'अमेरिका ने बिल्कुल सही किया...', US से डिपोर्ट हुए भारतीयों पर अनिल विज का रिएक्शन, सरकार को भी दी हिदायत
अमेरिका से डिपोर्ट हुए 104 अप्रवासी भारतीयों के मुद्दे पर देश में घमासान मचा हुआ है। इस मुद्दे पर हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा है कि अमेरिका की तरह भारत को भी देश में लाखों और करोड़ों अवैध अप्रवासियों को निर्वासित करने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर देश को अवैध अप्रवासियों को निर्वासित करने का किसी भी देश को अधिकार है।

एजेंसी, अंबाला। अमेरिका से डिपोर्ट हुए 104 अवैध अप्रवासी भारतीयों की जिस तरह देश में वापसी हुई है। इसे लेकर लेकर देश में घमासान मचा हुआ है। कोई सरकार पर सवाल खड़े कर रहा है तो कोई अमेरिका पर। संसद से लेकर हर गली-मोहल्ले में यह मुद्दा गूंज रहा है। इसी कढ़ी में आए दिन सुर्खियों में बने रहने वाले हरियाणा के मंत्री अनिल विज (Anil Vij) की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
परिवहन मंत्री ने कहा है कि अमेरिका की तरह भारत को भी देश में 'लाखों और करोड़ों अवैध अप्रवासियों को निर्वासित करने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर देश को अवैध अप्रवासियों को निर्वासित करने का अधिकार है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ऐसा कर कोई गलती नहीं की है।
इस संबंध में बनाई जानी चाहिए पॉलिसी
मंत्री अनिल विज ने कहा, ऐसे लोग कहीं और पैदा होते हैं, लेकिन हम उन्हें खिलाते हैं। क्यों? उन्हें वहीं जाना चाहिए जहां वे पैदा हुए हैं। हमें इस संबंध में एक नीति भी बनानी चाहिए और उन्हें उनके संबंधित देशों में वापस भेजा जाना चाहिए।"
वहीं, डिपोर्ट हुए लोगों के साथ एजेंटों द्वारा धोखाधड़ी होने पर राज्य पुलिस विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ जांच शुरू की गई है। निर्वासितों ने आरोप लगाया है कि उन्हें एजेंटों द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका में उतरने के बाद 'ग्रीन कार्ड', नागरिकता और नियमितीकरण का वादा किया गया था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ
एजेंसियों की जांच के लिए SIT का गठन
अंबाला रेंज के आईजी सिबाश कबीराज के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा की जाएगी, जिसे 2023 में तत्कालीन गृह मंत्री विज ने 'कबूतरबाजी" के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए गठित किया था।
विज ने पंजाब के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निर्वासन के संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति से बात करने की अपील के जवाब में कहा।
"मैं कहता हूं कि इससे सीख लें। इस देश में लाखों लोग अवैध हैं... वे कहीं और पैदा हुए, उन्हें उनके संबंधित देशों में वापस भेजा जाना चाहिए।"
बुधवार को अमृतसर हवाई अड्डे पर पहुंचे 104 निर्वासितों में से हरियाणा और गुजरात से 33-33, पंजाब से 30, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से तीन-तीन और चंडीगढ़ से दो लोग थे।
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