र पाल सिंह और यादविदर सिंह चौहान द्वारा इंकलाबी गीत और कविताएं सुनाई गईं। गुरदेव सिंह मांगेवाल, प्रेमपाल कौर, चरण सिंह, गुरमीत सुखपरा, मास्टर निरंजन सिंह, बलवंत सिंह उप्पली, नकदर्शन सिंह, गुरदर्शन सिंह और जसपाल कौर ने कहा कि हरियाणा के खेतीबाड़ी मंत्री जेपी दलाल द्वारा दिया बयान बहुत ही निदनीय है। उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के बारे में कहा है कि अगर किसान घर होते तो फिर भी क्या मौत प्रति मुआवजा मांगते और क्या घर पर मौत नहीं हो सकती थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उधर, केंद्र के कृषि कानून को रद करवाने के लिए किसानों द्वारा रेलवे स्टेशन बरनाला पर दिसंबर से शुरू भूख हड़ताल जारी रही व किसान भूख हड़ताल डटे रहे। किसानों ने एक अक्टूबर से लगातार 138 दिनों से रेलवे स्टेशन पार्किग, आधार माल, बरनाला बाजाखाना रोड शापिग माल, धनौला, संघेड़ा, पेट्रोल पंप समेत बड़बर व महलकलां टोल प्लाजा, भाजपा के जिला प्रधान यादविदर शंटी के निवास के समक्ष पक्का मोर्चा लगाकर धरना दिया जा रहा है व संघर्ष जारी है। ---------------------

    बिजली की निर्विघ्न सप्लाई को लेकर किसानों ने एससी दफ्तर का किया घेराव, पक्का मोर्चा जारी संवाद सहयोगी, बरनाला

    भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां द्वारा पिछले 6 माह से चली आ रही बिजली सप्लाई की समस्या से तंग आकर एससी दफ्तर का घेराव किया गया। गांव चीमां में शहरी फीडर से बिजली सप्लाई व अन्य मांगों को लेकर भाई जीता सिंह मार्केट कचहरी चौक बरनाला में पक्का मोर्चा के तहत सोमवार को छठे दिन भी किसानों का मोर्चा जारी रहा। बड़ी संख्या में किसान उपस्थित हुए।