न हाथ मिले; न खुले दरवाजे... Operation Sindoor के बाद अटारी सीमा पर रिट्रीट सेरेमनी शुरू, जवानों ने दिखाए तीखे तेवर
अटारी सीमा पर रिट्रीट सेरेमनी (Retreat Ceremony) फिर से शुरू हो गई है जिसे पहलगाम आतंकी हमले के बाद रोक दिया गया था। बीएसएफ जवानों ने आक्रामक तेवर दिखाए और भारत माता के जयघोष से दर्शक दीर्घा गूंज उठी। पाकिस्तान की वाघा सीमा पर दर्शक नदारद रहे। ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) में आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के बाद यह फैसला लिया गया।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय अटारी सीमा पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी पर सात मई को विराम लगा दिया था। मंगलवार को अटारी में फिर रिट्रीट सेरेमनी शुरू हो गई। हालांकि न तो जीरो लाइन के गेट खुले और न ही पाक रेंजर्स से हाथ मिलाया गया।
BSF के जवानों ने दिखाए तीखे तेवर
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने पाकिस्तान की ओर तीखे तेवर दिखाकर परेड की। अटारी में भारतीय दर्शक दीर्घा भारत माता के जयघोष से गूंजती रही। तिरंगा शान से लहराता रहा। हालांकि मंगलवार को सीमा सुरक्षा बल ने दर्शकों के आने पर रोक लगाई थी, परंतु जो लोग अटारी सीमा तक पहुंच गए, उन्हें दर्शक दीर्घा में आने की अनुमति दे दी गई।
पाकिस्तान में दर्शक दीर्घा रही खाली
पाकिस्तान में वाघा सीमा की दर्शक दीर्घा खाली रही। इससे स्पष्ट है कि पाकिस्तानी नागरिकों के मन में भारत की आक्रामकता को लेकर डर व्याप्त है। उधर फाजिल्का में सादकी चौकी और फिरोजपुर में हुसैनीवाला बॉर्डर पर भी रिट्रीट सेरेमनी शुरू हो गई। यहां भी भारतीयों ने पूरे जोश से 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम. के नारे लगाए।
7 मई से बंद दी रिट्रीट सेरेमनी
दरअसल, जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 26 पर्यटकों की जान ले ली थी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान पर छह व सात मई को ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत नौ आतंकी ठिकानों को तबाह किया। इसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए। इसके बाद 7 मई से ही रिट्रीट सेरेमनी बंद कर दी गई थी।
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