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    Kisan Andolan: पंजाब में किसानों का रेल चक्काजाम... गोल्‍डन टेंपल आने वाले श्रद्धालुओं में आई कमी, होटल भी पड़े खाली

    Updated: Thu, 25 Apr 2024 09:09 PM (IST)

    Punjab Kisan Andolan 2024 पंजाब में किसानों ने रेलवे ट्रैक पर बैठकर बंद किया हुआ है। किसानों के धरने की वजह से अमृतसर-दिल्ली मुख्य ट्रैक बंद होने के कारण रेल गाड़ियां लगातार प्रभावित हो रही है। जिसका सीधे तौर पर अमृतसर के पर्यटक उद्योग पर हो रहा है। शहर आने वाला अधिकांश पर्यटक रेलगाडी के जरिए ही सफर करता है।

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    गोल्‍डन टेंपल आने वाले श्रद्धालुओं में आई कमी

    जागरण संवाददाता, अमृतसर। Kisan Andolan 2024: पिछले दस दिनों से किसानों की ओर से शंभू रेलवे ट्रैक पर धरने की वजह से गुरुनगरी की होटल इंडस्ट्री प्रभावित होनी शुरू हो गई है।

    रेल यातायात प्रभावित होने से श्रीहरिमंदिर साहिब आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में 50 फीसद की कमी आई है। वहीं अंतरराष्ट्रीय अटारी सीमा पर रिट्रीट सेरेमनी पर भी इसका प्रभाव देखने को मिला रहा है। वहां भी 25 हजार की क्षमता वाली दर्शकदीर्घा में इन दिनों आठ से दस हजार दर्शक ही पहुंच रहे है।

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    रेल गाड़ियां लगातार प्रभावित

    बता दें कि किसानों के धरने की वजह से अमृतसर-दिल्ली मुख्य ट्रैक बंद होने के कारण रेल गाड़ियां लगातार प्रभावित हो रही है। जिसका सीधे तौर पर अमृतसर के पर्यटक उद्योग पर हो रहा है। शहर आने वाला अधिकांश पर्यटक रेलगाडी के जरिए ही सफर करता है। ऐसे में दो दर्जन से गाड़ियांरद्द चल रही है और अन्य कई-कई घंटे देरी से आ जा रही है।

    इसका नतीजा है कि शहर के 90 प्रतिशत होटल पूरी तरह से खाली पड़े हुए है। क्योंकि देश के दूसरे राज्य से आने वाले पर्यटकों ने अपने कार्यक्रम या तो बदल लिए है या फिर टूर ही रद्द कर दिए है। हालात यह बने हुए कि 20 दिन या एक महीना पहले जिन लोगों ने होटलों में बुकिंग करवा रखी थी। वह भी पूरी तरह से रद्द हो गई है। वीकेंड पर शहर के सभी होटल फुल रहते थे। लेकिन पिछले दो सप्ताह से वीकेंड भी पूरी तरह से खाली चल रहा है।

    श्रद्धालुओं की संख्या में आई गिरावट

    ट्रेनों के चक्के जाम होने का असर श्री हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक होने वाले श्रद्दालुओं की संख्या पर भी पड़ा है। सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब में 50 प्रतिशथ तक श्रद्धालुओं की आमद कम हो गई है। सचखंड में प्रतिदिन डेढ लाख से अधिक श्रद्धालु माथा टेकने के लिए पहुंचते थे, लेकिन मौजूदा दौर में ट्रेनों की ब्रेक लगने के नतीजन संगत की संख्या 75 हजार प्रतिदिन तक टिक गई है।

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    शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अधीन चलने वाले यात्री निवासों (सराए) की बुकिंग भी तेजी से कैंसिल हो रही है। अधिदकांश श्रद्धालु बसों की निस्बत रेल गाड़ियों से ही आरामदायक यात्रा करने को प्राथमिकता देते हैं। नतीजन अन्य दूर-दराज के राज्यों से गुरुनगरी में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने तो अपनी आनलाइन बुकिंग ही रद करवा दी है।

