किसान खुदकुशी में सीएम व वित्तमंत्री पर दर्ज हो केस: सुखबीर
सुखबीर बादल ने कहा कि पंजाब में किसानों की खुदकुशी के लिए सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह व वित्तमंत्री मनप्रीत बादल जिम्मेदार हैं। दाेनोें पर इसके लिए केस दर्ज हो।
जेएनएन, अजनाला (अमृतसर)। पंजाब में बढ़ती किसान आत्महत्या की घटनाओं को लेकर कभी खुद निशाने पर रहे पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने अब कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार को आड़े हाथ लिया है। उन्हाेंने कहा कि किसानाें की खुदकुशी के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और वित्त मंत्री मनप्रीत बादल जिम्मेदार हैं। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
सुखबीर कैप्टन सरकार की ओर से कर्ज माफी का वादा पूरा न करने पर आत्महत्या करने वाले गांव तेड़ा कलां निवासी किसान मेजर सिंह के घर पहुंचे। सुखबीर ने साथ माझा जोन के कई वरिष्ठ अकाली नेता भी मौजूद थे।
परिवार से हमदर्दी प्रकट करने के बाद सुखबीर बादल ने कहा कि किसान को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ वित्त मंत्री मनप्रीत बादल पर भी मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
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उन्हाेंने कहा कि पीडि़त परिवार का पूरा कर्ज माफ कर किसान मेजर सिंह के बेटे को नौकरी दी जाए अौर पीडि़त परिवार को दस लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। सुखबीर ने कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन सत्ता में आते ही अपने वादे भूल चुकी है। कर्ज माफी न होने के कारण हर रोज प्रदेश में किसान आत्महत्या करने को विवश हो रहे है। उन्होंने दावा किया कि जब अकाली भाजपा सरकार सत्ता में थी, तो उस समय किसानों व गरीबों से किए गए वादे पूरे किए गए थे।
कैप्टन सरकार में अब तक 121 किसान कर चुके हैं खुदकशी
उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार बनने के बाद से अब तक 121 किसान खुदकशी कर चुके हैं। कैप्टन ने कैबिनेट बैठक में किसानों के दो लाख रुपये तक के कर्ज माफ करने की घोषणा की थी और इसके लिए 1500 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया था। इसके बावजूद किसानों की आत्महत्या का सिलसिला नहीं रुक रहा है।
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सुखबीर के साथ इस मौके पर पूर्व मंत्री व विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया, पूर्व विधायक बोनी अमरपाल सिंह अजनाला, गुलजार सिंह राणिके, हरमीत सिंह, विरसा सिंह वल्टोहा, रविंदर सिंह ब्रह्मपुरा व चौधरी अशोक मनन आदि मौजूद थे।
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