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    'सनातन धर्म डेंगू और कोरोना की तरह' अपने बयान पर अड़े CM स्टालिन के बेटे उदयनिधि, बीजेपी ने किया पलटवार

    By AgencyEdited By: Achyut Kumar
    Updated: Sun, 03 Sep 2023 08:58 AM (IST)

    तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि सनातन धर्म पर दिए अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। सनातन धर्म मानवता और मानव समानता के खिलाफ है। उदयनिधि के बयान की भाजपा ने कड़ी आलोचना की है। उदयनिधि ने चेन्नई में एक कार्यक्रम में कहा था कि सनातन धर्म को खत्म करना जरूरी है।

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    तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि सनातन धर्म पर दिए अपने बयान पर अड़े

    नई दिल्ली, एजेंसी। तमिलनाडु सरकार (Tamil Nadu Government) में मंत्री उदयनिधि स्टालिन (Udhayanidhi Stalin) के सनातन धर्म (Sanatan Dharma) पर दिए बयान को लेकर बवाल मच गया है। भाजपा ने इसे लेकर उदयनिधि की कड़ी आलोचना की है। उदयनिधि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) के बेटे हैं।

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    मलेरिया और डेंगू की तरह है सनातन धर्म: उदयनिधि

    दरअसल, शनिवार (दो सितंबर) को उदयनिधि स्टालिन ने एक कार्यक्रम में कहा कि सनातम धर्म मलेरिया और डेंगू की तरह है। इसलिए इसे खत्म किया जाना चाहिए, न कि इसका विरोध करना चाहिए।

    सनातन धर्म को मिटाना है: उदयनिधि

    उदयनिधि ने कार्यक्रम का नाम 'सनातन विरोधी सम्मेलन' की बजाय 'सनातन उन्मूलन सम्मेलन' रखने पर आयोजकों को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा,

    कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, हमें इसे खत्म करना है। इसी तरह हमें सनातन धर्म को मिटाना है। इसका विरोध करने के बजाय इसे खत्म करना चाहिए।

    मैंने नरसंहार का आह्वान नहीं किया: उदयनिधि

    तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि ने अपने बयान को स्पष्ट करने हुए कहा कि उन्होंने नरसंहार का आह्वान नहीं किया था। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को उखाड़ना मानवता और मानव समानता को कायम रखना है। उदयनिधि ने शनिवार की रात 'एक्स' पर किए गए एक पोस्ट में कहा,

    मैंने कभी भी सनातन धर्म का पालन करने वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान नहीं किया। सनातन धर्म एक सिद्धांत है, जो लोगों को जाति और धर्म के नाम पर विभाजित करता है। सनातन धर्म को मिटाने का मकसद मानवता और मानव समानता को कायम रखना है।

    मैं किसी भी चुनौती के लिए तैयार हूं: उदयनिधि

    'सनातन उन्मूलन सम्मेलन' में दिए अपने बयान को दोहराते हुए उदयनिधि ने कहा कि मैं अपने हर शब्द पर दृढ़ता से कायम हूं। मैंने उत्पीड़ित और हाशिए पर रहने वाले लोगों की ओर से बात की। मंत्री ने कहा कि मैं अपने रास्ते आने वाली किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हूं। चाहे वह कानून की अदालत हो या लोगों की अदालत।

    सनातन धर्म को खत्म करना चाहते हैं उदयनिधि: अमित मालवीय

    तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए बयान की भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) ने कड़ी आलोचना की है। उन्होंने 'एक्स' पर किए गए एक पोस्ट में कहा कि उदयनिधि ने सनातन धर्म को मलेरिया से जोड़ा है। उनका मानना है कि इसका न सिर्फ विरोध किया जाना चाहिए, बल्कि इसे खत्म भी किया जाना चाहिए।

    नरसंहार का आह्वान कर रहे हैं: उदयनिधि मालवीय

    अमित मालवीय ने कहा कि उदयनिधि सनातन धर्म को मानने वाली भारत की 80 प्रतिशत आबादी के नरसंहार का आह्वान कर रहे हैं। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (I.N.D.I.A) पर भी हमला बोला।

    मालवीय ने I.N.D.I.A पर साधा निशाना

    मालवीय ने कहा कि डीएमके आइएनडीआइए में शामिल एक प्रमुख दल है। वह कांग्रेस का लंबे समय से सहयोगी है। क्या मुंबई में हुई विपक्षी दलों की बैठक में इसी पर सहमति बनी थी? भाजपा आईटी सेल के प्रमुख ने कहा,

    राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं, लेकिन उनके सहयोगी डीएमके के नेता सनातन धर्म को खत्म करने की बात करते हैं। कांग्रेस की इस मुद्दे पर चुप्पी नरसंहार के आह्वान का समर्थन करती है। अगर आइएनडीएआइ को मौका मिलता है तो वह भारत की कई हजार पुरानी सभ्यता को नष्ट कर देगा।

    अन्नामलाई ने उदयनिधि और स्टालिन पर लगाए गंभीर आरोप

    तमिलनाडु के भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने भी उदयनिधि और उनके पिता स्टालिन पर ईसाई मिशनरियों के विचारों को दोहराने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु अध्यात्म की भूमि है। सबसे अच्छा काम जो आप कर सकते हैं, वह है इस तरह के कार्यक्रम (सनातन उन्मूलन सम्मेलन) में माइक पकड़ना और अपनी निराशा व्यक्त करना!