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    'कारीगरों के कौशल को नया आयाम देगी पीएम विश्वकर्मा योजना', अमृतसर में बोले केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी

    By Nitin DhimanEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Sun, 17 Sep 2023 07:05 PM (IST)

    PM Vishwakarma Yojana News प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर पीएम विश्वकर्मा योजना को लॉन्च किया गया है। अमृतसर में योजना के लॉन्चिंग प्रोग्राम में केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी पहुंचे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा का मुख्य फोकस कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार कर सुनिश्चित करना है कि वे घरेलू और वैश्विक स्तर पर एकीकृत हों।

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    'कारीगरों के कौशल को नया आयाम देगी पीएम विश्वकर्मा योजना', अमृतसर में बोले केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी

    अमृतसर, जागरण संवाददाता। PM Vishwakarma Yojana केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए लाभप्रद है। यह योजना वित्तीय सहायता प्रदान करने के साथ-साथ लोगों के कौशल को नए आयाम प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर इस योजना का पूरे देश में शंखनाद किया गया है। इस योजना में ऋण सहायता प्रदान करने के साथ-साथ कौशल उन्नयन में भी सहायता मिलेगी।

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    बता दें कि हरदीप पुरी (Hardeep Puri) रविवार को गुरुनानक देव विश्वविद्यालय में पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में पारंपरिक कारीगर और शिल्पकार भी शामिल हुए। हरदीप पुरी ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य गुरु-शिष्य परंपरा एवं अपने हाथों-औजारों से काम करने वाले लोगों के पारंपरिक कौशल को प्रोत्साहित करना एवं उन्हें पोषित करना है।

    उन्होंने कहा कि पीएम विश्वकर्मा का मुख्य फोकस कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार कर सुनिश्चित करना है कि वे घरेलू और वैश्विक स्तर पर एकीकृत हों। पीएम योजना में शामिल होने वाले शिल्पकारों व कारीगरों के लिए 13 हजार करोड़ रुपये जारी किए गए हैं।

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    इनको मिलेगा योजना का लाभ

    हरदीप पुरी ने कहा कि इस राशि का लाभ बढ़ई, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, लौहार, ताला बनाने वाले, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, मोची, राज मिस्त्री, टोकरी, चटाई, झाड़ू बनाने वाले, पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी व मछली का जाल बनाने वालों को मिलेगा। पारंपरिक काम करने वालों को बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग दी जाएगी, पांच प्रतिशत की दर से लोन मिलेगा, तीन लाख रुपये तक का लोन दिया जाएगा। योजना का लाभ लेने वाले लाभार्थी नजदीकी जन सेवा केंद्र में आवेदन कर सकते हैं।

    'प्रधानमंत्री ने पारंपरिक काम करने वालों को सम्मान दिया है'

    इस मौके पर एमएसएमई के निदेशक वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पारंपरिक काम करने वालों को सम्मान दिया है। इनकी पहचान धीरे-धीरे खत्म हो रही थी। इस योजना से इन्हें सम्मान मिलेगा। उनकी आर्थिक परेशानियां भी दूर होंगी। उन्हें कौशल दिया जाएगा, जिससे वे तकनीकी तौर पर दक्ष होंगे। उन्हें अपने उत्पाद को बेचने व मार्केटिंग करने का भी गुर सिखाया जाएगा।

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