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Tripura Election: कांग्रेस और भाजपा के कुशासन के कारण त्रिपुरा की प्रगति नहीं हो पाई है- टिपरा मोथा अध्यक्ष

त्रिपुरा में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए टिपरा मोथा ने भी पूरी तैयारी कर ली है। पार्टी अध्यक्ष प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मन लगातार बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं। पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि त्रिपुरा इन पार्टियों के कुशासन के कारण प्रगति नहीं कर पाया है।

By Shalini KumariEdited By: Shalini KumariPublished: Sun, 05 Feb 2023 10:38 AM (IST)Updated: Sun, 05 Feb 2023 10:38 AM (IST)
Tripura Election: कांग्रेस और भाजपा के कुशासन के कारण त्रिपुरा की प्रगति नहीं हो पाई है- टिपरा मोथा अध्यक्ष
टिपरा मोथा के अध्यक्ष ने त्रिपुरा की पिछली सरकारों पर साधा निशाना।

त्रिपुरा, एएनआई। तिपराहा स्वदेशी प्रगतिशील क्षेत्रीय गठबंधन 'टिपरा मोथा' के प्रमुख महाराज प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मन ने शनिवार को राज्य की पिछली सरकारों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा के लोगों ने कांग्रेस की रुचि की कमी और भाजपा के कुशासन के कारण प्रगति नहीं की है।

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प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मन ने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कम्युनिस्ट विचारधाराओं, कांग्रेस की रुचि की कमी और भारतीय जनता पार्टी के कुशासन ने त्रिपुरा को प्रगति नहीं करने दी है। हमें जो चाहिए वह सशक्तिकरण है, हमें संवैधानिक सुरक्षा, रोजगार और बेहतर आजीविका की आवश्यकता है। इसलिए मैं बताना चाहता हूं कि इन पार्टियों ने त्रिपुरा के लोगों के साथ पिछले 70 सालों से खेला है, अब आपका समय है मैदान में आने का और अपना भविष्य बनाने का।

16 फरवरी को होगा मतदान

त्रिपुरा में 16 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने हैं। वोटों की गिनती 2 मार्च को नागालैंड और मेघालय में एक साथ होगी। उन्होंने आगे कहा कि वह पैसा कमाने के लिए राजनीति में नहीं आए हैं। बर्मन ने कहा, "आजादी के बाद पहली बार कोई स्थानीय पार्टी कुछ नया करने की कोशिश कर रही है। मैं पैसा कमाने के लिए राजनीति में नहीं आया हूं। हमने केवल एक समुदाय से नहीं बल्कि हर समुदाय और धर्म से उम्मीदवार लिए हैं।"

घोषणापत्र से पार्टी को जाने जनता

आगामी राज्य विधानसभा चुनावों के लिए अपनी पार्टी के घोषणापत्र के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि लोग पार्टी के घोषणापत्र के माध्यम से उसकी सोच को जानें। उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि एक घोषणापत्र सामने आए ताकि सभी को पता चले कि सत्ता में आने पर हमारी सोच क्या है। अभी तक दिल्ली की पार्टियां घोषणापत्र बनाती थीं और हमारे सामने घोषणा करती थीं। हम अपने लोगों के अनुरोधों को सुनना चाहते थे।"

सत्ता पाने के 150 दिनों के अंदर ही मुद्दे होंगे हल

उन्होंने राज्य में सत्ता में चुने जाने की अपनी उम्मीद को और बढ़ा दिया। उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि आने वाले दिनों में जनता हमारी छोटी पार्टी को भी स्वीकार करेगी।" उन्होंने राज्य में 15 मुद्दों को भी रेखांकित किया और सत्ता में आने के 150 दिनों के भीतर उन्हें हल करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, "हमने यह नहीं कहा है कि हम पूरी दुनिया को बदल देंगे लेकिन जो 15 चीजें हैं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सुरक्षा, सीएए, अल्पसंख्यक अधिकार, आदिवासी अधिकार, महिला सशक्तिकरण, नौकरियां, पीने के पानी की समस्या, इसे हम सत्ता में आने के 150 दिनों के अंदर ही हल करेंगे।"

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा पर साधा निशाना

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के बयान पर निशाना साधते हुए कि टिपरा मोथा अकेले सरकार नहीं बना सकते, बर्मन ने कहा, "अगर हिमंत ने कहा है कि टिपरा मोथा अकेले सरकार नहीं बना सकते हैं, तो उन्हें वोट देना बेकार है, इसलिए अगर बीजेपी मेघालय में सरकार नहीं बना सकते तो बीजेपी को भी वोट न दें। अगर मिजोरम में बीजेपी अपने दम पर सरकार नहीं बना सकती है तो बीजेपी को वोट न दें। नागालैंड में भी अगर बीजेपी अपने बल पर चुनाव नहीं जीत सकती है, तो ऐसा मत करो।"

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