'केजरीवाल सत्तालोभी, राज्यसभा में...'; भूपेश बघेल का बड़ा हमला, बोले- कहां गई कट्टर ईमानदारी?
केजरीवाल सत्ता के लालच में अब राज्यसभा जाने की सोच रहे हैं यह कहना है छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने लोकपाल बनाने और कट्टर ईमानदारी की बात कही थी लेकिन अब वह सत्ता के भूखे नजर आ रहे हैं। दिल्ली चुनाव में हार के एक महीने बाद ही वह राज्यसभा जाने की सोच रहे हैं।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त प्रभारी भूपेश सिंह बघेल शुक्रवार को गुरुनगरी पहुंचे। उन्होंने श्री हरिमंदिर साहिब, श्री दुर्ग्याणा मंदिर और भगवान वाल्मीकि तीर्थ में जाकर माथा टेका। उन्होंने कहा कि केजरीवाल कहते थे कि वह सत्ता के लिए नहीं बल्कि परिवर्तन के लिए राजनीति में आए हैं।
उन्होंने लोकपाल बनाने, कट्टर ईमानदारी की बात कही थी। वहीं, अब दिखाई दे रहा कि वो सत्ता लुलूप है। दिल्ली चुनाव में हार को अभी 1 महीना भी नहीं बीता कि अब राज्यसभा जाने का सोच रहे हैं। केजरीवाल देश पंजाब या दिल्ली की जनता के लिए नहीं, बल्कि खुद के लिए राजनीति करते हैं।
बघेल ने कहा कि पंजाब कांग्रेस के प्रधान को बदलने की बात अफवाह है। उनके साथ खड़े प्रदेश कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और सीएलपी लीडर प्रताप सिंह बाजवा को हाईकमान का पूरा समर्थन है।
नई जिम्मेदारी के बाद पहली बार पहुंचे अमृतसर
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि नई जिम्मेदारी मिलने के बाद वह पहली बार अमृतसर आए हैं। इससे पहले कई बार अमृतसर आकर आने का मौका मिल चुका है। पंजाब वीरों, त्याग, समर्पण और यहां के किसानों की मेहनत के पसीने की खुशबू वाली धरती है। यहां आना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने श्री हरिमंदिर साहिब में कीर्तन सुना और कड़ाह प्रसाद भी लिया।
वहीं एयरपोर्ट से लेकर पूरे रास्ते में उनके स्वागत के दौरान कांग्रेसियों और जनता में उत्साह दिखाई दिया। इससे आने वाले समय में परिवर्तन निश्चित तौर पर दिखाई दे रहा है। लोग आम आदमी पार्टी को सत्ता में लाकर मायूस हैं। बघेल ने कहा कि भाजपा के खिलाफ लड़ाई के लिए विभिन्न दलों के साथ इंडिया गठबंधन हुआ था।
डिपोर्ट को लेकर सरकार पर निशाना
वहीं, पंजाब में मुख्य विपक्षी दल होने के कारण प्रदेश कांग्रेस लीडरशिप ने इसको स्वीकार नहीं किया था। पंजाब की लीडरशिप ने लड़ाई लड़ी और पार्टी के 7 लोग जीते। अमेरिका से भारतीयों को हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां डाल कर लाना अपमानजनक है।
भारतीय वहां रोजी रोटी कमाने गए थे, उन्होंने वहां कोई कानून तोड़ते हुए अपराध नहीं किया। कोलंबिया जैसे एक छोटे से देश के राष्ट्रपति ने कह दिया कि खबरदार उनके लोगों को बेड़ियां डाल कर न लाया जाए। वह अपना जहाज भेज कर अपने नागरिकों को सम्मानजनक तरीके से लेकर आए।
मनोहर लाल को देना चाहिए जवाब
दूसरी तरफ डिपोर्ट हुए भारतीयों को अमृतसर एयरपोर्ट पर उतारा गया, इसके लिए कोई अन्य जगह नहीं मिली। इस दौरान किसी की पगड़ी उतारने तक की बात सुनने को मिली। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल से पूछना चाहता हूं कि अगर ट्रंप की कार्रवाई को सही बताया जा रहा है, तो ट्रंप यह भी कह रहे कि यहां के वोटर टर्नआउट के लिए 182 करोड़ रुपए सीधा मोदी को दिया गया है। उसके बारे में मनोहर लाल को जवाब देना चाहिए।
पीएम के उपर लगाए गए सीधे आरोप के बारे में जनता जानना चाहती है। 8 दिन बीतने के बाद भी पीएम चुप क्यों हैं? इस मौके पर पंजाब प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, पूर्व उप मुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी, सांसद गुरजीत सिंह औजला, पूर्व मंत्री डा राजकुमार वेरका, पूर्व विधायक सुनील दत्ती, विधायक सुखजिंदर सिंह डैनी, जिला कांग्रेस शहरी प्रधान अश्विनी पप्पू व अन्य मौजूद रहे।
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