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    कम्पोजिशन स्कीम: रिटर्न फाइल की तारीख बढ़ी, दस हजार व्यापारियों को लाभ

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 28 May 2022 07:45 PM (IST)

    कम्पोजिशन स्कीम में आने वाले व्यापारियों को रिटर्न फाइल करने के लिए स्टेट टैक्स विभाग की ओर से राहत दी गई है।

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    कम्पोजिशन स्कीम: रिटर्न फाइल की तारीख बढ़ी, दस हजार व्यापारियों को लाभ

    जागरण संवाददाता, अमृतसर: कम्पोजिशन स्कीम में आने वाले व्यापारियों को रिटर्न फाइल करने के लिए स्टेट टैक्स विभाग की ओर से राहत दी गई है। अब रिटर्न फाइल करने की तारीख 30 जुलाई तक बढ़ा दी गई है। इससे जिले के 10 हजार से ज्यादा छोटे व्यापारियों को फायदा होगा। दरअसल, छोटे व्यापारियों को जीएसटी सीएमपी 08 हर तीन महीने के बाद फाइल करनी होती है। इसकी तारीख 30 अप्रैल को खत्म हो चुकी थी। ऐसे में व्यापारियों को अब डर था कि भारी-भरकम जुर्माना अदा करने पड़ेगा लेकिन अब तारीख बढ़ाने से व्यापारियों को राहत मिली है। इसके तहत अब वे लोग अपनी रिटर्न 30 जुलाई तक अदा कर सकते हैं। तकनीकी खराबी कारण फाइल नहीं हो रही रिटर्न : खन्ना

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    जीएसटी प्रैक्टिशनर एसोसिएशन के पूर्व उप-प्रधान विकास खन्ना ने बताया कि छोटे व्यापारी जिनकी सेल डेढ़ करोड़ तक है। वह बिना किसी इनपुट का हिसाब रखे एक प्रतिशत के साथ जीएसटी सीएमपी 08 हर तीन महीने के बाद फाइल करते हैं लेकिन पोर्टल में तकनीकी खराबी आने के कारण वह अपनी रिटर्न फाइल नहीं कर पाए थे। ऐसे में समय बीतने के बाद रिटर्न फाइल करने पर दस हजार रुपये जुर्माना के साथ रिटर्न फाइल करने का प्रावधान है लेकिन अब उन व्यापारियों को राहत देते हुए रिटर्न फाइल करने की तारीख 30 जुलाई कर दी गई है। जीएसटी को और भी सुविधाजनक बनाने की जरूरत : प्यारे लाल सेठ

    पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के प्रधान प्यारे लाल सेठ ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद से एक हजार से ज्यादा बदलाव किए जा चुके हैं। बावजूद इसके अभी तक व्यापारी जीएसटी की जटलिताओं से जूझ रहे हैं, इसलिए जरूरी है कि इसे सरल किया जाए। हर बार विभिन्न तरह की रिटर्नो को फाइल करने के लिए परेशानी झेलनी पड़ती है। इसके बाद व्यापारियों को नोटिस जारी होते हैं और जुर्माना लगता है। ऐसे में टैक्स देने के बाद भी समस्या ही हाथ लगती है। सरकार को इसे सरल बनाते हुए व्यापारियों को राहत देनी चाहिए। विभाग की गलती का भुगतना पड़ता है खामियाजा

    पूर्व उप-प्रधान विकास खन्ना ने कहा कि हर बार विभाग की गलती के लिए व्यापारियों और माहिरों को भुगतना पड़ता है, क्योंकि पोर्टल को समय पर अपडेट नहीं किया जाता है जिस कारण पोर्टल पर लोड ज्यादा हो जाता है।