चुनाव आयोग का दावा, वीवीपैट युक्त इवीएम से ही होंगे लोकसभा और विधानसभा चुनाव
चुनाव आयोग ने बताया कि चुनाव से पहले वीवीपैट मशीनें उस तक पहुंच जाएंगी।
नई दिल्ली, एएनआइ। चुनाव आयोग स्पष्ट कर दिया है कि अगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव पूरी तरह से वीवीपैट युक्त इवीएम से होंगे। वीवीपैट की कमी की खबरों को आयोग ने सिरे से खारिज कर दिया। चुनाव आयोग ने बुधवार को जारी आधिकारिक बयान में कहा कि लोकसभा चुनाव तक मतदान पर्ची से जुड़ी वीवीपैट मशीनों की आपूर्ति नहीं हो पाने की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है। आयोग लोकसभा चुनाव और इसके पहले विधानसभा चुनाव और उपचुनाव पूरी तरह से वीवीपैट युक्त ईवीएम से कराने के लिये प्रतिबद्ध है।
चुनाव आयोग ने बताया कि चुनाव से पहले वीवीपैट मशीनें उस तक पहुंच जाएंगी। बयान में बताया गया कि आम चुनाव में देश में सभी मतदान केन्द्रों पर आवश्कता के अनुसार 17.45 लाख वीवीपैट मशीनों की आपूर्ति की जिम्मेदारी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड(बीईएल) और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ईसीआइएल) को सौंपी गई है। इनमें से अब तक 9.45 लाख मशीनों का निर्माण हो चुका है और दोनों कंपनियों ने शेष आठ लाख मशीनों की आपूर्ति इस साल नवंबर तक सभी संबद्ध राज्यों को कर देने का आश्वासन दिया है।
पिछले दिनों इवीएम में खराबी और गड़बड़ी की कई खबरें सामने आईं। इसकी वजह से कई जगह मतदान में देरी भी हुई। लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव में इवीएम मशीनों की खराबी की समस्या से निपटने का इंतजाम चुनाव आयोग ने पहले ही कर लिया है। चुनाव आयोग ने बताया कि अगले आम चुनाव के लिए मशीनों की संख्या में 125 से 135 फीसद तक बढ़ोतरी की गई है, जिससे कि मतदान के दौरान मशीनों में गड़बड़ी होने पर इन्हें तुरंत बदला जा सके।
चुनाव आयोग ने बताया कि कैराना और भंडारा गोंदिया लोकसभा सीट के उपचुनाव में धूप के कारण कुछ मशीनों में खराबी की शिकायतें आई थी। इसलिए नई मशीनों के सॉफ्टवेयर में भी बदलाव किया गया है। पिछले दो दशक में तीन लोकसभा और 113 विधानसभा चुनावों में ईवीएम के सफल इस्तेमाल को सराहनीय बताते हुये आयोग ने भविष्य में भी इसके बेहतर परिणामों के प्रति विश्वास व्यक्त किया है। साथ ही बताया कि इन दिनों लगातार मशीनों की जांच का काम वर्कशाप में चल रहा है।