पंजाब में ऑनलाइन दवा बिक्री पर रोक की मांग, AIOCD ने लिखा गृहमंत्री को पत्र
अखिल भारतीय केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट संगठन (एआइओसीडी) ने ऑनलाइन दवा बिक्री और 10 मिनट में प्रिस्क्रिप्शन दवाओं की डिलीवरी पर चिंता व्यक्त की है। गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में एआइओसीडी ने ई-फार्मेसी और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म द्वारा नियमों के उल्लंघन पर रोक लगाने की मांग की है।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। अखिल भारतीय केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट संगठन (एआइओसीडी) ने ऑनलाइन दवा बिक्री और 10 मिनट में प्रिस्क्रिप्शन दवाओं की डिलीवरी को लेकर गंभीर चिंता जताई है। संगठन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कुछ ई-फार्मेसी एवं क्विक कामर्स प्लेटफार्म जैसे जेप्टो और ब्लिंकिट द्वारा ड्रग्स एंड कास्मेटिक्स एक्ट व दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेशों की खुलेआम अवहेलना पर तुरंत रोक लगाने की मांग की है।
एआइओसीडी अध्यक्ष जेएस शिंदे और महासचिव राजीव सिंघल ने बताया कि आफलाइन दवा विक्रेताओं पर तो सख्त नियम लागू हैं, लेकिन ऑनलाइन विक्रेता बिना किसी जांच के शेड्यूल एच, एचआइ और एक्स की आदत डालने वाली दवाएं मिनटों में घर पहुचा रहे हैं।
इससे युवाओं में नशीली दवाओं के दुरुपयोग के मामलों में 55 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पत्र में उदाहरण देते हुए कहा गया कि हैदराबाद का एक डॉक्टर आधी रात को मुंबई के एक मरीज के लिए दवा पर्चा जारी कर देता है, जिसे बिना किसी सत्यापन के तुरंत डिलीवर कर दिया जाता है।
कई बार यह प्रिस्क्रिप्शन भी संदिग्ध और दूरस्थ स्थान के होते हैं। संगठन ने आरोप लगाया कि विदेशी पूंजी से पोषित कई स्टार्टअप दवाओं को आम उपभोक्ता वस्तुओं की तरह बेच रहे हैं, जिससे न केवल भारतीय बाजार कमजोर हो रहा है, बल्कि बेरोज़गारी भी बढ़ रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।