    850 से ज्यादा होटल, लेकिन सभी पड़े खाली

    फेडरेशन आफ होटल एंड गेस्ट हाउस के प्रधान सुरिंदर सिंह ने बताया कि पिछले 15 दिनों से होटलों में नई बुकिंग नहीं आ रही है। पहले से ही जो बुकिंग थी, वह भी रद्द हो चुकी है। जिले में छोटे-बड़े मिलाकर 850 से ज्यादा होटल है। इनमें नौ हजार से ज्यादा कमरे है। इसके अलावा धर्मशाला आदि भी है। होटलों की बात करें तो 90 प्रतिशत खाली पड़े हुए है। केवल दो चार कमरे ही बुक हो रहे है। ऐसे में होटल इंडस्ट्री से जुड़े अन्य कारोबारी भी प्रभावित है। जिनमें सब्जी सप्लाई, करियाना का सामान सप्लाई, लौंड्री आदि शामिल है।

    रेस्त्रां की डाइन-इन भी 70 प्रतिशत तक गिरी

    अमृतसर होटल एंड रेस्त्रां एसोसिएशन सिविल लाइन के प्रधान एपीएस चट्ठा ने बताया कि शहर की फूड इंडस्ट्री पूरी तरह से पर्यटकों पर निर्भर है। लेकिन पर्यटकों की फुटफाल इस समय जीरो है। जिसका नतीजा है कि शहर के सभी रेस्त्रां की डाइन इन 70 प्रतिशत से ज्यादा नीचे आ चुकी है। केवल लोकल शहर वासी या फिर राज्य के ही अन्य शहरों से आने वाले लोग रेस्त्रां में आ रहे है। जबकि मौजूदा समय में पूरा कारोबार बुरी तरह से प्रभावित है।

    पांच हजार से ज्यादा टैक्सी चालक, सबकी बुकिंग रद्द

    होटल इंडस्ट्री के साथ ही टैक्सी चालक भी बुरी तरह से प्रभावित हुए है। क्योंकि पर्यटकों की आमद न होने के कारण जिन लोगों ने शहर में घूमने के लिए अलग-अलग ट्रेवल एजेंटो के जरिए टैक्सियां बुक करवाई थी। उनकी बुकिंग भी रद्द हो गई है।

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    सिंह टूर एंड ट्रैवल के मालिक दलजीत सिंह लाली रंधावा ने बताया कि बॉर्डर पर रोजाना 500 से ज्यादा टैक्सियां रवाना होती थी। लेकिन पिछले 15 दिनों से हालात यह है कि मात्र 15 से 20 टैक्सियां ही जा रही है। इसके अलावा यहां पर घूमने के बाद पर्यटक टैक्सी बुक कर हिमाचल प्रदेश या जम्मू-कश्मीर जाते थे। लेकिन वह सारी बुकिंग भी रद्द हो चुकी है।

    रिफंड कर दी किराया की राशि: गुरप्रीत सिंह

    एसजीपीसी के यात्री निवासों के मैनेजर गुरप्रीत सिंह ने बताया कि एसजीपीसी की तरफ से आनलाइन बुकिंग रद करवाने वाले श्रद्धालुओं को यात्री निवासों में ठहराव के लिए निर्धारित किराये की रिफंड कर दी गई है, अभी तक जितने भी श्रद्धालुओं ने बुकिंग कैंसिल करवाई थी, उक्त राशि रिफंड कर उनके बैंक खातों में भेज दी गई है।

    गुरप्रीत सिंह ने माना कि किसान आंदोलन का विपरीत असर संगत के आगमन की संख्या पर पडा है। अन्य राज्यों के कई श्रद्धालुओं ने श्री हरिमंदिर साहिब परिसर स्थित गुरुद्वारा गुरबक्श साहिब व अन्यों ने श्री अखंड पाठों की बुकिंग करवा रखी थी, भारी संख्या में श्रद्धालु नहीं पहुंच पाने के चलते उक्त बुकिंग भी रद करवा रहे हैं।