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कर्मगढ़ सीनियर सेकेंडरी स्कूल की बदली किस्मत, हुआ स्मार्ट

बरनाला सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कर्मगढ़ को सरकारी फंड एमपी फंड के लिए की बैठक।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 04:46 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jan 2020 06:43 PM (IST)
कर्मगढ़ सीनियर सेकेंडरी स्कूल की बदली किस्मत, हुआ स्मार्ट
कर्मगढ़ सीनियर सेकेंडरी स्कूल की बदली किस्मत, हुआ स्मार्ट

सोनू उप्पल, बरनाला

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सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कर्मगढ़ को सरकारी फंड, एमपी फंड, गांव पंचायत, दानी सज्जनों, गांव निवासियों सहित स्कूल स्टाफ ने मिलकर करीब 20 लाख की लागत से स्कूल को मॉडल रूप दे दिया।

इस बारे में प्रिंसिपल राजेश कुमार ने बताया कि 2016 से वह इस स्कूल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अब स्कूल में कंप्यूटर लैब, हर कमरे में ग्रीन बोर्ड, ग्रीन पार्क, किचन गार्डन, स्मार्ट रूम, सभी कमरे हवादार, एलईडी, बढि़या रंग रोगन, वाल पेटिग, कक्षा के हिसाब से विषय संबंधी वाल पेटिग, खेल ग्राउंड, स्टेज, वालीबॉल ग्राउंड, गर्मी में ठंडा पानी के लिए दो वॉटर कूलर, करीब एक लाख की लागत से शेड का निर्माण, ढाई लाख का फंड सांसद भगवंत से मिले, जिससे कमरों का निर्माण करवाया गया, 15 हजार रुपये रिटायर्ड अध्यापिका प्रेम लता तथा 12 लाख पंजाब सरकार द्वारा सरकारी प्राइमरी स्कूल पर खर्च करके आदि सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि वह हर वर्ष 10 हजार रुपये अपने वेतन स्कूल पर खर्च करते हैं। इसके बिना डेढ़ लाख रुपये पूर्व सरपंच दलप्रीत सिंह ने अपने पिता गज्जन सिंह की याद में दान दिया है। उन्होंने कहा कि वह गांव से खुद फंड इकट्ठा करके लेकर आते हैं व स्कूल में आने वाले बच्चों के अभिभावकों से स्कूल के निर्माण के लिए दान मांगते हैं। उन्होंने कहा कि वह प्रतिदिन गांव के तीन से चार बच्चों के परिवार के साथ बैठक करके स्कूल के माहौल व शिक्षा के बारे में जानकारी लेते हैं, ताकि बच्चे सरकारी स्कूलों में शिक्षा लेकर अपनी मंजिल हासिल कर सकें। उन्होंने कहा कि विगत चार वर्ष में करीब 50 बच्चों का दाखिला बढ़ा है व अब 300 बच्चा शिक्षा ले रहा है। स्कूल में 20 अध्यापकों का इस कार्य में हर समय पूर्ण सहयोग मिलने के कारण ही स्कूल में डवलमेंट हो रही है।

डीईओ सेकेंडरी सर्बजीत सिंह तूर ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में कान्वेंट स्कूलों जैसा माहौल प्रदान करने के लिए मॉडल स्कूल बनाया जा रहा है, जिसमें सरकारी फंड के साथ साथ स्कूल स्तर पर मॉडल स्कूल बनाने के लिए प्रयत्न किया जा रहा है, ताकि सरकारी स्कूलों में एडमिशन बढ़ सकें। जिले में अब तक जंगीआणा, बीहला, वजीदके खुर्द, संधू पत्ती बरनाला सहित करीब 20 स्कूलों को मॉडल स्कूल बनाया गया है।

डीसी तेज प्रताप सिंह फूलका ने कहा कि सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाने के लिए शिक्षा विभाग व स्कूल स्टाफ अच्छा प्रयत्न कर रहे हैं। जितने स्मार्ट स्कूल बनेंगे उतने ही बच्चे शिक्षित होंगे व लोगों का खर्च कम होगा।


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