Pahalgam Terror Attack: मेडिकल मोहलत के पहले दिन लौटे 124 पाकिस्तानी, 220 भारतीय वापस आए; सबकी अपनी कहानी
सीमा अधिकारियों ने सामान्य लोगों के लिए समय-सीमा समाप्त होने के बावजूद किसी पाकिस्तानी को जाने से नहीं रोका। सोमवार को कुल 124 पाकिस्तानी अपने वतन लौटे जबकि 220 भारतीय भी स्वदेश वापस आए। इसके साथ ही अब तक 537 पाकिस्तानी नागरिक अपने मुल्क जा चुके हैं जबकि 850 भारतीय लौट आए हैं। मेडिकल मोहलत सोमवार व मंगलवार की है।

नितिन धीमान, जागरण, अमृतसर। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को उनके देश भेजने के बाद वैसे तो अटारी बार्डर बंद कर दिया गया है पर मेडिकल आधार पर मिली दो दिन की मोहलत के कारण कई पाकिस्तानी सोमवार को भी अटारी पहुंचे। इनमें वे लोग भी थे जो बिना मेडिकल कारण एक दिन विलंब से बार्डर पर पहुंचे।
850 भारतीय लौटे
सीमा अधिकारियों ने सामान्य लोगों के लिए समय-सीमा समाप्त होने के बावजूद किसी पाकिस्तानी को जाने से नहीं रोका। सोमवार को कुल 124 पाकिस्तानी अपने वतन लौटे जबकि 220 भारतीय भी स्वदेश वापस आए। अब तक 537 पाकिस्तानी नागरिक अपने मुल्क जा चुके हैं जबकि 850 भारतीय लौट आए हैं। मेडिकल मोहलत सोमवार व मंगलवार की है।
मेडिकल वीजा पर मां का इलाज कराने लाया यासीन
मेडिकल वीजा पर अपनी मां यासीन को भारत लेकर आए याकूब ने कहा कि मां की दोनों किडनियां खराब हैं। पाकिस्तान में उपचार नहीं हो पाया इसलिए वहां के डॉक्टरों ने भारत रेफर किया था। यहां 40 दिन का वीजा लेकर आए थे पर 20 दिन बाद ही लौटने के आदेश जारी कर दिए गए। मां का इलाज पूरा नहीं हो सका। अब मां का उपचार कैसे होगा, यह चिंता सता रही है।
रुख्सार अपनी से मां मिलने भारत आई, सिर्फ बच्चे गए पाकिस्तान
रुख्सार ने बताया कि अपने चार बच्चों के साथ भारत में अपने माता-पिता से मिलने आई थी। अचानक भारत छोड़ने का आदेश मिला तो बच्चों को लेकर अटारी सीमा पर पहुंची पर मेरे पास भारतीय पासपोर्ट है इसलिए मुझे नहीं जाने दिया गया।
चारों बच्चों के पासपोर्ट पाकिस्तान के हैं इसलिए उन्हें अटारी सीमा पर छोड़ा। वाघा सीमा पर मेरे पति व पारिवारिक सदस्य इंतजार कर रहे थे। बच्चों को उनके पास भेज तो दिया पर अब मैं वहां कैसे जा सकूंगी, यह चिंता है।
45 दिन के वीजा पर भारत आए थे जमनराज
पाकिस्तान के पेशावर से आए 70 वर्षीय जनमराज ने कहा कि वह 45 दिन के वीजा पर भारत आए थे। पहली बार भारत आए थे पर बीच में ही लौटना पड़ रहा है। पाकिस्तान से जोधपुर आए चन्नू मल ने कहा कि आतंकियों ने धर्म के नाम पर लोगों को मौत के घाट उतारा है।
पाकिस्तानी नागरिक वाणी की भी अजीब कहानी
पाकिस्तानी नागरिक वाणी ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ धार्मिक स्थलों के दर्शन करने के लिए भारत आई थीं। 40 दिन का वीजा था लेकिन 20 दिन में ही लौटना पड़ रहा है। दोनों देशों की सरकारें आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएं ताकि निर्दोषों की हत्या न हो और न ही लोगों को इस तरह देश छोड़कर जाना पड़े।
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