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    तृणमूल विधायक ने लगातार दूसरे दिन बंद करवाई SIR की सुनवाई, भाजपा बोली- तनाव पैदा करने की हो रही कोशिश

    Updated: Wed, 31 Dec 2025 02:00 AM (IST)

    तृणमूल कांग्रेस विधायक असित मजूमदार ने एसआइआर सुनवाई केंद्रों में अपनी पार्टी के बूथ स्तरीय एजेंटों (बीएलए) की नियुक्ति की मांग करते हुए लगातार दूसरे ...और पढ़ें

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    तृणमूल विधायक ने लगातार दूसरे दिन बंद करवाई SIR की सुनवाई (सांकेतिक तस्वीर)

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस विधायक असित मजूमदार ने एसआइआर सुनवाई केंद्रों में अपनी पार्टी के बूथ स्तरीय एजेंटों (बीएलए) की नियुक्ति की मांग करते हुए लगातार दूसरे दिन सुनवाई बंद करा दी।

    मजूमदार ने सोमवार को अपने समर्थकों के साथ हुगली जिले के चुंचुड़ा-मगरा प्रखंड कार्यालय में जाकर वहां सुनवाई बंद कराई थी, वहीं मंगलवार को वे पोलबा के प्रखंड विकास अधिकारी के कार्यालय पहुंचे और वहां सुनवाई रुकवा दी।

    विधायक ने सुनवाई के लिए वहां पहुंचे लोगों से कहा-'आप लोगों को परेशान करने के लिए ये सारा कुछ किया जा रहा है। क्या आप इसे सहना चाहते हैं?' इसके बाद उन्होंने वहां मौजूद चुनाव पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) से सुनवाई की प्रक्रिया रोकने को कहा।

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    मजुमदार ने कहा कि चुनाव आयोग जब तक यह लिखकर नहीं देगा कि सुनवाई केंद्रों के अंदर बीएलए को रहने की अनुमति दी जाएगी, तब तक सुनवाई नहीं होने दी जाएगी। प्रश्न यह उठ रहा है कि पहली घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी विधायक के विरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं की गई?

    चुनाव आयोग ने सोमवार की घटना के बाद समस्त जिला चुनाव अधिकारियों (डीईओ) को इसकी पुनरावृत्ति रोकने के निर्देश दिए थे, बावजूद इसके 24 घंटे के अंदर ऐसी घटना हुई है और इसे उसी व्यक्ति ने अंजाम दिया है।

    इसे लेकर भाजपा विधायक अग्निमित्रा पाल ने कहा कि बंगाल में एसआइआर को लेकर तृणमूल जान-बूझकर तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही है। इस बीच चुनाव आयोग ने कड़े शब्दों में कहा कि सुनवाई केंद्रों के अंदर बीएलए की उपस्थित पाए जाने पर ईआरओ को जिम्मेदार ठहराया जाएगा और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

    पोलिंग बूथ खोलने पर हुई महत्वपूर्ण बैठक उपचुनाव आयुक्त ज्ञानेश भारती के नेतृत्व में मंगलवार को मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय में महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें जिला चुनाव अधिकारियों (डीईओ) के साथ बहुमंजिला आवासीय परिसरों और हाउसिंग सोसायटियों में पोलिंग बूथ खोलने की योजना पर विस्तार से चर्चा की गई।

    कहा कि जिन हाउसिंग सोसायटियों या अपार्टमेंट्स में कम से कम 500 पंजीकृत मतदाता या 250 परिवार हैं, वहां परिसर के भीतर ही पोलिंग बूथ खोले जाएंगे।