Amritsar News: अमन अरोड़ा का फोन आते ही प्रियंका शर्मा ने संभाला पदभार, मेयर नहीं बनाने से थीं नाराज
अमृतसर नगर नगम में मेयर का चुनाव होने के बाद कई दिनों से डिप्टी मेयर का पद खाली था। 48 दिन बाद पंजाब आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा का फोना आने के बाद प्रियंका शर्मा ने डिप्टी मेयर का पदभार संभाला। मेयर का पद नहीं मिलने से वह पार्टी के फैसले से नाराज थी। लेकिन जैसे ही अमन अरोड़ा ने फोन किया उन्होंने शाम को पदभार संभाला।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। नगर निगम में मेयर की कुर्सी नहीं मिलने से खफा पार्षद प्रियंका शर्मा ने 48 दिन बाद सोमवार को अपना पदभार संभाला। उनके साथ ही नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन कर्मजीत सिंह रिंटू और नगर निगम की डिप्टी मेयर अनीता कुमारी ने भी अपनी-अपनी कुर्सी संभाली।
इन तीनों की ज्वाइनिंग के लिए रविवार से ही प्रोग्राम बनाया जा रहा था। वहीं सोमवार सुबह ही आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रधान ने प्रियंका शर्मा को फोन करके शाम को अपना पदभार संभालने के लिए कहा।
वहीं, अमन अरोड़ा के कपूरथला से लेट होने के कारण उनका इंतजार करने के बाद शाम 4:40 बजे पहले पूर्व मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू ने नगर सुधार ट्रस्ट में अपनी चेयरमैनी संभाली। इसके 15 मिनट बाद नगर निगम में सीनियर और डिप्टी मेयर भी अपने-अपने दफ्तर में जाकर कुर्सी पर बैठे। दूसरी तरफ नगर सुधार के तीन ट्रस्टियों का नोटिफिकेशन जारी होना बाकी है।
मेयर के साथ प्रियंका ने नहीं की थी ज्वाइनिंग
नगर निगम के चुनाव के बाद 21 दिसंबर 2024 को नतीजे सामने आए थे, जिसमें सत्ताधारी आम आदमी पार्टी 24 और कांग्रेस को 41 सीटें मिली थी। इसके बाद 27 जनवरी को सभी पार्षदों को शपथ ग्रहण करवाने के लिए मेडिकल कॉलेज में मीटिंग रखी गई थी।
इसमें आम आदमी पार्टी का बहुमत बताते हुए जतिंदर सिंह मोती भाटिया को मेयर, प्रियंका शर्मा को सीनियर डिप्टी मेयर और अनीता कुमारी को डिप्टी मेयर घोषित किया गया।
इस चुनाव की प्रक्रिया से खफा कांग्रेस ने अपना बहुमत होने की बात कहकर इसे धक्केशाही बताते हुए हाईकोर्ट का रुख कर लिया था। वहीं, प्रियंका शर्मा ने उन्हें मेयर नहीं बनाने से नाराज होकर अपना पदभार ग्रहण नहीं किया था।
3 साल से घर बैठे थे रिंटू
गत विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ कर आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने वाले कर्मजीत सिंह रिंटू पिछले तीन साल से घर में ही बैठे थे। आप सरकार बनने के बाद उनको उनके रुतबे मुताबिक जिम्मेदारी नहीं मिलने के कारण वह पार्टी गतिविधियों से दूरियां बनाकर रखे हुए थे।
वहीं, निगम चुनाव में पार्टी के उम्मीदवार भी अच्छी परफार्मेंस नहीं दे पाए। इसके बाद पार्टी ने नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन अशोक तलवार को हटा कर रिंटू को चेयरमैनी दे दी। रिंटू को चेयरमैन बनाने की घोषणा 25 फरवरी को की गई थी। इसका नोटिफिकेशन 13 मार्च को हुआ। वहीं, नाम की घोषणा के बाद 21वें दिन उन्होंने अपनी जिम्मेदारी संभाली।
निगम और ट्रस्ट मिलकर शहर का करेंगे विकास
पार्टी के तयशुदा प्रोग्राम के मुताबिक, अमन अरोड़ा को सभी की ज्वाइनिंग करवानी थी। कपूरथला में मीटिंग की वजह से वह लेट हो गए। इस प्रोग्राम में विधानसभा हलका केंद्रीय के विधायक डॉ. अजय गुप्ता और विधानसभा हलका उत्तरी के विधायक कुंवर विजय प्रताप भी नहीं पहुंचे।
वहीं, ट्रस्ट के चेयरमैन और निगम के सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर को कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल और कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने ज्वाइनिंग करवाई। कैबिनेट मंत्री धालीवाल ने कहा कि शहर में आप का मेयर और नगर सुधार ट्रस्ट का चेयरमैन है। निगम और ट्रस्ट मिलकर शहर का विकास करवाएंगे।
ये लोग रहे मौजूद
इसके अलावा विधायक जीवनजोत कौर, विधायक डॉ. इंदरबीर सिंह निज्जर और डा. जसबीर सिंह संधू, मेयर जतिंदर सिंह मोती भाटिया, निगम कमिश्नर गुलप्रीत सिंह औलख, ट्रस्ट की ईओ सुरिंदर कुमारी, जिला शहरी प्रधान मनीष अग्रवाल, नगर सुधार ट्रस्ट के ट्रस्टी मुखविंदर विरदी, मंदीप सिंह मोंगा, पूर्व पार्षद प्रदीप शर्मा, पार्षद पति कमल कुमार, एक्सईएन रमिंदरपाल सिंह काहलों, एक्सईएन राजबीर सिंह, एक्सईएन बिक्रम सिंह, एसडीओ शुभम, एसडीओ मनप्रीत सिंह, एसडीओ सुखविपन सिंह, जेई जसबीर सिंह और जेई मंदीप सिंह मौजूद रहे।
मेयरशिप विवाद: अगली सुनवाई 19 मार्च को
मेयरशिप विवाद में हाईकोर्ट के अंदर चल रही सुनवाई में अगली तारीख 19 मार्च तय की गई है। कांग्रेस पार्षद विकास सोनी ने मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव को धक्केशाही बताते हुए कोर्ट का रुख किया था।
इसमें पहले 21 अप्रैल को सुनवाई निश्चित की गई थी। जिसमें विकास सोनी ने अपने वकील के माध्यम से एक एप्लीकेशन फाइल करवाई थी। जिसमें मामले की सुनवाई पहले करने और मेयर की फंक्शनिंग पर रोक लगाने की मांग रखी गई थी।
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