Punjab News: अमृतसर के मजीठा पुलिस स्टेशन में धमाका, 2 पुलिसकर्मी घायल; इलाके में फैली दहशत
Punjab News पंजाब के अमृतसर के अंतर्गत आने वाले मजीठा पुलिस स्टेशन पर जोरदार धमाका हुआ है। मजीठा थाने में हुए धमाके से इलाके में दहशत फैल गई है। इससे पहले भी कई पुलिस स्टेशनों पर धमाके से जुड़ी खबर सामने आ चुकी हैं। इससे पहले शुक्रवार को गुरबख्श नगर में बंद पुलिस चौकी पर हैंड ग्रेनेड से हमला हुआ था।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार की सुबह हुए हमले के करीब 12 घंटे बाद अमृतसर जिले के मजीठा थाने में जोरधार धमाका हुआ। इस धमाके से थाना प्रभारी के कमरे के शीशे भी टूट गए। वहां टहल रहे दो पुलिसकर्मियों के जख्मी होने की भी सूचना है। धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज करीब दो किलोमीटर तक सुनाई दी।
कैसे हुआ धमाका
थाने में किस चीज का धमाका हुआ इस बारे में पुलिस के अलग-अलग बयान हैं। एसएसपी चरणजीत सिंह सोहल ने बताया कि थाने के भीतर टायर फटने से धमाका हुआ है।
हालांकि, पुलिस कर्मचारियों का कहना है कि सिलंडर फटा है। मौके पर देर रात डीआइजी बॉर्डर रेंज सतिंदर सिंह और फॉरेंसिक टीम के पहुंचने से आशंका है कि यह कोई टायर या सिलिंडर फटने की घटना नहीं बल्कि यहां पर किसी विस्फोटक से धमाका हुआ है।
धमाके से इलाके में फैली दहशत
देर रात पौने दस बजे एकाएक जोरदार धमाके की आवाज से इलाके में दहशत फैल गई। लोग घरों से निकल कर थाने के चारों तरफ एकत्र होने शुरू हुए तो पुलिस ने तुरंत थाने का गेट बंद कर दिया और थाने के बाहर जमा लोगों को भी वहां से हट जाने के लिए कहा।
हालात ऐसे थे कि जो लोग मौके का वीडियो बना रहे थे पुलिस ने उनके मोबाइल तक छीन लिए। उधर, धमाके की जांच के लिए डीएसपी देहाती जसपाल सिंह ढिल्लों और थाना इंचार्ज प्रभजीत सिंह थाने पहुंचे।
घटनास्थल पर पहुंचे डीएसपी जसपाल सिंह ढिल्लों ने बताया कि घटना के दौरान एक पुलिसकर्मी अपनी मोटरसाइकिल में पंप से हवा भर रहा था। ट्यूब में हवा अधिक भार जाने के कारण धमाका हुआ। सुरक्षा के पहलुओं को देखते हुए थाने के गेट बंद किए गए हैं।
पहले भी हो चुके धमाके
सबसे पहले 24 नवंबर को अजनाला पुलिस थाने को आइइडी से उड़ाने का प्रयास किया गया। इसकी जिम्मेदारी विदेश में बैठे आतंकी हैपी पछिया ने ली। 26 नवंबर को अमृतसर के गुरबख्श नगर में बंद पड़ी पुलिस चौकी के बाहर हैंड ग्रेनेड से धमाका किया गया। इसके पीछे भी आतंकी पछिया का हाथ बताया जा रहा है।
दो दिसंबर को नवांशहर के काठगढ़ की पुलिस चौकी में हैंड ग्रेनेड फेंका गया। हालांकि, यह फटा नहीं था। चार दिसंबर को भारी सुरक्षा के बावजूद सुखबीर बादल की गोली मारकर हत्या का प्रयास किया गया।
इन हमलों पर भी विचार करना जरूरी
- 4 सितंबर, 2018 को जांलधर के मकसूदां थाने में हथगोला फेंका गया।
- 9 मई, 2022 को मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर आरपीजी हमला।
- 10 दिसंबर, 2022 को तरनतारन में पुलिस स्टेशन पर आरपीजी हमला।
- 8 नवंबर, 2021 को नवांशहर के सीआइए स्टाफ पर हथगोला फेंका गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।