पंजाब के किसानों को दीपावली से पहले बड़ा तोहफा, CM मान ने किया 20 हजार प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देने का एलान
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घोषणा की है कि दीवाली से पहले बाढ़ से प्रभावित किसानों को 20 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने 3425 करोड़ रुपये की लागत से राज्य की 19492 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत और सुधार कार्य का भी शुभारंभ किया। मान ने पिछली सरकारों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और कहा कि उनकी सरकार योग्यता के आधार पर नौकरियां दे रही है।

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने तरनतारन जिले के कस्बा झब्बाल में राज्य स्तरीय समारोह दौरान प्रदेश की 19,492 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत व अपग्रेडेशन का कार्य शुरु करवाते कहा कि 3,425 करोड़ रुपये की राशि खर्च करते समय संबंधित ठेकेदारों को पाबंद किया है कि उक्त सड़कों के रख-रखाव के लिए पांच वर्ष तक पाबंद रहेंगे।
वरना उन्हें ब्लैक लिस्टड घोषित कर दिया जाएगा। इससे पहले रिवायती पार्टियों की सरकारों द्वारा सड़कें बनाते निजी ठेकेदारों को काम सौंपकर राज्य के लोगों पर टोल टैक्स का बोझ डाला जाता रहा है, लेकिन आप की सरकार जनता के टैक्स से एकतित्र हुई राशि को इमानदारी से खर्च करने में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि दीवाली से पहले बाढ़ से प्रभावित किसानों को 20 हजार प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा जारी कर दिया जाएगा, ताकि इन किसानों की दीवाली फीकी न रहे।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रिवायती पार्टियों की सरकारों पर तंज कसते कहा कि मुझे किसानों ने बताया है कि बाढ़ से होते नुकसान के बदले 26 रुपये से 42 रुपये तक के चैक वितरित किए जाते रहे हैं। पहला मौका है कि सरकार 20 हजार प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दे रही है। मान ने कहा कि बाढ़ से 3200 स्कूल, 19 कालेज, 2500 छोटे-बड़े पुल प्रभावित हुए।
आप की सरकार ने रिश्वतखोरी पर नकेल कसते हुए 55 हजार नौकरियां मेरिट के आधार पर दीं। जबकि इससे पहले नौकरी लेने के लिए अटेचीकेस ट्रेंड चलता था। टेलों तक पानी पहुंचाने से लेकर श्री गोइंदवाल साहिब का थर्मल प्लांट खरीदने, 2015 से बंद पड़ी कोयले की खदान चलाने का काम नीति व नीयत से किया गया। भगवंत मान ने कहा कि राज्य की सड़कों की मरम्मत व अपग्रेडेशन के लिए सरकार ने पहले सर्वे करवाया।
जिसके बाद लेजर के माध्यम से सर्वे से सरकार के खजाने से 383 करोड़ 53 लाख रुपये की बचत हुई। शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर कटाक्ष करते कहा कि भगवंत मान ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में जाकर अपनी ही पार्टी के जान-पहचान वाले को गुरु घर की गोलक से नोटों का बंडल थमाना व तीन किलोमीटर की दूरी पर उक्त बंडल वापस लेना कोई सुखबीर से सीखे।
सुखबीर को उन्होंने मंदबुद्धि करार देते कहा कि शुक्र है कि गांवों की गलियों में उन्हें ईंट-पत्थर नहीं पड़ते। पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि मूछ को ताव देने वाले अब नाभा की जेल में चीखें मार रहे हैं। चिट्टे से पंजाब की नसल को बर्बाद करने लिए जिम्मेदार कोई भी बख्शा नहीं जाएगा। हमारे पास अभी सवा साल का समय है। चिट्टे के सौदागर कहीं भी भाग लें, पिल से निकाल लिए जाएंगे।
भुलथ से विधायक सुखपाल सिंह खैहरा का मंच पर दो बार नाम लेते मान ने कहा कि पुलिस को देखकर हाय तौबा मचाने वाले एक ना एक दिन काबू आ ही जाएंगे। इस मौके पीडबल्यूडी मंत्री हरभजन सिंह इटीओ, परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर, पार्टी प्रत्याशी हरमीत सिंह संधू, डेरा बाबा नानक से विधायक गुरदीप सिंह रंधावा, बटाला से विधायक अमन शैरी, खेमकरण से विधायक सरवन सिंह धुन, पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचंद सिंह बरसट ने भी संबोधन किया।
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