Women Reservation: कांग्रेस की मांग पर नड्डा का जवाब; बोले- वायनाड, अमेठी और रायबरेली सीट को आरक्षित कर दें तो
महिला आरक्षण विधेयक पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि यह विषय लंबे समय से चल रहा था जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निर्णायक मोड़ पर लेकर आए हैं। नड्डा ने कहा कि भाजपा का उद्देश्य राजनीतिक लाभ लेने का नहीं बल्कि सही मायने में महिलाओं का सशक्तिकरण करने का है। यदि राजनीतिक लाभ लेना होता तो कह देते कि अभी से लागू कर देते हैं।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। बिना परिसीमन की प्रक्रिया अपनाए तुरंत महिला आरक्षण लागू करने की मांग कर रही कांग्रेस को राज्यसभा में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने तार्किक व वैधानिक उत्तर दिया। आरक्षण लागू करने की संवैधानिक प्रक्रिया समझाते हुए जेपी नड्डा बोले कि हमें महिलाओं को आरक्षण देना है, लेकिन सरकार यह तय नहीं कर सकती कि किस सीट पर आरक्षण दिया जाए और किस पर नहीं। इसका निर्णय न्यायिक विधि से होगा।
नड्डा ने आरक्षण लागू करने की मांग को बताया निरर्थक
कांग्रेस पर तंज के अंदाज में नड्डा बोले- 'हम सरकार में हैं। वायनाड, अमेठी, रायबरेली या कलबुर्गी को आरक्षित कर दें तो?' महिला आरक्षण विधेयक पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि यह विषय लंबे समय से चल रहा था, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निर्णायक मोड़ पर लेकर आए हैं।
इतिहास में उल्लेखित तमाम महिलाओं के योगदान की चर्चा करते हुए नड्डा बोले कि आरक्षण देकर हम महिलाओं पर कोई अहसान नहीं कर रहे, बल्कि उन्हें सशक्त करने और सम्मान देने के लिए कर रहे हैं।
उन्होंने इसे सौभाग्य बताया कि कई देशों से पहले भारत को इंदिरा गांधी के रूप में पहली महिला प्रधानमंत्री मिलीं। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों द्वारा तुरंत आरक्षण लागू करने की मांग को निरर्थक बताते हुए नड्डा बोले कि कुछ लोग कह रहे हैं कि सीटें बढ़ा दो।
सीटें बढ़ेंगी तो 33 प्रतिशत भी तो बढ़कर आएगा, यह तो सीधा गणित है। हम यह मानते हैं कि आज बिल पास करते हैं तो 2029 में महिलाएं हमारी सांसद बनकर आ जाएंगी, लेकिन आज पास नहीं करते हो तो यह भी तय है कि 2029 में आरक्षण का लाभ महिलाओं को नहीं मिलेगा।
कांग्रेस सांसदों पर नड्डा ने कसा तंज
नड्डा ने कहा कि भाजपा का उद्देश्य राजनीतिक लाभ लेने का नहीं, बल्कि सही मायने में महिलाओं का सशक्तिकरण करने का है। यदि राजनीतिक लाभ लेना होता तो कह देते कि अभी से लागू कर देते हैं। इस पर सदन में खड़े होकर टिप्पणी कर रहे कांग्रेस सांसदों पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तंज कसा- 'आज नो-नो कर रहे हैं, इसीलिए आपको उधर बैठा दिया।
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आपको शासन करना नहीं आता। सरकारें नियम-कानून से चलती हैं। मोदी जी जो काम करते हैं, पक्का काम करते हैं, कच्चा नहीं, इसलिए पक्के तरीके से महिलाओं का सशक्तिकरण किया जा रहा है।' नड्डा ने दावा किया- 'भाजपा महिलाओं को स्थान देने में हमेशा अग्रसर रहती है। हम अकेली और पहली पार्टी हैं, जो महिलाओं को हर समिति में 33 प्रतिशत आरक्षण देते हैं।'
राहुल गांधी पर तंज- ट्यूटर से नहीं बनते लीडर
जेपी नड्डा ने बुधवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा लोकसभा में उठाए गए 90 में से सिर्फ तीन ओबीसी वर्ग के सचिव के मुद्दे का भी जवाब दिया। कहा- काका कालेलकर रिपोर्ट नेहरू जी के समय की थी, वह कहां पड़ी थी? मंडल कमीशन की रिपोर्ट इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय की थी, उसका क्या किया? 1992 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आप सर्विस में ओबीसी को आरक्षण दो, 1995-96 में एससी-एसटी और ओबीसी कैटेगरी सर्विस में जुड़ी।
आज सचिव के इम्पैनलमेंट का जो कटऑफ वर्ष है, वह 1992 है। जो सचिव हैं, वह 1992 के नीचे के अफसर हैं। कांग्रेस बताए कि 2004 से 2014 तक कितने सचिव ओबीसी वर्ग से थे। इसके बाद नड्डा ने बिना नाम लिए तंज किया- 'लीडर को लीडर बनना पड़ेगा, ट्यूटर से काम नहीं चलेगा। ट्यूटर भी राजनीतिक हो तो ठीक, यह एनजीओ से लेकर आ जाते हो, जिनको अता, न पता।'
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