अमेरिका से डिपोर्ट हुए पंजाबियों की चुप्पी डर या कोई और वजह? 30 में से 29 लोगों ने नहीं दी एजेंट के खिलाफ शिकायत
पंजाब में अवैध ट्रैवल एजेंटों का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। ये एजेंट लोगों को विदेशों में अवैध रूप से प्रवेश करने के लिए प्रेरित करते हैं। अमेरिका से डिपोर्ट हुए 30 पंजाबियों में से केवल एक दलेर सिंह ने ट्रैवल एजेंट सतनाम सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। राज्य के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह ने डिपोर्ट हुए लोगों से शिकायत देने की अपील की थी।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। पंजाब में अवैध ट्रैवल एजेंटों का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। अमेरिका से डिपोर्ट हुए 30 पंजाबियों में से केवल एक, दलेर सिंह ने, ट्रैवल एजेंट सतनाम सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। सतनाम सिंह अजनाला में अवैध रूप से ट्रैवल एजेंसी चला रहा था।
पुलिस ने उसकी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एजेंट के खिलाफ केस दर्ज किया और उसके कार्यालय को सील कर दिया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी जारी है। राज्य के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने डिपोर्ट हुए लोगों से अपील की थी कि वे ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएं ताकि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
दलेर सिंह ने एजेंट के खिलाफ दी शिकायत
अमृतसर जिले के सलेमपुर गांव के दलेर सिंह को गांव कोटली खैहरा के एजेंट सतनाम सिंह ने अमेरिका भेजा था। जांच में पाया गया कि सतनाम सिंह ने जिला प्रशासन से कोई लाइसेंस नहीं लिया था।
इससे जिला प्रशासन की अवैध ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ मुहिम की पोल खुल गई है। पुलिस ने सतनाम सिंह के कंप्यूटर की जांच की, जिसमें कई लोगों के नाम सामने आए हैं, जिनसे उसने पैसे लिए थे। पुलिस अब उनसे भी संपर्क कर रही है।
पंजाब में तेजी से फल फूल रहा अवैध ट्रैवल एजेंटों का कारोबारडिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने जिले में चल रहे अवैध ट्रैवल एजेंटों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। राज्य में अवैध ट्रैवल एजेंटों की पोल खुलने लगी है। डिपोर्ट हुए ज्यादातर भारतीयों ने डंकी रूट से ही अमेरिका में प्रवेश किया था।
जालंधर में 5 हजार ट्रैवल एजेंट
इसमें ट्रैवल एजेंटों ने तो भरपूर कमाई की, लेकिन लाखों रुपये खर्च कर महीनों जिंदगी को दांव पर लगाने के बाद डिपोर्ट हुए लोगों के सपने भी बिखर गए। राज्य में सबसे ज्यादा लुधियाना में करीब 10,000 से ज्यादा ट्रैवल एजेंट हैं, जिनमें से सिर्फ 1,692 पंजीकृत हैं। जालंधर में करीब 5,000 ट्रैवल एजेंट हैं, जिनमें से महज 1,700 पंजीकृत हैं।
अमृतसर में दो हजार ट्रैवल एजेंट हैं और सिर्फ 827 पंजीकृत हैं। विदेश में डालर कमाने के सपने दिखाकर ये अवैध ट्रैवल एजेंट लोगों से लाखों की ठगी कर रहे हैं और प्रशासन की कार्रवाई कागजों में सिमट कर रह गई है।
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