गुरु अर्जन देव जी के शहीदी दिवस पर श्री हरिमंदिर साहिब समेत कई गुरुघरों में उमड़ी संगत
पांचवें पातशाह श्री गुरु गुरु अरजन देव जी का शहीदी दिवस संगत की तरफ से भव्य रूप में मनाया गया।

जासं, अमृतसर : पांचवें पातशाह श्री गुरु गुरु अरजन देव जी का शहीदी दिवस संगत की तरफ से भव्य रूप में मनाया गया। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा गुरुद्वारा रामसर साहिब में शहीदी दिवस संगत के सहयोग से मनाया गया। इस मौके पर अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए। गुरुद्वारा शहीद गंज साहिब में हजूरी रागी भाई निर्मल सिंह के जत्थे ने इलाही गुरबाणी का कीर्तन किया।
श्री अखंड पाठ साहिब के भोग के बाद श्री हरिमंदिर साहिब के एडिशनल मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह लुधियाना ने श्री गुरु अरजन देव जी की शहादत के इतिहास संबंधी कथा विचार किया। संगत को गुरु साहिब के जीवन इतिहास से प्रेरणा लेने की अपील करते हुए कहा कि बाणी व बाणे के साथ जुड़कर ही हर सिख मुकम्मल सिख बन सकता है। इस मौके पर गुरमति व धार्मिक दीवान सजाए गए। धार्मिक कार्यक्रम के दौरान श्री हरिमंदिर साहिब के ग्रंथी ज्ञानी अमरजीत सिंह ने कथा विचार किए। हजूरी रागी जत्थों की तरफ से गुरबाणी कीर्तन के साथ संगत को निहाल किया गया। कार्यक्रम के वक्त ढाडी कविश्री जत्थों प प्रचारक सिंहों ने संगत को गुरु इतिहास श्रवण करवाया। कवियों की तरफ से गुरु साहिब की जीवन संबंधी कविताएं पेश की गई।
इस दिवस पर संगत ने श्री हरिमंदिर साहिब , गुरुद्वारा राम सर साहिब, गुरुद्वारा शहीदां साहिब में पहुंच कर हाजिरी लगवाई। इलाही बाणी का कीर्तन श्रवण किया। हरिमंदिर साहिब के पवित्र सरोवर में स्नान भी किया। वहीं, शहर में अलग-अलग स्थानों पर संगत की तरफ से भी ठंडे-मीठे जल की छबील व लंगर लगाए गए। इस अवसर पर एसजीपीसी के सदस्य भाई मंजीत सिंह, श्री हरिमंदिर साहिब के मैनेजर सुलखन सिंह भंगाली, मैनेजर सुखराज सिंह, प्रचारक दिलबाग सिंह व हरप्रीत सिंह आदि भी मौजूद थे।
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