Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    1965 के भारत-पाक युद्ध में बहादुरी की मिशाल थे शहीद इंदु कुमार गुप्ता, आज पुण्यतिथि पर होगा प्रतिमा का अनावरण

    मेरठ के रहने वाले सेकेंड लेफ्टिनेंट शहीद इंदु कुमार गुप्ता (Indu Kumar Gupta) ने साल 1965 में भारत पाक युद्ध के दौरान जो बहादुरी की मिशाल पेश की वो लोगों को आज भी प्रेरणा देती है। शरीर से पैर अलग होने के बाद भी वो 5 घंटे तक संघर्ष से जूझते रहे। वहीं आज कैबिनेट मंत्री लाल जीत सिंह भुल्लर शहीद इंदु कुमार गुप्ता की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।

    By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Fri, 08 Sep 2023 12:58 PM (IST)
    Hero Image
    पट्टी स्थित लाहौर रोड श्मशान घाट पर एक स्मारक बनाया गया है। इसका उद्घाटन 8 सितंबर 1974 को किया गया।

    तरन तारन, जागरण डिजिटल डेस्क: 1965 के हुए भारत-पाक युद्ध के नायक सेकेंड लेफ्टिनेंट शहीद इंदु कुमार गुप्ता की 58वीं पुण्य तिथि आज पट्टी शहर में मनाई जा रही है। शहीद स्मारक पर उनकी ये पुण्यतिथि शहीद इंदु कुमार गुप्ता मेमोरियल क्लब पट्टी के अध्यक्ष अश्विनी कुमार काला मेहता के नेतृत्व में मनाई जा रही है। वहीं, कैबिनेट मंत्री लाल जीत सिंह भुल्लर शहीद इंदु कुमार गुप्ता की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पिता से हौसला लेकर सेना में हुए भर्ती

    शहीद इंदु कुमार गुप्ता का जन्म 4 फरवरी 1942 को मेरठ जिले के बड़ौत शहर में हुआ था। उनके पिता ईश्वर चंद गुप्ता भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल थे और उनकी माता का नाम निर्मला गुप्ता था। भाई-बहनों में सबसे बड़े इंदु कुमार गुप्ता ने अपनी प्राथमिक शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल (Delhi Public School) और सेंट जोसेफ हाईस्कूल, इलाहाबाद (अब प्रयागराज) से प्राप्त की। 1960 में एनडीए खड़ग वासला में शामिल हुए और 30 अगस्त 1964 को आईएमए देहरादून से ए़डमिशन लेने के बाद 40 मीडियम रेजिमेंट आर्टरी में नियुक्त हुए।

    पाकिस्तान की युद्ध में हार की खबर सुनना बताई थी आखिरी इच्छा

    1965 में जब पाकिस्तान ने अचानक भारत पर हमला कर दिया तो वे खेमकरण सीमा पर असल उत्तर में तैनात थे। 6 सितम्बर 1965 को सुबह 4 बजे खेमकरण सीमा स्थित मुख्यालय पहुंचे और 5 बजे मोर्चे में शामिल हो गये। 8 सितंबर की सुबह मातृभूमि की रक्षा करते समय दुश्मन का गोला लगने से उनका एक पैर शरीर से अलग हो गया। घायल अवस्था में पांच घंटे तक संघर्ष करने के बाद इंदु कुमार गुप्ता शहीद हो गये। घायल अवस्था में उनके मुंह से बस एक ही बात निकल रही थी कि वह तब तक जीवित रहना चाहते हैं जब तक उन्हें यह न पता चल जाए कि पाकिस्तान युद्ध हार गया है। लेकिन उनकी यह इच्छा पूरी नहीं हो सकी।

    शहीद की प्रतिमा का अनावरण करेंगे भुल्लर

    उनका अंतिम संस्कार पट्टी स्थित लाहौर रोड श्मशान घाट पर किया गया। जहां उनकी याद में एक स्मारक (Monument) बनाया गया है। इसका उद्घाटन उनके शहादत दिवस पर 8 सितंबर 1974 को पूर्व राज्यपाल धर्मवीर ने किया था। इसके अलावा 1984 में नगर पालिका परिषद पट्टी द्वारा कुल्ला चौक में उनकी प्रतिमा स्थापित कर शहीद इंदु कुमार गुप्ता चौक का निर्माण कराया गया था, जिसका अब जीर्णोद्धार कर घंटाघर का निर्माण कराया जा रहा है। अब नये शहीद इंदु कुमार चौक का निर्माण कराया जा रहा है।

    प्रतिमा स्थापित कर दी गई है। यह प्रतिमा आज उनके शहीदी दिवस पर कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर जनता को समर्पित करेंगे। शहीद इंदु कुमार गुप्ता स्मारक समिति, प्रशासन, सेना के उच्चाधिकारी स्मारक पर शहीद को श्रद्धा के फूल अर्पित करेंगे।

    ये भी पढ़ें:  Punjab Top 5 latest News: पराली को लेकर सीएम भगवंत मान ने कसी कमर, नहीं रहे इतिहासकार प्रोफेसर पृथी सिंह कपूर